Surya Grahan: पितृ पक्ष खत्म होते ही लग जाएगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, नवरात्रि पर पड़ेगा असर?
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Surya Grahan: पितृ पक्ष खत्म होते ही लग जाएगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, नवरात्रि पर पड़ेगा असर?

Surya Grahan in 2023: ग्रहण लगना वैसे तो एक खगोलीय घटना है, लेकिन भारतीय ज्योतिष शास्त्र में इसका बेहद धार्मिक महत्व है. ग्रहण के बाद मानव जीवन पर व्यापक असर पड़ता है. साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण जल्द लगने वाला है.

सूर्य ग्रहण

Surya Grahan 2023 Time: इस साल कुल चार ग्रहण लगने हैं, जिनमें 2 सूर्य और 2 चंद्र ग्रहण हैं. सूर्य और चंद्र ग्रहण अब तक 1-1 बार लग चुके हैं. जबकि, 1-1 बार लगने बाकी हैं. साल के दूसरे और आखिर सूर्य ग्रहण की बात करें तो यह अक्टूबर में लगेगा. 29 सितंबर से जहां पितृ पक्ष शुरू होने जा रहे हैं. वहीं, नवरात्रों की शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी. इसी दौरान सूर्य ग्रहण लगना है. सूर्य ग्रहण लगने से पहले सुतक काल प्रारंभ हो जाता है, जो ग्रहण की समाप्ति के बाद तक चलता है. ऐसे में सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है. ऐसे में जानते हैं कि अक्टूबर में लगने वाले ग्रहण का पितृ पक्ष और नवरात्रि पर कुछ असर पड़ेगा कि नहीं.

पितृ पक्ष- नवरात्रि

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से हो रही है. वहीं, इसका समापन 14 अक्टूबर को होगा. ऐसे ही मां आदिशक्ति की उपासना का पर्व नवरात्र 15 अक्टूबर से शुरू होंगे, जो 24 अक्टूबर तक चलेंगे.

समय

वहीं, पितृपक्ष के अंतिम दिन यानी कि 14 अक्टूबर को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने वाला है. इस दिन अमावस्या की तिथि भी है. वहीं, 15 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो जाएंगे. भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को रात 8 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर मध्यरात्रि 2 बजकर 25 बजे तक चलेगा.

सूतक काल

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण केवल अमेरिका समेत कुछ देशों में नजर आएगा. लेकिन भारत में नहीं देखा जा सकेगा. ऐसे में भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा. वैसे सूर्य ग्रहण का सूतक काल सूर्य ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले से शुरू हो जाता है और सूर्य ग्रहण की समाप्ति के साथ ही खत्म होता है.

प्रभाव

वहीं, इस बार नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है. ऐसे में जब ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए नवरात्रि पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. ऐसे में माता रानी के भक्त 15 अक्टूबर को कलश स्थापना कर व्रत की शुरुआत कर सकते हैं.  

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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