पकड़ा गया आईएम आतंकी यासीन भटकल, भारत-नेपाल सीमा से हुई गिरफ्तारी
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पकड़ा गया आईएम आतंकी यासीन भटकल, भारत-नेपाल सीमा से हुई गिरफ्तारी

प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के सह-संस्थापक और बम धमाकों के करीब 40 मामलों में वांछित यासीन भटकल को उत्तर बिहार में भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया।

ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली/पटना : प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के सह-संस्थापक और बम धमाकों के करीब 40 मामलों में वांछित यासीन भटकल को उत्तर बिहार में भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया। पिछले एक पखवाड़े के भीतर सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह दूसरी बड़ी कामयाबी है। पिछड़े पखवाड़े लश्कर-ए-तोएबा के मास्टरमाइंड अब्दुल करीम टुंडा को गिरफ्तार किया गया था।
नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान सहित कई देशों में पिछले पांच सालों से फरार चल रहा 30 साल का यासीन खुफिया एजेंसियों और बिहार पुलिस की एक संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया। उसे इंडियन मुजाहिदीन के एक अन्य नेता असदुल्ला अख्तर उर्फ ‘हड्डी’ के साथ गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यासीन और अख्तर को शुक्रवार को विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा और औपचारिक तौर पर एनआईए को सौंप दिया जाएगा।
उधर, यासीन भटकल और उसके सहयोगी असदुल्लाह अख्तर को बिहार के एक न्यायालय ने तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया। पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि रक्सौल इलाके से आतंकवादी भटकल को बुधवार की रात गिरफ्तार किया गया है। उसके साथ एक अन्य आतंकवादी असदुल्लाह अख्तर को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों की तलाश देश के कई राज्यों की पुलिस और एनआईए की टीम को थी।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों को मोतिहारी के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश किया जहां से एनआईए के अनुरोध पर दोनों आतंकवादियों को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर सौंप दिया गया है। एनआईए अब भटकल को पहले पटना और फिर दिल्ली ले जाएगी। पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम भटकल से लगातार पूछताछ कर रही है।
दिल्ली पुलिस और एनआईए ने जहां यासीन के सिर पर 10-10 लाख रुपये का ईनाम रखा था, वहीं मुंबई पुलिस ने ऐसी कोई भी सूचना देने वाले को 15 लाख रुपये का ईनाम देने की घोषणा की थी जिससे यासीन की गिरफ्तारी हो सके। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज संसद भवन के बाहर संवाददाताओं को बताया कि हमारी खुफिया एजेंसियों ने कल रात बिहार-नेपाल सीमा पर यासीन भटकल का पता लगाया। वह अभी बिहार पुलिस की हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने इस गिरफ्तारी के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जानकारी दी।
दिल्ली लाए जाने से पहले अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड हासिल करने के लिए यासीन को मोतिहारी ले जाया गया। साल 2008 में दिल्ली में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद वह काफी चर्चा में आया था। सिलसिलेवार तरीके से हुए इन पांच धमाकों में 30 लोग मारे गए थे। जांच के दौरान पता चला कि वह कर्नाटक से 2004 में ही कथित तौर पर विस्फोटक सामग्री बांटता था। साल 2006 में मुंबई में ट्रेन में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में भी यासीन का हाथ होने का संदेह है। इसमें 187 लोग मारे गए थे।
उत्तर कर्नाटक के उडुपी जिले के भटकल गांव का रहने वाला यासीन अहमदाबाद, सूरत, बेंगलुरु, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद में हुए आतंकवादी हमलों के मामले में वांछित था। लश्कर-ए-तोएबा के बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंडा की 16 अगस्त को हुई गिरफ्तारी के बाद भारतीय एजेंसियों के लिए यह दूसरी बड़ी कामयाबी है। अपने भाई रियाज भटकल और अब्दुल सुभान कुरैशी के साथ 2008 में इंडियन मुजाहिदीन की स्थापना करने वाले यासीन की तलाश 13 फरवरी 2010 को पुणे की जर्मन बेकरी में हुए बम धमाके के सिलसिले में भी थी । इस धमाके में 17 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तोएबा के संरक्षण में चल रहे इंडियन मुजाहिदीन को भारत सरकार ने जून 2010 में गैर-कानूनी गतिविधियां निरोधक कानून (यूएपीए) के तहत आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था। इस प्रतिबंधित संगठन को अमेरिका ने 2011 में विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था।
पटना में बिहार पुलिस के अपर महानिदेशक (मुख्यालय) रविंद्र कुमार ने कहा कि बिहार पुलिस और एनआईए की एक संयुक्त टीम ने यासीन और उसके सहयोगी को भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल के नाहर चौक के पास से गिरफ्तार किया। एडीजी ने कहा कि ऐसी खुफिया सूचनाएं मिली थीं कि वे आतंकवादी हमले की योजना बना रहे हैं।
मोहम्मद जरार अहमद सिद्धीबप्पा के नाम से भी जाना जाने वाला यासीन अपने तीन सहयोगियों तहसीन अख्तर वसीम अख्तर शेख (23), असदुल्ला अख्तर जावेद अख्तर (26) और वकास उर्फ अहमद (26) के साथ 13 जुलाई 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, झावेरी बाजार और दादर पश्चिम में हुए बम धमाकों में शामिल था । इन धमाकों में 27 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 130 जख्मी हुए थे। दादर धमाके में कथित तौर पर बम लगाने वाले तहसीन को छोड़कर बाकी तीनों समन्वित तरीके से अंजाम दिए गए कम तीव्रता वाले चार धमाकों में भी शामिल रहे थे। ये धमाके एक अगस्त 2012 को पुणे शहर में हुए थे। इस बाबत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तहसीन बिहार के समस्तीपुर का जबकि असदुल्ला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है।
पुणे में हुए जर्मन बेकरी बम धमाके के साथ-साथ हैदराबाद में इस साल की शुरुआत में हुए बम धमाकों से कुछ ही देर पहले यासीन को सीसीटीवी में देखा गया था। कर्नाटक पुलिस ने भी कहा है कि बेंगलुरु में आतंकवादी हमलों में यासीन की भूमिका की जांच के लिए वह उसकी हिरासत मांगेगी ताकि उससे पूछताछ की जा सके।

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