ब्रिटेन में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के भाषाविदों ने 47 छोटे बच्चों को संबोधित करके दिए गए भाषण के रिकॉर्डेड नमूनों का अध्ययन किया.
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लंदन: छोटे बच्चों के साथ प्यार और दुलार वाले छोटे-छोटे शब्द ज्यादा इस्तेमाल करने पर वे भाषा जल्दी सीखते हैं. यह बात एक अध्ययन में सामने आयी है. नौ महीने के बच्चों का आकलन करने पर यह पता चलता है कि अगर आप बच्चे के साथ ‘बनी’ ‘सनी’ या ‘चू-चू’ जैसे शब्द इस्तेमाल करते हैं तो वे नौ से 21 महीने के बीच तेजी से वह नए शब्द सीखते हैं. इस अध्ययन से पता चला है कि अन्य शब्दों से ज्यादा बच्चों के साथ अगर आप ‘बेबी टॉक’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो छोटे बच्चे अपना शब्द-संग्रह तेजी से बनाते हैं.
ब्रिटेन में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के भाषाविदों ने 47 छोटे बच्चों को संबोधित करके दिए गए भाषण के रिकॉर्डेड नमूनों का अध्ययन किया. अध्ययनकर्ताओं ने इस भाषण का अध्ययन करके पता किया कि इसमें छोटे बच्चों के लिहाज से किन आसान शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने पाया कि जिस शब्द में एक ही अक्षर बार-बार आता है, उन शब्दों को नौ महीने से 21 महीने की उम्र वाले बच्चे तेजी से समझते हैं.
गर्भ में ही भाषा सीखने लगते हैं बच्चेः अमेरिकी यूनिवर्सिटी रिसर्च
वैज्ञानिकों का कहना है कि बच्चे गर्भ में ही भाषा सीखने लगते हैं. उन्होंने पाया किया कि बच्चे अपने जन्म से एक महीने पहले अंग्रेजी और जापानी भाषा में भेद कर सकते हैं. पुराने अध्ययनों में बच्चों के व्यवहार में अंतर से इस बात का पता चला था. इन अध्ययनों में इस बात पर गौर किया गया कि अलग लय के साथ एक भाषा से दूसरी भाषा में जाने पर बच्चे द्वारा किसी वस्तु को काटने की रफ्तार में कोई बदलाव होता है या नहीं.
अमेरिका के कंसास विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर उताको मिनाई ने कहा कि गर्भ में भ्रूण भाषण सहित अन्य चीजों को सुन सकते हैं. औसतन करीब आठ महीने की गर्भवती दो दर्जन महिलाओं की ‘मैगनेटोकार्डियोग्राम’ के जरिये जांच की गई.
शोधकर्ताओं ने एक द्विभाषिये को बुलाकर उनसे एक बार अंग्रेजी और एक बार जापानी भाषा में भाषण रिकार्ड कराया गया जिसे भ्रूण के पास एक एक करके चलाया गया. अंग्रेजी और जापानी भाषाएं लय के मामले में भिन्न होती हैं.जब भ्रूण ने अंग्रेजी के भाषण का एक पैरा सुनने के बाद लय के रूप में भिन्न भाषा :जापानी: सुनी तो उसके दिल की धड़कनें बढ गईं जबकि जब उन्हें जापानी की जगह अंग्रेजी का दूसरा पैरा सुनाया गया तो उनके दिल की धड़कनों की गति नहीं बदली.
इनपुट भाषा से भी