30 साल बाद सुरजीत पाक जेल से रिहा, स्वदेश लौटे
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30 साल बाद सुरजीत पाक जेल से रिहा, स्वदेश लौटे

तीस साल की कैद के बाद गुरुवार को भारतीय कैदी सुरजीत सिंह लाहौर की कोट लखपत जेल से रिहा होने के बाद वाघा सीमा के रास्ते स्वदेश लौटे। इस मौके पर भारतीय सीमा में बाघा बॉर्डर पर सुरजीत का भव्य स्वागत किया गया।

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
बाघा बॉर्डर : तीस साल की कैद के बाद गुरुवार को भारतीय कैदी सुरजीत सिंह लाहौर की कोट लखपत जेल से रिहा होने के बाद वाघा सीमा के रास्ते स्वदेश लौटे। इस मौके पर भारतीय सीमा में बाघा बॉर्डर पर उनके घर वालों ने सुरजीत का भव्य स्वागत किया।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी किए जाने के बाद सुरजीत बाघा बॉर्डर के रास्ते स्वदेश लौटे। अपने वतन की जमीं पर कदम रखने के बाद सुरजीत ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं। पहले स्वर्ण मंदिर जाऊंगा। मैं अपनी रिहाई के लिए पाकिस्तान का शुक्रिया अदा करता हूं।' सुरजीत ने कहा कि पाकिस्तान की जेल में कोई तकलीफ नहीं हुई। उन्होंने सरबजीत के बारे में कहा कि वह बिलकुल ठीक है।
सुरजीत को पुलिस की एक गाड़ी में पाकिस्तान की सीमा में आने वाले वाघा इलाके में लाया गया। सुरजीत के बेटे कुलविंदर सिंह सहित उनका पूरा परिवार दोनों देशों की संयुक्त सीमा चौकी के अटारी क्षेत्र में उनका भव्य स्वागत किया।
पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों व ग्रामीणों के साथ गुरुवार तड़के यहां पहुंच गए थे। बेटे कुलविंदर सिंह ने कहा, 'हम खुश हैं कि अंतत: उन्हें रिहा कर दिया गया। हम जश्न मनाएंगे।' अटारी अमृतसर से 30 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां भारतीय पक्ष की सीमा चौकी है।
पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा बुधवार को कराची जेल से रिहा किए गए 311 भारतीय मछुआरों को भी स्वदेश लौटने की इजाजत देने की सम्भावना है। इनमें से ज्यादातर मछुआरे गुजरात से हैं। ये मछुआरे कुछ महीनों से लेकर तीन साल तक की अवधि से पाकिस्तान की हिरासत में हैं। इन्हें गुजरात के जल में पाकिस्तान की क्षेत्रीय जल सीमा के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
69 वर्षीय सुरजीत ने गिरफ्तारी के बाद से 30 साल से ज्यादा समय पाकिस्तानी जेल में बिताया है। उन्हें जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2005 में उनकी उम्रकैद की सजा पूरी हो गई थी। फिरोजपुर जिले में स्थित सुरजीत के फिड्डे गांव में उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार हो रहा है।

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