स्पॉट फिक्सिंग में फंसे जोबान के पिता ने कहा, बेटा कभी ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड नहीं गया
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स्पॉट फिक्सिंग में फंसे जोबान के पिता ने कहा, बेटा कभी ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड नहीं गया

स्पॉट फिक्सिंग मामले में द सन की रिपोर्ट में सोबर्स जोबान का नाम आने के बाद, जोबान के पिता बचाव में सामने आए हैं. 

सोबर्स जोबान  के बचाव में उनके पिता सामने आए हैं (फोटो : स्क्रीन ग्रैब)

नई दिल्ली : पर्थ में एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट से पहले स्पॉट फिक्सिंग का भूत निकल आया था. ब्रिटिश समाचार पत्र ‘द सन’ ने कहा कि उसके पास दो भारतीय मैच फिक्सर स्टिंग है जिसमें उन्होंने 140,000 ग्रेट ब्रिटेन पाउंड में किसी भी मैच को फिक्स करने का दावा किया.‘द सन’ की रिपोर्ट में कहा गया कि दो सट्टेबाजों ने पर्थ में चल रहे टेस्ट मैच में खेल के फिक्स किये गये हिस्सों को बेचने की पेशकश की थी जिसके आधार पर बड़ी रकम जीतने के लिये सट्टा लगाया जा सकता था.

  1. ‘द सन’ की रिपोर्ट में सोबर्स जोबान और प्रियांक सक्सेना के नाम
  2. जोबान के पिता ने बताया पूरे मामले को एक बड़ी साजिश
  3. सोबर्स पहले दिल्ली अंडर-23 टीम के लिये चुना गया था

इनमें से एक सट्टेबाज भारतीय है जिसे ‘मिस्टर बिग’ नाम से जाना जाता है. अखबार ने दोनों बुकीज को भारतीय और उनके नाम सोबर्स जोबान और प्रियांक सक्सेना बताए था. 

पूरी खबर देखें : एशेज में फिक्सिंग का साया: स्टिंग ऑपरेशन में ओवर फिक्स करने का दावा

वहीं स्पॉट फिक्सिंग विवाद के आरोपी दिल्ली के सट्टेबाज सोबर्स जोबान के पिता ने बेटे पर लगे आरोपों को खारिज करते हुये कहा कि वह अभी भी ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड नहीं गया. स्टिंग में सोबर्स जोबान कथित सट्टेबाज प्रियांक सक्सेना के साथ यह दावा करते हुये दिख रहे कि वे 140,000 पाउंड के एवज में एशेज टेस्ट मैच फिक्स कर सकते हैं. आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) ने हालांकि साफ किया कि पर्थ में खेले जा रहे मौजूदा मैच में सट्टेबाजी का कोई सबूत नहीं मिला. 

कभी भी इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया का दौरा नहीं
सोबर्स जोबान के पिता बलजीत जोबान ने पीटीआई से कहा, ‘‘मेरे बेटे ने कभी भी इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया का दौरा नहीं किया है और वे ( द सन ) दावा कर रहे कि सोबर्स ने एशेज श्रृंखला के मैच को फिक्स किया होगा.’’ दिल्ली के विकासपुरी में लाल बहादूर शास्त्री कोचिंग सेंटर चलाने वाले सीनियर जोबान ने कहा, ‘‘वह (सोबर्स) सिर्फ दुबई और रूस जाता है. रूस में उसकी गर्लफ्रेंड है जिससे वह जल्द ही शादी करने वाला है.’’

आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच एशेज पर्थ टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग से किया इंकार

उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, मैं सोबर्स को किसी से बात नहीं करने दे रहा हूं. आईसीसी एसीयू से किसी ने हमसे संपर्क नहीं किया है.’’ इस स्टिंग में जोबान के साथ सक्सेना भी दिख रहा है जिसे दिल्ली पुलिस ने पिछले साल महिला क्रिकेटर को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. सक्सेना ने महिला क्रिकेटर को राज्य टीम में शामिल करवाने का झूठा दावा किया था.

बेटे के मित्रों के बारे में नहीं पता
सक्सेना के बारे में पूछे जाने पर बलजीत ने कहा, ‘‘मेरा बेटा अब बड़ा है और उसके हर चीज पर मैं नजर नहीं रख सकता. मुझे उसके मित्र मंडली के बारे में नहीं पता. मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि यह बड़ी साजिश हैं.’’ बलजीत को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के बड़े अधिकारियों के साथ फिरोजशाह कोटला मैदान में अक्सर देखा जाता है. वह दिल्ली के विभिन्न आयु वर्ग (अंडर-19 और अंडर-15) की टीम के प्रशासनिक मैनेजर रहे है.

बलजीत ने माना वे बंसल के करीबी
उन्हें बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष और डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष स्नेह बंसल का करीबी माना जाता है. बंसल को डीडीसीए में 1.5 करोड रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में पद से हटा दिया गया था. बलजीत ने कहा, ‘‘हां मैं स्नेह बंसल का करीबी हूं और हमेशा उनका वफादार रहूंगा.’’ सोबर्स को लीग मैचों में खेलते हुये देखने वाले डीडीसीए से जुड़े पुराने अधिकारी ने उसे औसत से कम दर्जे का क्रिकेटर बताया.

डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘जोबान अपने प्रभाव के दम पर 2007-08 में दिल्ली अंडर-23 टीम के लिये चुना गया था. वह औसत से कम दर्जे का क्रिकेटर था. उसने हिमाचल प्रदेश के लिये भी आयु वर्ग का क्रिकेट खेला है. पिता-पुत्र को बड़े और झूठे दावे करने के लिये जाना जाता है.’’ 

(इनपुट भाषा)

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