रेप आरोपी DIG के समर्थन में शिवसेना, कहा-आरोप लगाना फैशन बन गया है
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रेप आरोपी DIG के समर्थन में शिवसेना, कहा-आरोप लगाना फैशन बन गया है

शिव सेना मॉडल के साथ रेप के आरोपी पुलिस अधिकारी सुनील पारसकर के समर्थन में उतर आई है। शिव सेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में सवाल किया है कि मॉडल ने छह महीने के बाद आईपीएस अधिकारी पारसकर पर रेप के आरोप क्यों लगाए हैं।

रेप आरोपी DIG के समर्थन में शिवसेना, कहा-आरोप लगाना फैशन बन गया है

ज़ी मीडिया ब्यूरो

मुंबई : शिव सेना मॉडल के साथ रेप के आरोपी पुलिस अधिकारी सुनील पारसकर के समर्थन में उतर आई है। शिव सेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में सवाल किया है कि मॉडल ने छह महीने के बाद आईपीएस अधिकारी पारसकर पर रेप के आरोप क्यों लगाए हैं। साथ ही शिव सेना ने मॉडल के बारे में भी पूरी जानकारी लोगों को देने के लिए कहा है।

शिव सेना के मुताबिक लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि जब पुलिस अधिकारी पारसकर और मॉडल के बीच इतने करीबी रिश्ते थे तो उसके साथ रेप कैसे हुआ। शिव सेना ने पूछा है कि पीड़िता को यह समझने में छह महीने क्यों लग गए कि उसके साथ क्या हुआ। शिव सेना का कहना है कि पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाने वाली मॉडल के बारे में भी लोगों को बताया जाना चाहिए।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा है ‘रसूखदार सोसायटी में प्रचार के लिए पुरुषों पर छेड़छाड़ और बलात्कार के आरोप बढ़ रहे हैं। यह लगभग फैशन बन गया है।’ शिवसेना ने कहा, ‘उन्होंने पुलिस बल में इतने साल सेवाएं दीं और अब एक मॉडल ने डीआईजी सुनील पारस्कर पर बलात्कार का आरोप लगा दिया। वह रातों..रात खलनायक बन गए। निजी दुश्मनी भुनाने के लिए ऐसे आरोप अच्छे हथियार बन गए हैं।’

सामना में कहा गया है ‘शर्मनाक निर्भया हादसे के बाद नए कानून बनाए गए। लेकिन क्या बलात्कार के मामले कम हुए ?’ मुखपत्र में कहा गया है ‘जब सच सामने आना है, तब आएगा। लेकिन तब तक मीडिया ट्रायल जारी रहेगा और आरोपी का मनोबल गिर जाएगा।’ संपादकीय में कहा गया है ‘देश के सभी कानून महिलाओं का पक्ष लेते हैं, ऐसे में कोई भी, किसी के भी खिलाफ किसी भी तरह का आरोप लगा सकता है। न्याय प्रणाली को अपनी आंखें खोलनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि बेकसूर लोगों को न्याय मिले।’

शिवसेना के मुखपत्र में डीआईजी के खिलाफ बलात्कार के आरोप लगाने के मॉडल के इराद पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि दोनों के बीच अब तक सब ठीक चल रहा था। मुखपत्र में कहा गया है ‘मॉडल की पृष्ठभूमि क्या है? उसने अचानक बलात्कार का आरोप कैसे लगा दिया जबकि उनके बीच अब तक सब ठीक चल रहा था? यह सवाल आम आदमी के दिमाग में आ रहे हैं लेकिन लगता है कि पुलिस की जांच में इसकी अनदेखी की जा रही है।’

इसमें मामला दर्ज करने में विलंब पर सवाल करते हुए कहा गया है कि जिस महिला को यह प्रताड़ना मिली हो, वह न्याय पाने के लिए इतना इंतजार नहीं करेगी।

शिवसेना ने कहा ‘मॉडल ने छह माह बाद आरोप दर्ज कराए.. हमें याद करना होगा कि शक्ति मिल में हुई बलात्कार की घटना के बाद पीड़ित ने कुछ ही घंटे में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। कोई भी महिला अपने साथ यह अमानवीय सलूक एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं करेगी। वह तत्काल शिकायत दर्ज कराएगी।’ पार्टी ने यह भी कहा कि मामले के तथ्यों को जितनी जल्दी हो, जनता के सामने लाना चाहिए।

वहीं, इस मामले में मॉडल पूनम पांडे का नाम आने से नया मोड़ा आ गया है। रेप का आरोप लगाने वाली मॉडल का कहना है कि पूनम पांडे के इशारे पर पारसकर ने उसके साथ बुरा व्यवहार किया। मॉडल का आरोप है कि पारसकर और पूनम पांडे के बीच करीबी संबंध हैं।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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