INDvSA: दक्षिण अफ्रीका का शर्मनाक रिकॉर्ड, 'घर' में बनाया सबसे कम वनडे स्कोर
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INDvSA: दक्षिण अफ्रीका का शर्मनाक रिकॉर्ड, 'घर' में बनाया सबसे कम वनडे स्कोर

पहले वनडे के बाद दूसरे वनडे में भी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज भारत की स्पिन जोड़ी-कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल का सामना नहीं कर पाई.

भारतीय टीम के स्पिन गेंदबाज युजवेन्द्र चहल (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: पहले वनडे के बाद दूसरे वनडे में भी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज भारत की स्पिन जोड़ी-कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल का सामना नहीं कर पाई. दोनों ने रविवार को सुपर स्पोर्ट पार्क मैदान पर खेल जा रहे मैच में आपस में आठ विकेट बांटते हुए मेजबान टीम को 32.2 ओवरों में 118 रनों पर ही ढेर कर दिया. चहल ने पांच विकेट लिए जबकि कुलदीप ने तीन सफलताएं हासिल कीं. चाइनामैन कुलदीप ने आठ ओवर फेंके और सिर्फ 20 रन दिए जबकि चहल ने 8.2 ओवरों में 22 रन दिए. चहल ने पहली बार वनडे में पांच विकेट लिए हैं. यह दक्षिण अफ्रीका का घर में सबसे कम स्कोर है. अफ्रीका से पहले 2009 में इंग्लैंड ने अपने ही मैदान पर सबसे कम वनडे स्कोर बनाया था. इंग्लैंड की टीम 119 रन पर ऑलआउट हो गयी थी. 

  1. सेंचुरियन वनडे में चहल ने झटके 5 विकेट
  2. दक्षिण अफ्रीका 118 रन पर ढेर
  3. दूसरे वनडे मुकाबले में भारतीय स्पिन गेंदबाजों का दबदबा

वनडे में भारत का न्यूनतम स्कोर -
वनडे में भारतीय टीम का सबसे कम स्कोर 54 रन है. साल 2000 में श्रीलंका के खिलाफ ही शारजाह में भारतीय टीम महज 54 रनों पर सिमट गई थी. ये उसका एकदिवसीय क्रिकेट का सबसे न्यूनतम स्कोर था. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत का सबसे कम स्कोर 91 रन रहा है. 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम महज 91 रनों पर आउट हो गई थी. 

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वनडे में सबसे कम स्कोर पर आउट होने वाली टॉप 5 टीमें -
- 25 अप्रैल 2004 को हरारे में खेले गए श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में जिम्बाब्वे की टीम केवल 35 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. जिम्बाब्वे की टीम केवल 18 ओवर के दौरान ऑल आउट हो गई.

- 19 फरवरी 2003 को पार्ल के मैदान पर श्रीलंका की टीम ने कनाडा की टीम को केवल 36 रन पर ऑल आउट कर दिया था. कनाडा की टीम केवल 18.4 ओवर में ऑलआउट हो गई थी. 

- 8 दिसंबर 2001 को कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में जिम्बाब्वे की टीम 15.4 ओवर में 38 रन पर ऑल आउट हो गई थी. 

- 11 जनवरी 2012 को पार्ल में खेले गए साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में श्रीलंका की टीम 43 रन पर ऑलआउट हो गई थी. श्रीलंका की टीम 20.1 ओवर में बिखर गई थी.

- 25 फरवरी 1993 को केपटाउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ पाकिस्तान की टीम 43 रन पर ऑल आउट हो गई थी. पाकिस्तान की टीम 19.5 ओवर में ऑल आउट हो गई. 

टेस्ट में सबसे कम स्कोर बनाने वाली टीमों में अफ्रीका शामिल -
टेस्ट मैच में सबसे कम स्कोर बनाने के रिकॉर्ड में भी न्यूजीलैंड के बाद दक्षिण अफ्रीका का नंबर आता है. 1955 में ऑकलैंड में हुए इस मैच में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ महज 26 रन बनाए थे. ये टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अब तक का सबसे कम स्कोर है.  न्यूजीलैंड के बाद सबसे कम स्कोर बनाने में दूसरा नंबर साउथ अफ्रीका का है. साउथ अफ्रीका ने पोर्ट एलिजाबेथ में 13 फरवरी 1896 को इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे. इसके बाद 14 जून 1924 को बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ साउथ अफ्रीका फिर 30 रन बनाकर धराशायी हो गई. इसके बाद अप्रैल 1899 को कैपटॉउन में भी साउथ अफ्रीका इंग्लैंड के खिलाफ 35 रन की पारी ही खेल पाई. इसके बाद साउथ अफ्रीका ने 12 फरवरी 1932 को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महज 36 रनों की पारी खेली.

टॉस जीतकर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. मेजबान टीम को सधी हुई शुरुआत तो मिली, लेकिन कुलदीप और चहल ने उसकी अच्छी शुरुआत को जाया कर दिया. पहले विकेट के लिए हाशिम अमला (23) और क्विंटन डी कॉक (20) ने 39 रन जोड़े. भुवनेश्वर कुमार ने अमला को विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच करा भारत को पहली सफलता दिलाई. 

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दूसरा विकेट 51 के कुल स्कोर पर डी कॉक के रूप में गिरा. उन्हें चहल ने अपना शिकार बनाया. इसी स्कोर पर मेजबान टीम ने दो और विकेट खो दिए और उसका स्कोर 51 रनों पर चार विकेट कर दिया. इस मैच में कप्तानी कर रहे एडिन मार्कराम (8) को कुलदीप ने भुवनेश्वर के हाथों कैच करा अपना खाता खोला. उन्होंने चार गेंद बाद डेविड मिलर जैसे खतरनाक बल्लेबाज को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच करा भारत को चौथी सफलता दिलाई.

जेपी ड्यूमिनी (25) और पदार्पण कर रहे खाया जोंडो (25) ने टीम को संकट से निकालने की कोशिश करते हुए पांचवें विकेट के लिए 48 रनों की साझेदारी की, लेकिन चहल ने जोंडो को अपना शिकार बनाते हुए इस साझेदारी को तोड़ दिया। यह विकेट 99 के कुल स्कोर पर गिरा. ड्यूमिनी भी 107 के कुल स्कोर पर चहल की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए. यहां से मेजबान टीम के बाकी के चार विकेट महज 11 रनों के भीतर गिर गए और वह मामूली से स्कोर पर पवेलियन में बैठ गई. कुलदीप और चहल के अलावा जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को एक-एक सफलता मिली.

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