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नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने आईपीएल स्पॉट-फिक्सिंग घोटाले के सिलसिले में सट्टेबाजों के साथ गिरफ्तार तीन क्रिक्रेटरों की मुलाकातों की पड़ताल करने के लिए मुम्बई, चंडीगढ, कोलकाता और हैदराबाद के कुछ खास होटलों से सीसीटीवी फुटेज देने को कहा है।
पुलिस तीनों खिलाड़ियों-एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण की आवाज के नमूने लेने की मांग करने की योजना भी बना रही है। तीनों बृहस्पतिवार को मुम्बई से 11 सट्टेबाजों के साथ गिरफ्तार किए गए थे।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने मुम्बई, चंडीगढ़, कोलकाता और हैदराबाद के कुछ निश्चित होटलों से कहा है कि खिलाड़ियों ने जो मुलाकातें की थी, उनकी पड़ताल के लिए वे उसे सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराएं।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार इंसपेक्टर ब्रदीश दत्त की शिकायत पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया था। शिकायत दर्ज करने के अगले ही दिन दत्त की रहस्यमय स्थिति में मौत हो गयी थी।
सूत्रों ने बताया कि फोन कॉल पकड़ने करने में विशेषज्ञ दत्त ने टेलीफोन पर करीब 100 घंटे की बातचीत रिकार्ड की थी जिससे इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ। नौ मई को दर्ज प्राथमिकी में किसी भी खिलाड़ी और सट्टेबाज का नाम नहीं था।
प्राथमिकी में कहा गया था, ‘‘दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब आदि से मैच फिक्स करने वाले और सट्टेबाज तथा इस इंडियन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले कुछ खिलाड़ी स्पॉट और मैच फिक्सिंग के लिए साथ मिल गये थे।’’
प्राथमिकी के अनुसार विशेष शाखा को अप्रैल के तीसरे सप्ताह में सूचना मिली थी कि अंडरवर्ल्ड के कुछ सदस्य आईपीएल में कुछ तरह की फिक्सिंग में शामिल हैं और उसमें दिल्ली के कुछ अज्ञात हरकारों का सक्रिय हाथ है।
यह भी पता चला कि जो खिलाड़ी फिक्स किये जाएंगे, उन्हें निर्धारित बॉलिंग ओवर के दौरान निम्न प्रदर्शन करने के लिए उंची धनराशि दी जाएगी।
प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि इन ओवरों के दौरान सट्टेबाज बहुत बड़ी धनराशि दांव पर लगायेंगे। (एजेंसी)