सदन में बहुमत वाली सत्तारूढ़ भाजपा को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है.
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नई दिल्ली: सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला मुख्य दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) कल लोकसभा में इस पर चर्चा की शुरुआत करेगा और अध्यक्ष ने उसे बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है. पार्टी की ओर से जयदेव गल्ला पहले वक्ता होंगे. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को प्रस्ताव पर अपने विचार रखने के लिए 38 मिनट का समय दिया गया है. कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और सदन में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इस पर बोल सकते हैं. अन्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस , बीजू जनता दल, तेलंगाना राष्ट्र समिति को क्रमश: 29 मिनट, 27 मिनट, 15 मिनट और नौ मिनट का समय दिया गया है. सदन में बहुमत वाली सत्तारूढ़ भाजपा को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है.
उधर, संख्याबल अपने पक्ष में होने के कारण बीजेपी को लगता है कि लोकसभा में कल विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा उसे आम चुनाव के लिए अपने अभियान का लॉन्च पैड उपलब्ध कराएगी और साथ ही उसे सत्तारूढ़ एनडीए के बाहर के दलों का समर्थन मिलने में भी मदद मिल सकती है. लोकसभा में प्रभावी संख्या 534 सदस्यों की है और बीजेपी नीत एनडीए के पास 312 सदस्य हैं. बहुमत का आंकड़ा 268 का है. बीजेपी को उम्मीद है कि अन्नाद्रमुक, बीजद और टीआरएस जैसे क्षेत्रीय दल या तो उसका समर्थन करेंगे या अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से अनुपस्थित रहेंगे जिनके पास क्रमश : 37, 19 और 11 सदस्य हैं.
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहित भगवा दल के शीर्ष नेताओं ने अपने सहयोगियों और साथ ही अन्य दलों से भी संपर्क किया है. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने विश्वास जताया कि सरकार को नए दलों से समर्थन मिलेगा. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने संकेत दिया कि हो सकता है कि उनकी पार्टी अन्नाद्रमुक अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करे. वहीं, बीजेडी और टीआरएस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पर कल चर्चा सात घंटे तक चलने का कार्यक्रम है जिसके बाद शाम लगभग छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तर होगा. संसद में हालांकि चर्चा का समय अक्सर निर्धारित अवधि से परे चला जाता है.
बीजेपी पहले से ही प्रचार अभियान के मूड में है और प्रधानमंत्री मोदी देश के विभिन्न हिस्सों में रैलियों को संबोधित कर रहे हैं. ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि उनके जवाब से चुनावी अभियान को शक्ति मिलेगी. अगले लोकसभा चुनाव में 10 महीने से कम समय बचा है. कुमार ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के इस बयान का मजाक उड़ाया कि विपक्ष के पास अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में संख्याबल है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी का गणित कमजोर है.