चीन में हाल ही में Monkey B Virus (BV) से मौत का पहला मामला सामने आया है कि इसी बीच माइक्रोबायोम जर्नल (Microbiome journal) में पब्लिश एक स्टडी ने चिंता और बढ़ा दी है. स्टडी के अनुसार चीन (China) के तिब्बती पठार में 15 हजार साल पुराने बर्फ के नमूनों में वायरस मिले हैं. परेशानी की बात यह है कि वैज्ञानिक भी इन वायरस को लेकर पूरी तरह बेखबर हैं.
ये वायरस पहली बार सामने आए हैं जिस वजह से मेडिकल साइंस इसको लेकर पूरी तरह अनभिज्ञ है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हजारों साल पहले ये वायरस पृथ्वी पर एक्टिव थे बाद में ये बर्फ में जम गए.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हजारों साल बाद भी कई वायरस जिंदा मिले हैं और अब तक खोजे गए सभी वायरसों से ये पूरी तरह अलग हैं. इससे सवाल उठता है अब तक की रिसर्च इन वायरस को रोकने में कितना सक्षम हो पाएगी. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया कि वायरस की जांच के लिए वैज्ञानिकों ने नया तरीका अपनाया है.
स्टडी में बताया गया है कि बर्फ के ये ग्लेशियर समय के साथ धीरे-धीरे बने और इनमें हवा और धूल के साथ वायरस भी जम गए. रिसर्च के प्रमुख लेखक और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसर्चर ब्रिड पोलर एंड क्लाइमेट रिसर्च सेंटर के झी-पिंग झोंग के मुताबिक अभी चीन के पश्चिमी ग्लेशियरों का अध्ययन नहीं किया गया है.
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शोधकर्ताओं को बर्फ में जमे 33 वायरस के जेनेटिक कोड मिले हैं, जिसमें से चार की पहचान पहले भी की जा चुकी है. वहीं 28 वायरस पहली बार मिले हैं. इनके बारे में पहले की कोई जानकारी नहीं है.
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