टीम इंडिया जब ऑस्ट्रेलिया पर ऐतिहासिक जीत के बाद होटल पहुंची, तो उसके स्वागत में लोग पहले से ही बैंड-बाजे के साथ नाच-गा रहे थे.
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नई दिल्ली: अगर कोई टीम जीत 71 साल में पहली बार जीते तो उसके कप्तान और खिलाड़ियों का नाच उठना स्वाभाविक है. फिर अगर कप्तान विराट कोहली जैसा जोशीला जवान हो, तब तो जश्न के अंदाज का अंदाज लगाना भी आसान नहीं है. जश्न का ऐसा ही नजारा टीम इंडिया की ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत के बाद दिखा. इस जश्न में पूरी टीम भांगड़ा करती नजर आई.
भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज (India vs Australia) जीतने का 71 साल पुराना इंतजार सोमवार (7 जनवरी) को खत्म हो गया. दोनों टीमों के बीच सिडनी में खेला गया चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा. इसके साथ ही भारतीय टीम ने मेजबान टीम से चार मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत ली. इसके साथ ही विराट कोहली देश के पहले ऐसे कप्तान बन गए, जिनकी अगुवाई में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती है.
टीम इंडिया जीत के बाद जब होटल लौटी तो उसके स्वागत का पूरा इंतजाम था. टीम के प्रशंसक होटल में बैंड-बाजे के साथ स्वागत के लिए तैयार थे. नाच-गा रहे थे. होटल में सबसे पहले विराट कोहली और हार्दिक पांड्या प्रवेश करते हैं. होटल में गाना बज रहा होता है, ‘ये मेरा दिल प्यार का दीवाना’. विराट कोहली गेट पर ही मोबाइल निकालकर वीडियो बनाना शुरू कर देते हैं. वे साथ में झूमते जाते हैं. इसी बीच हार्दिक पांड्या खुलकर ‘मैदान’ पर कूद पड़ते हैं. विराट भी उनका साथ देना शुरू कर देते हैं और फिर इशांत शर्मा सबको कंपनी देते हैं.
Series victory, Indian team dancing to "mere desh ki darti", nagin dance, making Pujara dance
(via Whatsapp) pic.twitter.com/PO3f4SrgJD
— Vinay (@SemperFiUtd) January 7, 2019
चौथे टेस्ट: पांचवें दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी गई
भारत ने सिडनी में खेले गए चौथे टेस्ट के दूसरे 7 विकेट पर 622 रन बनाकर पारी घोषित की. चेतेश्वर पुजारा ने 193 रन बनाए. ऋषभ पंत 159 रन बनाकर नाबाद रहे. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 300 रन पर समेट दी. इस तरह भारत को 322 रन की बढ़त मिली. इसके बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया को फॉलोऑन के लिए कहा. ऑस्ट्रेलिया ने मैच के चौथे दिन जब बिना विकेट खोए छह रन बनाए थे, तब बारिश शुरू हो गई. बारिश थमी तो अंधेरा छा गया. कुलमिलाकर चौथे दिन तीसरे सेशन का खेल नहीं हुआ. पांचवें दिन तो एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी. इस तरह यह मैच ड्रॉ हो गया.