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रायपुर : देश के विभिन्न शहरों के बाजार में इन दिनों केमिकल से पकाए गए फलों की खेप धड़ल्ले से पहुंच रही है। आम व्यक्ति इस केमिकल के खतरे से अनजान फलों के राजा आम से अपनी शौक पूरा करने में तल्लीन है।
बाजारों में कैल्सियम कार्बाइड व सोडावाटर गैस से पकाए गए फल पहुंच रहे हैं। इन फलों को खाने वाले लोगों के बीमार होने की आशंका है। समय से पहले और काबाईड के ज्यादा उपयोग के चलते लोग कई प्रकार की बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। सबसे ज्यादा खतरा आम, पपीता व केले से है। जो किसी भी व्यक्ति को शारीरिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग सहित विभिन्न देश के बाजारों में इस तरह से पकाकर बेचे जा रहे फलों पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। आम में विटामिन के अलावा शरीर के लिए उपयोगी फाइबर, कैल्शियम, आयरन सहित अन्य पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। फलों को कार्बाइड से पकाने पर फलों में विटामिन की मात्रा कम हो जाती है। केमिकल से पकने की वजह से यह शारीर पर दुष्प्रभाव डालती हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक गैस व कार्बाइड से पके फलों का उपयोग करने वालों पर इसका असर तत्काल भले ही न हो, लेकिन लगातार सेवन करने से पेट में छाले होने के साथ शरीर के अन्य अंगों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कार्बाइड केमिकल पाइजनिंग की श्रेणी में आता है, इसलिए लोगों को कार्बाइड से पके फलों के उपयोग से बचना चाहिए।
बाजार में इन दिनों बिकने वाले आम में कार्बाइड का उपयोग बहुत कम किया जाता है। कभी-कभी सोडावाटर गैस का उपयोग आम पकाने के लिए होता है। गर्मी बढ़ने के बाद से पैरा में रखकर आम पकाया जा रहा है। पैरे से पकाया गया आम किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाता। (एजेंसी)