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नई दिल्ली : संप्रग-2 सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस ने आज जहां सरकार की उपलब्धियों का गुणगान किया वहीं भाजपा पर पलटवार करते हुए विपक्षी दल पर कोई ‘विजन’ न होने का आरोप लगाया और कहा कि जनता के प्रति उसकी कोई प्रतिबद्धता नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘भाजपा में कोई ‘विजन’ नहीं है, उसके विजन में खोट हैं। उसे सरकार द्वारा आयोजित होने वाले मोतियाबिंद के कैंप में जाकर अपने विजन को सही कराना चाहिए।’ चौधरी ने भाजपा पर जम कर निशाना साधते हुए कहा कि उसका विजन जनता की सेवा करना नहीं बल्कि किसी तरह सत्ता हासिल करना है। जनता के प्रति उनकी कोई प्रतिबद्धता नहीं है। अगर प्रतिबद्धता का एक तिनका भी होता तो खाद्य सुरक्षा और भूमि सुधार विधेयकों को पारित कराती।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हमारे पास एक जिम्मेदार विपक्ष की कमी है। उसके द्वारा लगातार निभाई जा रही नकारात्मक भूमिका के लिए इतिहास भाजपा के बारे में निर्णय करेगा। भाजपा देश की तरक्की के लिए कभी कोई बात नहीं करती । 2014 के चुनाव के बाद वह विपक्ष में बैठने का हैट्रिक लगाएगी। इससे पहले आज भाजपा ने संप्रग-2 सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर सरकार द्वारा मनाए जा रहे जश्न पर हैरानी जताते हुए कहा कि सरकार ने देश को जिस कथित उदासी, निराशा और नकारात्मकता के माहौल में धकेल दिया है उसके लिए उसे खुशियां मनाने की बजाय मुल्क से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा पर लगातार संसद नहीं चलने देने का आरोप लगाया और कहा कि यह पार्टी पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। उसकी जनता के प्रति कोई वचनबद्धता नहीं है। चौधरी इस सवाल को टाल गईं कि संप्रग-2 सरकार के चार वर्ष पूरे होने के मौके पर आज शाम आयोजित समारोह में समर्थक और सहयोगी दलों के कौन-कौन से नेता उपस्थिति रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘चंद घंटे का इंतजार है। थोड़ा तो रहस्य बना रहने दीजिए।’ संप्रग सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में रेणुका ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे ज्यादा कदम संप्रग सरकार ने उठाए। उसके द्वारा बनाये गये सूचना का अधिकार कानून का ही नतीजा है कि भ्रष्टाचार के बारे में आप बोल सकते हैं।
द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के संप्रग से अलग हो जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर रेणुका ने कहा, ‘निश्चित रूप से हम इसे चिंता का विषय मानते हैं हम चाहते हैं वे हमारे साथ चलें। लेकिन उनकी अपनी मजबूरियां होती हैं।’ उधर, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरूण जेटली ने यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘संप्रग की उपलब्धि का पैमाना बस यही है कि इसने सत्ता में चार साल पूरे कर लिए। लेकिन इतिहास सत्ता में बने रहने के वषरे के आधार पर अपना निर्णय नहीं देगा। देश को इस शासन ने जो क्षति पंहुचाई है उसके आधार पर वह बहुत कठोर फैसला देगा। किसी की पहचान उसकी लंबी उम्र से नहीं बल्कि इस बात से बनती है कि उसने क्या छाप छोड़ी।’ (एजेंसी)