Trending Photos
ज़ी मीडिया ब्यूरो
त्रिची/तिरुवनंतपुरम : तमिलनाडु के त्रिची में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के पीएम उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री पर सीधा हमला करते हुए सवाल किया कि देश के प्रधानमंत्री की प्राथमिकता क्या है? देश की सरहद पर पाकिस्तान की तरफ से हमले हो रहे हैं और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि देश जानना चाहता है कि देश की सरहद की रक्षा जरूरी है या दुश्मन देश के हुक्मरान से बातचीत जरूरी है। मोदी ने जनता से आह्वान किया कि दिल्ली की ऐसी सरकार देश को मंजूर नहीं और ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है।
अपने भाषण की शुरुआत में मोदी ने जम्मू में हुए आतंकी हमले और केन्या के नैरोबी में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और सभा में मौजूद लोगों से दो मिनट तक मौन रखने का आह्वान किया। मोदी ने हालांकि शुरू में अपना भाषण अंग्रेजी में दिया और फिर हिन्दी में बोला। लेकिन उनके भाषण को स्थानीय भाषा में एक अनुवादक के जरिये भी संबोधित किया जा रहा है। मोदी ने कुछ शब्द तमिल में भी कहा, जिसका वहां मौजूद लोगों ने जोरदार स्वागत किया।
मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को मेहनती और लगनशील करार देते हुए कहा कि यहां के लोग `रॉयल पीपुल` हैं। उन्होंने दावा किया कि गुजरात और तमिलनाडु कई मायनों में एक जैसा है। गुजरात और तमिलनाडु के बीच रिश्ते का खुलासा करते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात सबसे अधिक कपास का उत्पादन करता है जबकि इस कपास की सबसे अधिक खपत तमिलनाडु में होती है। मोदी ने भारतीय मछुआरों की समस्या के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
मोदी ने कहा कि युद्ध से ज्यादा जवान आतंकवादियों की गोली से मारे गए हैं। उन्होंने कहा, इटली के नौसैनिक हमारे मछुआरों की हत्या कर चले जाते हैं। पाकिस्तानी सैनिक हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते हैं। उन्होंने ऐसे माहौल में पाकिस्तान से बातचीत करने की जल्दबाजी पर भी सवाल उठाए। मोदी ने कहा, क्या आतंकी हमले पर हम चुप रह सकते हैं। ऐसे वक्त में पाकिस्तान से बातचीत में जल्दी क्यों।'
मोदी ने कमजोर आर्थिक नीति और नरम विदेश नीति के मसले पर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'इस सरकार की वजह से न तो देश में माता-बहनें सलामत हैं, न तो सीमा पर तैनात जवान सलामत हैं, न तो चीन की सीमा पर हमारी जमीन सलामत है, गुजरात हो तमिलनाडु या केरल, कहीं भी हमारे मछुआरे सलामत नहीं है तो इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।'
मोदी ने कहा, 'दिल्ली में बैठी सरकार ने रुपये को कमजोर कर दिया है। अगर यही हालत रही तो कल हमें रुपया सूक्ष्मदर्शी यंत्र से खोजना पड़ेगा। केंद्र सरकार बड़े पूंजीपतियों को अमीर बनाने का काम करती है लेकिन कर्ज चुकाने में असमर्थ छोटे कारोबारियों को खुदकुशी करने पर मजबूर करती है।'
मोदी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी मंच पर मौजूद हैं। इस मंच को दिल्ली स्थित ऐतिहासिक लाल किले की शक्ल दिया गया है। राजनाथ सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि भाजपा युवाओं की समस्या के प्रति हमेशा से चिंतित रही है और एनडीए सरकार के कार्यकाल में इस दिशा में काफी काम किया गया। उन्होंने कहा, `एनडीए सरकार के दौरान महंगाई नहीं बढ़ी। हमारे मंत्री भ्रष्ट नहीं थे। आज जो कुछ हो रहा है, वह आपके सामने है।`
इससे पहले, अपने पहले केरल दौरे पर पहुंचे मोदी ने मशहूर पद्मनाभस्वामी मंदिर में दर्शन किए। मोदी त्रावणकोर राजघराने के महाराजा महेंद्र वर्मा के बुलावे पर उनसे मिलने भी गए। कवाडियार पैलेस में मुलाकात के दौरान महाराजा ने मोदी को पद्मनाभस्वामी मंदिर की पेंटिंग्स भेंट की। इसके बाद मोदी माता अमृतानंदमयी की 60वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम `अमृतावर्षम 60` में हिस्सा लेने कोल्लम के समीप अमृतापुरी पहुंचे। मोदी ने माता अमृतानंदमयी का आशीर्वाद लिया।