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ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
मुंबई : महाराष्ट्र पुलिस ने सोमवार को कहा कि वह इस बात पर फैसला करने के लिए कम से कम 15 दिन का समय लेगी कि अभिनेता संजय दत्त को कड़ी सुरक्षा वाले आर्थर रोड जेल में ही रखा जाए या उन्हें कहीं और स्थानांतरित कर दिया जाए।
हमारे सहयोगी समाचार पत्र डीएनए के मुताबिक संजय दत्त अगले एक महीने तक ऑर्थर रोड जेल में ही रहेंगे। बताया जा रहा है कि ऑर्थर रोड जेल से शिफ्टिंग में देरी की एक वजह जेल प्रशासन संजय की सुरक्षा को मान रहा है। गौर हो कि संजय को जेल में एक महीने तक घर का खाना के छूट के साथ-साथ एक महीने तक घर से भेजी दवाईयां लेने की भी इजाजत मिली है और शिफ्टिंग में देरी की एक वजह यह भी हो सकती है। लेकिन शिफ्टिंग में देरी किस वजह से हो रही है यह अभीतक साफ नहीं हो सका है।
पुलिस ने बताया कि दत्त फिलहाल आर्थर रोड जेल के अंडा सेल में बंद हैं। उन्हें 1993 के मुंबई बम विस्फोट मामले में शेष कारावास की सजा काटने के लिए आर्थर रोड जेल लाया गया था। अभिनेता की रातें बेचैनी में कट रही है और वह धार्मिक पुस्तकें पढ़ रहे हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कारागार) मीरा बोरवांकर ने कहा, ‘हम संजय दत्त को कहीं और स्थानांतरित करें या नहीं इसपर फैसला करने के लिए कुछ और वक्त लेंगे। निकट भविष्य में उन्हें कहीं और स्थानांतरित नहीं किया जाएगा।’
एक अन्य जेल अधिकारी ने कहा कि अभिनेता को स्थानांतरित किया जाए या नहीं इसपर असमंजस की स्थिति कम से कम 15 दिनों के लिए और रहेगी।
इसके लिए कारण बताया गया है कि कारा विभाग दोषियों की संख्या, सुरक्षा स्थिति, राज्य के विभिन्न जेलों यथा तलोजा (नवी मुंबई), यरवदा (पुणे), ठाणे, नागपुर और नासिक में अंडरवर्ल्ड से जुड़े कैदियों की उपस्थिति के बारे में सूचना जुटा रहा है।
जेल अधिकारी ने कहा, ‘अभिनेता को स्थानांतरित करने से पहले अधिकारी विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कर रहे हैं।’ यद्यपि शहर के जेल में कुछ दोषी बंद हैं लेकिन यहां आमतौर पर विचाराधीन कैदियों को रखा जाता है।
दत्त को 1993 के मुंबई बम विस्फोट मामले में दोषसिद्धि के बाद 42 महीने और जेल में काटने हैं। उनकी दोषसिद्धि को उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था लेकिन उनकी सजा छह साल से घटाकर पांच साल के कारावास में तब्दील कर दी गई थी।
वह पहले ही 18 महीने कारावास की सजा काट चुके हैं।