ऑस्ट्रेलिया ने इस करो या मरो मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 293 रन बनाए. फिंच के अलावा कप्तान स्टीव स्मिथ ने 63 रन बनाए.
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नई दिल्ली : पिछले दो मैचों से चोट के कारण बाहर बैठे एरोन फिंच (124) ने शतक जड़ कर शानदार वापसी करते हुए होल्कर स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को भारत खिलाफ मजबूत स्कोर प्रदान किया. ऑस्ट्रेलिया ने इस करो या मरो मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 293 रन बनाए. फिंच के अलावा कप्तान स्टीव स्मिथ ने 63 रन बनाए. फिंच और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 154 रनों की साझेदारी की. इस जोड़ी के सामने न भारतीय तेज गेंदबाज चले न पिछले दो मैचों से मेहमान टीम को परेशान करने वाले चाइनमैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की जोड़ी चली.
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मेहमान टीम को इस मैच में शुरुआत भी अच्छी मिली. पुराने साथी की मैदान पर वापसी के साथ डेविड वॉर्नर ने भी बल्ले से 42 रनों का योगदान दिया. फिंच और वार्नर की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़ते हुए अपनी टीम को मनमाफिक शुरुआत दी. भारत के लिए कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने दो-दो विकेट लिए. युजवेंद्र चहल और हार्दिक पांड्या को एक-एक सफलता मिली.
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मैच के दौरान भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी के दौरान एक मजेदार नजारा भी देखने को मिला. 48वें ओवर की पांचवीं गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने न्कल बॉल डालने की कोशिश की, लेकिन उनके हाथ से गेंद उछल कर बल्लेबाज के पास जाने की बजाय गेंद किसी और दिशा में ही चली गई. इस गेंद को डेड बॉल करार दिया गया.
भुवनेश्वर कुमार ने इन्हें दिया अपनी घातक गेंदबाजी का श्रेय
भुवनेश्वर कुमार हमेशा से गेंद को स्विंग कराने का फन जानते थे लेकिन अब डेथ ओवरों में रफ्तार मिलने से अपने आपको अधिक मुकम्मल गेंदबाज मानते हैं. भुवनेश्वर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कल 6.1 ओवरों में 9 रन देकर तीन विकेट लिये जिनमें डेविड वॉर्नर का विकेट शामिल था.
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भुवनेश्वर ने मैच के बाद कहा कि जब वह पहली बार टीम में आया तो मुझे स्विंग गेंदबाजी के अनुकूल हालात की जरूरत होती थी. पदार्पण के एक साल बाद अपनी रफ्तार बढ़ाना चाहता था लेकिन पता नहीं था कि कैसे करूं. उन्होंने अपनी रफ्तार बढ़ाने का श्रेय अनुकूलन कोच शंकर बासु को दिया.
उन्होंने कहा, 'शंकर बासु ने मुझे अलग अलग तरह के प्रशिक्षण से अवगत कराया जिससे मेरी काफी मदद हुई. अपने स्पैल के बारे में उन्होंने कहा कि मैंने इस तरह की गेंदबाजी की रणनीति बनाई थी. पहली गेंद फेंकते ही मुझे पता चल गया कि गेंद को स्विंग मिल रही है. मुझे पता था कि वार्नर अच्छे आउटस्विंगर्स का सामना नहीं कर पायेंगे. मैंने इसलिये उन्हें ऑफ स्टम्प के बाहर गेंद डाली. आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद टीम में वॉर्नर के साथ खेलने का अनुभव भी उनके काम आया.'
(भाषा के इनपुट के साथ)