एक्सपर्ट्स को भले ही शंका हो, लेकिन क्या टीम इंडिया को भी धोनी पर है 'शक'!
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एक्सपर्ट्स को भले ही शंका हो, लेकिन क्या टीम इंडिया को भी धोनी पर है 'शक'!

एमएस धोनी को लेकर मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली की राय ही अंतिम होगी. अब सवाल यह उठता है कि फिलहाल धोनी को लेकर इन सबकी राय क्या है...

एमएस धोनी और विराट कोहली के बीच मैदान पर अच्छा तालमेल देखने को मिलता है (फाइल फोटो))

नई दिल्ली : टीम इंडिया के दिग्गज कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी अपने प्रदर्शन को लेकर एक बार फिर आलोचकों के निशाने पर हैं. वीवीएस लक्ष्मण और अजित आगरकर जैसे पूर्व क्रिकेटरों ने तो उनको टी-20 क्रिकेट से संन्यास लेने की सलाह दे डाली है, वहीं वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि धोनी को अपनी भूमिका पर विचार करना होगा. कुछ अन्य एक्सपर्ट्स ने भी मिलते-जुलते विचार रखे हैं. हालांकि इन सबके ओपिनियन से तब तक कोई फर्क नहीं पड़ेगा, जब तक कि टीम इंडिया का प्रबंधन ऐसा नहीं सोचता. खासतौर से इस पर मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली की राय ही अंतिम होगी. अब सवाल यह उठता है कि फिलहाल धोनी को लेकर इन सबकी राय क्या है?

  1. न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 में धोनी ने 37 गेदों में 49 रन बनाए थे
  2. टीम इंडिया को धीमी बल्लेबाजी के कारण हार का सामना करना पड़ा
  3. लक्ष्मण जैसे पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी को टी-20 छोड़ने की सलाह दी है

रवि शास्त्री और विराट कोहली की राय पर बात करने से पहले यदि टीम इंडिया के अन्य साथियों की धोनी पर राय के बारे में बात करें, तो सबसे ताजा बयान स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार का आया है.

भुवी ने यह बयान तिरुवनंतपुरम में न्यूजीलैंड के साथ होने वाले तीन मैचों की टी-20 सीरीज के अंतिम मुकाबले से पहले एक सवाल के जवाब में दिया. उनका जवाब ऐसा रहा कि फिर कोई सवाल ही नहीं रह गया.

भुवनेश्वर ने एमएस धोनी के टीम में बने रहने के सवाल पर कहा कि धोनी के फॉर्म पर सवाल उठाने से पहले किसी को भी उनका रिकॉर्ड देख लेना चाहिए. उन्होंने अब तक जो भी किया है और कर रहे हैं, वह अच्छा है.

भुवनेश्वर ने आगे कहा, 'हमारी टीम में किसी को भी धोनी को लेकर कोई शक नहीं है. वह लीजेंड हैं. उनके रहने से टीम को फायदा होता है और उनकी क्षमता पर किसी को संदेह नहीं है.'

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भुवनेश्वर कुमार और एमएस धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ मैच जिताऊ पारी खेली थी. (फाइल फोटो)

वैसे खुद भुवी ने भी टीम इंडिया के लिए एमएस धोनी के साथ कई अहम पारियां खेली हैं. हाल ही में दोनों ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के दूसरे मैच में हारी हुई बाजी को जीत में बदल दिया था. धोनी और भुवी ने 100 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाई थी. इस दौरान धोनी ने जिस तरह से भुवी को गाइड किया वह देखने लायक था.

अब बात टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की करें, तो कोहली ने हाल ही में धोनी को लेकर जो कहा है उससे पता चलता है कि वह धोनी पर कितना भरोसा करते हैं. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि धोनी जैसा क्रिकेटिंग ब्रेन उन्होंने आज तक नहीं देखा. उन्होंने कई बार यह भी कहा है कि धोनी हमेशा उनके कप्तान रहेंगे. मतलब आप समझ जाइए कि कोहली किस कदर धोनी की क्षमताओं पर यकीन रखते हैं.

कोच रवि शास्त्री जिनके धोनी से संबंध ठीक नहीं माने जाते थे, लेकिन धोनी की मैदान पर सक्रियता, कोहली की निर्णय लेने में मदद को देखते हुए अब उनका भरोसा भी उन पर बढ़ गया है. सितंबर में शास्त्री ने कहा था कि धोनी के बिना वर्ल्ड कप, 2019 की कल्पना भी नहीं कर सकते. कोच ने यह भी कहा था, 'धोनी जैसा लीजेंड कहां मिलेगा? वह सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और कपिल देव के बराबर हैं.'

भले ही टी-20 में धोनी लय में न दिख रहे हों, लेकिन यदि एक्सपर्ट्स की राय को किनारे रखते हुए सोचें, तो टीम इंडिया के प्रबंधन का धोनी पर पूरा भरोसा है और वह तब तक खेलते रहेंगे, जब तक प्रबंधन चाहेगा. हां, टेस्ट की तरह धोनी ही कोई चौंकाने वाला फैसला कर लें, तो अलग बात है.

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