IND vs ENG: धर्मशाला की पिच को लेकर चर्चा, स्टोक्स ने खोल दिया राज; बल्लेबाजों की हो सकती है चांदी
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IND vs ENG: धर्मशाला की पिच को लेकर चर्चा, स्टोक्स ने खोल दिया राज; बल्लेबाजों की हो सकती है चांदी

Ben Stokes Statement​: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने धर्मशाला की पिच को पूरी तरह से बल्लेबाजी के अनुकूल बताया और यही मुख्य कारण है कि उन्होंने भारत के खिलाफ गुरुवार से धर्मशाला में शुरू होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट के लिए एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को टीम में नहीं चुना. 

IND vs ENG: धर्मशाला की पिच को लेकर चर्चा, स्टोक्स ने खोल दिया राज; बल्लेबाजों की हो सकती है चांदी

India vs England 5th Test: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने धर्मशाला की पिच को पूरी तरह से बल्लेबाजी के अनुकूल बताया और यही मुख्य कारण है कि उन्होंने भारत के खिलाफ गुरुवार से धर्मशाला में शुरू होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट के लिए एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को टीम में नहीं चुना. धर्मशाला में साल के इस समय में सामान्य से अधिक ठंड होती है जिससे तेज गेंदबाजों की दिलचस्पी बनी रहती है लेकिन पिच पर कोई घास नहीं छोड़े जाने के कारण इंग्लैंड के बल्लेबाजों को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.

धर्मशाला की पिच को लेकर चर्चा

इंग्लैंड ने प्लेइंग इलेवन में एकमात्र बदलाव करते हुए ओली रोबिन्सन की जगह मार्क वुड को टीम में शामिल किया है. बेन स्टोक्स ने मैच से पहले कहा, ‘यहां पहुंचने से पहले हम सोच रहे थे कि आक्रमण में तीन तेज गेंदबाज और एक स्पिनर शामिल होगा, लेकिन फिर जब हमने विकेट देखा और आज इसे फिर से देखा तो मुझे लगता है कि दो तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ जाना शायद सही फैसला होगा.’

स्टोक्स ने खोल दिया राज

बेन स्टोक्स ने कहा, ‘हमें लगा कि हम जहां हैं, उसके कारण शायद विकेट पर थोड़ी अधिक घास होगी लेकिन कुल मिलाकर विकेट पूरी तरह से बल्लेबाजी के अनुकूल दिखता है इसलिए दो तेज गेंदबाजों को खेलना और फिर भी बैश (शोएब बशीर) तथा टॉम (हार्टले) के होने से हमें एक अच्छा मिश्रण मिलता है. मैं इस बारे में थोड़ा अनिश्चित हूं कि जैसे-जैसे टेस्ट आगे बढ़ेगा तो क्या होगा.’

इंग्लैंड ने स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैक्कुलम के नेतृत्व में शुरू हुए ‘बैजबॉल’ (हर हाल में आक्रामक होकर खेलने की रणनीति) युग में पहली बार टेस्ट सीरीज गंवाई है. इंग्लैंड अंतिम टेस्ट जीतकर 2-3 के परिणाम के साथ स्वदेश लौटना चाहेगा, लेकिन स्टोक्स ने स्वीकार किया कि सीरीज के शुरुआती मैच में वापसी के बाद भारत ने महत्वपूर्ण क्षणों में उनसे बेहतर प्रदर्शन किया.

2-3 बेहतर परिणाम

बेन स्टोक्स ने कहा, ‘1-3 पर आपको लगता है कि सफलता नहीं मिली, लेकिन मैं इसे पूरी तरह से अलग नजरिए से देखता हूं और मुझे लगता है कि हम निश्चित रूप से एक टीम के रूप में आगे बढ़े हैं, भले ही हमें वे परिणाम नहीं मिले जो हम चाहते थे. आप जानते हैं कि 2-3 परिणाम 1-3 या 1-4 से बेहतर होता है और जाहिर तौर पर हम यही करना चाह रहे हैं.’

700 विकेट के करीब एंडरसन 

सीरीज की शुरुआत से पहले इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी के बारे में काफी चर्चा हुई और यह शुरुआती चार टेस्ट में भी जारी रही. अपनी पहली सीरीज गंवाने के बाद स्टोक्स से पूछा गया कि क्या रोहित ने पूरी इंग्लैंड टीम को मात दी तो स्टोक्स इससे खुश नहीं थे. स्टोक्स ने कहा, ‘मैं आपको फैसला करने दूंगा.’ जेम्स एंडरसन 41 साल की उम्र में भी अपने खेल के शीर्ष पर बने हुए हैं और 700 विकेट के आंकड़े से सिर्फ दो विकेट दूर हैं.

स्टोक्स ने कहा, ‘जिमी 700 विकेट तक पहुंच रहे हैं, यह सोचना शानदार है, खासकर एक तेज गेंदबाज के रूप में. अब तक का शानदार करियर और मैं उन्हें रुकते हुए नहीं देख सकता. 41 साल का होने के बावजूद हर दिन बेहतर होने की भूख और इच्छा दिखाना खेल के प्रति उनके दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता का प्रमाण है.’ स्टोक्स ने यह भी कहा कि कौशल के मामले में भारत बेहतर टीम है.

भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया

स्टोक्स ने कहा, ‘जिस चीज पर मैं पीछे मुड़कर देखता हूं वह यह है कि जब खेल संतुलित था तो भारत ने एक से अधिक मौकों पर हमारे से बेहतर प्रदर्शन किया. पहले मैच में हमें भारत को 220 रन पर आउट करना था और हम उससे काफी बेहतर थे. उसके बाद जब भी मुकाबला दांव पर था तो उनका टैलेंट हमारे से कहीं बेहतर था. यह बल्ले से भारत का प्रदर्शन हो या फिर गेंद से. अहम मौकों पर भारत ने हमारे से बेहतर प्रदर्शन किया.’

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