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नई दिल्ली : मुंबई इंडियन्स की टीम पिछले तीन वर्षों में आईपीएल के प्लेआफ में पहुंचने के बावजूद खिताब से वंचित रही और इस बार भी पहले क्वालीफायर्स में चेन्नई सुपरकिंग्स से हार गयी लेकिन कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि उनकी टीम को चोकर्स (बड़े मैचों में दबाव में बिखरने वाली टीम) कहना सही नहीं होगा। मुंबई की कल रात यहां चेन्नई के हाथों 48 रन की हार के बाद रोहित से पूछा गया कि क्या उनकी टीम चोकर्स है, उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा नहीं मानता। हमने लीग चरण में निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया तथा 16 में से 11 मैचों में जीत दर्ज की। लीग चरण में देखिये हमारे गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक खराब दिन की तरह था जिसमें हमारे गेंदबाज नहीं चल पाये। विरोधी टीम को भी श्रेय दिया जाना चाहिए जिसने अच्छा प्रदर्शन किया। ’’ मुंबई इंडियन्स की टीम 2010 में आईपीएल के फाइनल में पहुंची थी लेकिन तब चेन्नई ने उसे 22 रन से हरा दिया था। इसके बाद 2011 में उसने कोलकाता नाइटराइडर्स को एलिमिनेटर में हराया लेकिन दूसरे क्वालीफायर्स में रायल चैलेंजर्स बेंगलूर ने उसे पराजित कर दिया था। चेन्नई ने 2012 में मुंबई को एलिमिनेटर में 58 रन के बड़े अंतर से हराया था।
उन्होंने कहा, ‘‘ कुछ क्षेत्र हैं जिनमें सुधार की जरूरत है। हमने जिस तरह से बीच के ओवरों में विकेट गंवाये वह ठीक नहीं था। बाउंड्री छोटी हैं और आउटफील्ड तेज और ऐसे में गेंदबाजों को तेजी में बदलाव आदि पर भी ध्यान देना होगा। हमारे सामने लक्ष्य बड़ा था लेकिन हमने अच्छी शुरुआत की थी पर बीच में काफी विकेट गंवा दिये।’’ रोहित ने 28 गेंदों पर 68 रन बनाकर गैरजिम्मेदाराना शाट लगाकर अपना विकेट गंवाने वाले ड्वेन स्मिथ का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप अच्छी तेजी से रन बना रहे हों और नौ विकेट शेष हों तो आप गेंदबाजों पर दबदबा बरकरार रखना चाहते हो और ऐसे में कुछ नयी तरह के शाट लगाने की कोशिश करते हो। ’’ (एजेंसी)