राहुल गांधी ने तेलंगाना दौरे पर एक बार फिर दावा किया पीएम नरेंद्र मोदी 2019 में सत्ता में वापस नहीं लौट पाएंगे.
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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को तेलंगाना दौरे पर एक बार फिर दावा किया पीएम नरेंद्र मोदी 2019 में सत्ता में वापस नहीं लौट पाएंगे. अपने दावे के समर्थन में राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी 230 सीटें भी नहीं जीत पाएगी. ऐसे में मोदी के दोबारा से प्रधानमंत्री बनने का सवाल ही पैदा नहीं होता. उन्होंने विश्वास जताया कि तेलंगाना में कांग्रेस सत्ता पर काबिज होगी. राहुल गांधी बीजेपी के 230 सीटों पर सिमटने की बात किस आधार पर कर रहे हैं? आइये कुछ समीकरणों और राहुल के दावे के पीछे की हकीकत पर एक नजर डालते हैं:
कांग्रेस को इन 3 बड़े राज्यों से उम्मीदें
कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों से बहुत उम्मीदें हैं. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80, बिहार में 40 जबकि महाराष्ट्र में 48 सीटें हैं. इन तीनों राज्यों की सीटों को जोड़ दिया जाए तो ये योग 168 हो जाता है. कांग्रेस की नजर इन 168 सीटों पर है. हालांकि 2014 के चुनाव में बीजेपी ने इन 168 सीटों में से 118 पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 73, बिहार में 22 और महाराष्ट्र में 23 सीटें जीती थीं. कांग्रेस इन तीन राज्यों में अपने सहयोगियों के सहारे बीजेपी को कमजोर करना चाहती है. पार्टी कई बार कह चुकी है कि अगर इन तीन राज्यों में ‘सही से’ गठबंधन हो गया तो बीजेपी सत्ता में नहीं लौटने पाएगी.
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छ्त्तीसगढ़ की स्थिति
एक आंकड़े पर गौर करें तो 2014 के चुनाव में बीजेपी ने 282 सीटें पाई थीं. उनमें से अगर बीजेपी की जीती हुई 118 सीटें घटा दी जाएं तो यह आंकड़ा घटकर 164 रह जाता है. अन्य बड़े राज्यों की बात करें तो राजस्थान की 25, मध्यप्रदेश की 29 सीटें है. चूंकि इन दोनों राज्यों में बीजेपी के प्रदेश सरकार है, इसलिए कांग्रेस को लगता है कि इस बार पार्टी यहां बेहतर करेगी. हालांकि 2014 के चुनाव में इन दोनों राज्यों की 54 सीटों में से केवल 2 सीटें कांग्रेस को मिली थी. राजस्थान में पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया था और मध्य प्रदेश में केवल दो सीटें जीत पाई थी. ऐसे में बीजेपी को इन दोनों राज्यों में घाटा हो सकता है. छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं. रमन सरकार लगातार पिछले 15 वर्षों से सत्ता में है. कांग्रेस यहां बेहतर कर सकती है. यानी मध्य प्रदेश, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान से भी कांग्रेस को सुधार की उम्मीद है. कांग्रेस मानती है कि इन तीनों राज्यों में भी बीजेपी की सीटें घटेंगी.
कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा का हाल
कर्नाटक में लोकसभा की 26 सीटें हैं. राज्य में जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है. दोनों ही मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए के सामने 2014 जैसा प्रदर्शन दोहराने की चुनौती जरूर है. 2014 में बीजेपी ने कर्नाटक में 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बात पंजाब की करें तो इस राज्य में 13 लोकसभा सीटें हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में पंजाब में बीजेपी और अकाली दल को 6 सीटें ही मिल पाई थीं. कांग्रेस अपनी संख्या 3 से बढ़ाकर आगे ले जा सकती है. हरियाणा में बीजेपी ने 2014 के चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 में से 7 सीटों पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस को केवल एक सीट मिल पाई थी.