B'day Special: जहीर खान ने 14 साल पहले सचिन के साथ की थी रिकॉर्ड साझेदारी
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B'day Special: जहीर खान ने 14 साल पहले सचिन के साथ की थी रिकॉर्ड साझेदारी

जहीर खान रविवार को अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं.

जहिर खान के नाम क्रिकेट कई खास रिकॉर्ड हैं जो उन्हें भारत के बेहतरीन गेंदबाज के रूप में स्थापित करते हैं.  (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: जहीर खान का आज यानि 7 अक्टूबर को अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं. जैक के नाम से भी मशहूर जहीर खान टीम इंडिया के बहुत खास गेंदबाज रहे हैं. भारत के टेस्ट इतिहास के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज जहीर खान 21वीं सदी में देश की गेंदबाजी टीम में सबसे अग्रणी थे. माना जाता है कि टीम इंडिया में कपिलदेव के बाद सबसे प्रभावी गेंदबाज वही रहे हैं.  311 टेस्ट विकेट लेने वाले जहीर खान से आगे महान ऑलराउंडर कपिल देव हैं. कपिल ने 434 विकेट लिए हैं. जहीर खान का जन्म 7 अक्तूबर 1978 को महाराष्ट्र के श्रीरामपुर में हुआ था. 

  1. कपिलदेव के बाद सबसे सफल गेंदबाज हैं जहीर
  2. 2003 और 2011 वर्ल्डकप में बेहतरीन प्रदर्शन रहा
  3. पिछले साल एक्ट्रेस सागरिका घाटगे से की शादी

2003 और 2011 वर्ल्डकप रहे थे जहीर के लिए शानदार
जहीर का प्रदर्शन विश्वकप के दौरान शानदार रहा. 2003 और 2011 के विश्वकप जहीर खान के लिए शानदार रहे. 2003 में टीम इंडिया उपविजेता रही वहीं 2011 में विश्व विजेता बनी. विश्वकप के इतिहास में जहीर ने कुल 44 विकेट लिए. विश्वकप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में वह पांचवें पायदान पर रहे और भारतीयों में सबसे आगे. साल 2000 में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत चैंपियंस ट्रॉफी से की. हालांकि वह अपने शुरुआती टेस्ट मैचों में कोई बड़ा कमाल नहीं दिखा सके. लेकिन बाद में उन्होंने अपनी इनस्विंग गेंदबाजी के दम पर दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया. 

बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है जहीर का
जहीर खान ने टीम इंडिया की ओर से 92 टेस्ट और 200 वनडे मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने टेस्ट में 311 विकेट और वनडे में 282 विकेट लिए.  इसके अलावा जहीर ने 17 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच भी खेले हैं जिसमें उन्‍होंने 17 विकेट लिए हैं. वनडे में जहीर भारत के चौथे सबसे कामयाब गेंदबाज हैं. जहीर ने 200 वनडे मैचों में 282 विकेट लिए हैं. उनसे आगे अनिल कुंबले 334 विकेट, जवागल श्रीनाथ (315) और अजीत आगरकर (288) विकेट हैं. सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अभी उनका स्थान 17वां हैं. टेस्ट क्रिकेट में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों जहीर से आगे सिर्फ पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वसीम अकरम (414) और श्रीलंका के चमिंडा वास (355) हैं.

चोट ने जहीर के करियर को काफी प्रभावित किया 
श्रीनाथ के संन्यास लेने के बाद जहीर खान भारतीय तेज गेंदबाजी की धार बन गए और जब भी मैच होता था तो वो तेज गेंदबाजी की कमान संभालते थे. 2005 में श्रीसंथ, मुनफ पटेल और आरपी सिंह के आने के बाद जहीर चोट के कारण टीम से अंदर-बाहर होने लगे थे. जिसके बाद बीसीसीआई ने जहीर खान के कॉन्ट्रैक्ट को कम करते हुए उन्हें बी ग्रेड से सी ग्रेड में कर दिया.

ग्रीम स्मिथ को था जहीर का खौफ
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ भले किसी भी मैदान और गेंदबाज के सामने कितने भी कामयाब रहे हों, लेकिन जहीर के सामने उनकी कभी नहीं चली. वे जहीर के सबसे पसंदीदा शिकार रहे. जहीर और ग्रीम स्मिथ का आमना-सामना कुल 25 बार हुआ. इसमें अकेले जहीर ने ग्रीम स्मिथ को 13 बार आउट किया. अकेले 10 टेस्ट पारियों में ग्रीम स्मिथ को जहीर ने आउट किया. इसके अलावा जहीर ने कुमार संगकार को 11 बार, सनथ जयसूर्या और मैथ्यू हेडन को कुल 10-10 बार आउट किया. 

नेटवेस्ट ट्रॉफी में जहीर की थी दिलचस्प भूमिका
नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में सौरव गांगुली का शर्ट उतार कर उसे लहराने का किस्सा काफी मशहूर है, लेकिन कम जानते हैं कि इस मैच में जहीर खान की काफी दिलचस्प भूमिका रही है. 13, जुलाई 2002 को हुए इस मैच के अंतिम क्षणों में मोहम्मद कैफ के साथ जहीर खान ही बल्लेबाजी कर रहे थे. 
 इस रोमांचक मुकाबले में लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 325 रन का विशाल स्कोर खड़ा रखा था और भारत के पांच विकेट महज 146 रन पर ही गिर गए थे, लेकिन युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने शानदार बल्लेबाज कर टीम इंडिया को जीत दिलाने में बेहद हम रोल निभाया था. 

ऐसे बने थे जहीर इस मैच में हीरो
कांटे के इस खास मैच में भारत को आखिरी ओवर में सिर्फ 2 रनों की दरकार थी. बल्लेबाजी कर रहे जहीर खान, दूसरे छोर पर खड़े मोहम्मद कैफ को स्ट्राइक देना चाहते थे. उन्होंने तीसरी गेंद पर रन लिया, लेकिन ओवरथ्रो की वजह से टीम को 2 रन मिल गए. जिसकी वजह से भारत की उस मैच में एतिहासिक जीत हुई. यानि इस मैच की जीत के आखिरी दो रन जहीर खान के खाते में जुड़े और मैच जीतते ही लॉर्ड्स की बालकनी में खड़े सौरव गांगुली ने अपनी शर्ट उतारकर हवा में लहरा दी. 

बल्लेबाज भी कम नहीं रहे थे जहीर
अपने करियर में जहीर खान ने कई बार साबित किया है कि वे एक अच्छे बल्लेबाज भी रहे हैं. अपने 12वें एकदिवसीय मुकाबले में जहीर खान ने हेनरी ओलांगा की चार गेंदों में चार छक्के लगाए थे. 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जहीर खान ने 75 रन बनाए थे, जो कि वो स्कोर उस समय का 11वें नंबर के बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर था जिसे बाद में वेस्टइंडीज के टीनो बेस्ट ने तोड़ दिया था. उसी पारी में जहीर ने 10वें विकेट के लिए सचिन तेंदुलकर के साथ 133 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की थी. 

जहीर खान को साल 2008 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर के खिलाब से नवाजा गया था. जहीर ने पिछले साल ही फिल्म एक्ट्रेस सगारिका  से शादी की थी. जहिर इन दिनों आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल टीम के मेटॉर हैं. वे इस टीम के कप्तान भी रह चुके हैं. इसके अलावा जहिर कॉमेंट्री भी करते हैं. 

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