पाकिस्तानी सरकार ने चीन से कहा है कि वह जंगी जहाज़ JF-17 (ब्लाक 3) को पाकिस्तानी वायु सेना को जल्द से जल्द मुहैया कराये. ZEE न्यूज़ के पास लगी इंडियन एयरफोर्स की एक खुफिया जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी वायु सेना इस कोशिश में हैं कि वह भारत को फ्रांस से मिलने वाले 36 रफाल प्लेन से पहले अपने बड़े में 62 JF जहाज शामिल करे.
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नई दिल्ली: भारत में जहां रफाल फाइटर प्लेन के सौदे को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में लागा हुआ है वहीं पाकिस्तान इस मौके का भरपूर फायदा उठाने में लगा हुआ है. पाकिस्तानी सरकार ने चीन से कहा है कि वह जंगी जहाज़ JF-17 (ब्लाक 3) को पाकिस्तानी वायु सेना को जल्द से जल्द मुहैया कराये. ZEE न्यूज़ के पास लगी इंडियन एयरफोर्स की एक खुफिया जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी वायु सेना इस कोशिश में हैं कि वह भारत को फ्रांस से मिलने वाले 36 रफाल प्लेन से पहले अपने बड़े में 62 JF जहाज शामिल करे.
हम आपको बता दें कि फ्रांस से हुए रफाल फाइटर प्लेन की डिलीवरी 2020 से शुरू होगी JF-17 मल्टी कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जिसको पाकिस्तान की एयरोनॉटिकल काम्प्लेक्स और चीन के चेंगडु एयरक्राफ्ट कारपोरेशन ने मिलकर बनाया है. चीन के चेंगडु में बन रहे JF फाइटर प्लेन पहले से ही पाकिस्तानी एयरफोर्स में शामिल हैं, लेकिन रफाल की डिलीवरी से पहले पाकिस्तान भारतीय वायु सेना के मुकाबले अपने एयरफोर्स को काफी मजबूत कर लेना चाहता है.
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने चीन से कहा है कि वह इस साल जुलाई तक 13 JF (ब्लाक -2) की डिलीवरी पाकिस्तानी एयरफोर्स को करे और साल 2020 से पहले उससे से भी एडवांस दो सीट वाले 22 JF (ब्लाक -2) पाकिस्तानी एयरफोर्स को मुहैया करा दे. ऐसे में पाकिस्तानी एयरफोर्स को भारत के मुकाबले मजूबत स्थित में पहुंच जायेगा. भारतीय एयरफोर्स को जहां कुल 126 नए मीडियम मल्टी रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी एमएमआरसीए प्लेन की जरुरत है, वहीं अब तक उसे 2020 तक सिर्फ 36 रफाल प्लेन मिलने वाले हैं, जबकि पाकिस्तान ने इस दौरान 62 नए जेट को अपने बड़े में शामिल करने के कोशिशों में लगा हुआ है. इससे भारतीय वायु सेना को पाक से भविष्य में कड़ी चुनौती मिलने वाली है.
भारतीय वायु सेना में फाइटर प्लेन की कमी पर एयरफोर्स परेशान है. पिछले महीने दिसंबर में जोधपुर में हुए इंडो रूस एयरफोर्स एक्सरसाइज अविन्द्रा 2018 के दौरान प्रेस से बातचीत के दौरान एयरफोर्स चीफ बी इस धनोवा ने कहा था की सुरक्षा के मामलो में राजनीति नहीं होनी चाहिए देश को रफाल जैसे पावरफुल फाइटर जेट की जरूरत है. वायु सेना को 45 स्क्वाड्रन की तुरंत जरूरत है जबकि उसके पास अभी सिर्फ 31 ही स्क्वाड्रन मौजूद है.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान और चीन JF-17 को चौथी और पांचवी पीढ़ी के जंगी जहाज बनाने के लिए कई बदलाव करने में लगे हैं. पाकिस्तानी वायु सेना 2020 से JF-17 ब्लाक -3 वैरिएंट को एयरफोर्स में शामिल करेगी, जो पहले से मौजूद JF-17 के मुकाबले ज्यादा ताकतवर होगा. पाकिस्तानी एयरफोर्स ने 28 नए JF-17 ब्लाक -3 के डेवलपमेंट की भी हरी झंडी दे दी है. इसमें 2 JF-17 ब्लाक -3 चीन में बनेंगे और बाकी 26 पाकिस्तान की एयरोनॉटिकल काम्प्लेक्स में बनकर तैयार किये जाएंगे. देखा जाये तो भारतीय वायु सेना के पास करीब 1700 एयरक्राफ्ट हैं जबकि पाकिस्तान के पास 890 और चीन के पास 3000 एयरक्राफ्ट हैं. ऐसे में इस कमी से युद्ध के स्थित में भारत को हवाई सुरक्षा का खामियाजा उठाना पड़ सकता है.