हिलेरी से रणनीतिक वार्ता के लिए कृष्णा पहुंचे यूएस
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हिलेरी से रणनीतिक वार्ता के लिए कृष्णा पहुंचे यूएस

विदेश मंत्री एस एम कृष्णा अपनी अमेरिकी समकक्ष हिलेरी क्लिंटन के साथ तीसरी रणनीतिक वार्ता के लिए यहां पहुंच गए हैं।

वाशिंगटन : विदेश मंत्री एस एम कृष्णा अपनी अमेरिकी समकक्ष हिलेरी क्लिंटन के साथ तीसरी रणनीतिक वार्ता के लिए यहां पहुंच गए हैं। समझा जाता है कि इस वार्ता के दौरान दोनों पक्ष विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
कृष्णा हिलेरी के साथ 13 जून को बैठक की सह अध्यक्षता करेंगे। उनकी अगुवाई में यहां एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल आया है।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों के बीच अफगानिस्तान, पाकिस्तान, एशिया प्रशांत क्षेत्र और तीसरी दुनिया के देशों में अपने संयुक्त सहयोग पर विचारविमर्श किए जाने की उम्मीद है।
कृष्णा यहां कल दोपहर को न्यूयार्क से असेला ट्रेन के जरिये पहुंचे। उनके आने से पहले विदेश मंत्री हिलेरी ने कहा कि भारत ने ईरान के तेल पर निर्भरता कम की है और उसे अमेरिकी कांग्रेस के ईरानी प्रतिबंध कानून से छूट मिलेगी।
बहरहाल, कृष्णा ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उनके साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, प्रधानमंत्री के लोकसूचना अवसंरचना एवं नवप्रवर्तन सलाहकार सैम पित्रोदा, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कृष्णा तीरथ, योजना राज्य और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री अश्विनी कुमार यहां आए हैं।
प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में विदेश सचिव रंजन मथाई, गृह सचिव आर के सिंह, इन्टेलिजेन्स ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू, उच्च शिक्षा सचिव अशोक ठाकुर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।
विदेश मंत्री आज यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के सालाना आयोजन को संबोधित करेंगे। यूएसआईबीसी वाशिंगटन स्थित सबसे बड़ा द्विक्षीय व्यापार संगठन है और अमेरिका-भारत वाणिज्यिक एवं व्यापार संबंधों की वकालत करने वाला एक मुख्य कारोबारी प्रतिष्ठान भी है।
यूएसआईबीसी के अध्यक्ष रोन सोमेर्स ने एक बयान में कहा है, आयोजन में कृष्णा की भागीदारी बीते 20 बरस से चले आ रहे भारत अमेरिका वाणिज्यिक सहयोग को और आगे बढ़ाएगी। यह शुरूआत भारत ने 1991 में की थी। रणनीतिक वार्ता से पहले, कल कई उप वार्ताएं हुईं जिनमें वैश्विक मुद्दों का मंच, घरेलू सुरक्षा पर विमर्श, रणनीतिक खुफिया वार्ता, प्रति आतंकवाद संयुक्त कार्यकारी समूह, साइबर विचारविमर्श, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी कार्यकारी समूह, महिला अधिकारिता वार्ता, स्वास्थ्य सहयोग पर वार्ता तथा अन्य आयोजन शामिल हैं।
अमेरिका में भारतीय राजदूत निरूपमा राव ने कहा कि रणनीतिक वार्ता में पांच थीम पर चर्चा की जाएगी। पहली थीम में सुरक्षा, घरेलू सुरक्षा, प्रति आतंकवाद और खुफिया वार्ता होंगी। दूसरी थीम में अर्थव्यवस्था, उर्जा और जलवायु के विषय होंगे। तीसरी थीम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवप्रवर्तन एवं स्वास्थ्य पर विमर्श होगा। चौथी थीम उच्च शिक्षा और अधिकारिता पर होगी तथा पांचवी थीम के विषय क्षेत्रीय रणनीतियां और उनका जुड़ाव होंगे।
रणनीतिक वार्ता की प्रक्रिया से इतर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल शिक्षा संबंधी मुद्दों पर हिलेरी के साथ एक बैठक की सह अध्यक्षता करेंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलास राव देशमुख ने कल राष्ट्रपति बराक ओबामा के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मामलों के सलाहकार जॉन होल्ड्रेन के साथ जॉइंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी कमीशन मीटिंग की सह अध्यक्षता की।
गुलाम नबी आजाद 14 और 15 जून को वॉशिंगटन में हिलेरी और यूनिसेफ के अधिकारियों के साथ ‘‘काल टू मैटर्नल एंड चाइल्ड केयर एक्शन’’ बैठक में भाग लेंगे। (एजेंसी)

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