युवराज के इस वीडियो के बाद लोगों ने इस पर कई तरह के कमेंट किए. कुछ लोगों ने युवराज के इस संदेश की तारीफ की है तो वहीं कुछ लोग उनकी आलोचना भी कर रहे हैं.
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नई दिल्ली : दिवाली आने वाली है और इसको लेकर सभी में उत्साह और जोश है. दिवाली को लेकर हर कोई उत्साहित है. आम जनता से लेकर सेलिब्रिटी हर कोई दीवाली की तैयारियों में जुटा हुआ है. ऐसे में भला क्रिकेटर भी कहां पीछे रहने वाले हैं. भले ही युवराज सिंह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में अपनी जगह नहीं बना पाए हों, लेकिन सोशल मीडिया में वह लगातार बने हुए हैं. हाल ही में युवराज ने अपने फेसबुक अकाउंट से दिवाली से पहले अपने फैंस और सभी देशवासियों के नाम एक संदेश जारी किया है. युवराज का यह संदेश अच्छा है, लेकिन शायद कुछ लोगों को यह रास नहीं आया है.
दिल्ली-एनसीआर में नहीं बिकेंगे पटाखे, सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला
युवराज सिंह ने अपने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह लोगों से इस दीवाली पटाखे नहीं जलाने की अपील कर रहे हैं. युवराज ने संदेश देते हुए कहा है- इस दिवाली पटाखे मत चलाइए प्लीज. मैं पिछले साल अपने घर से बाहर नहीं निकल पाया. हवा में बहुत पोल्यूशन था. यह प्रदूषित हवा हमारे बच्चों, हमारे दोस्तों और हमारे पेरेंट्स के लिए हानिकारक है. झप्पियां डालो, पत्ते खेलो, मिठाइयां खाओ, लेकिन पटाखे प्लीज मत जलाओ. इससे हमारा दिल जलेगा. पिछले साल जब छोटे-छोटे बच्चे मास्क लगाकर घूम रहे तो बहुत खराब लग रहा था. मुझे भी खराब लगा था और आपको भी खराब लगा होगा. इस सबकी जिम्मेदारी हम सबको लेनी होगी.
बता दें कि युवराज सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस के साथ नजदीकी बनाए रखते हैं. इससे पहले भी वह लगातार अपनी फिटनेस को लेकर भी वीडियो शेयर करते रहे हैं.
Say no to crackers, let’s celebrate a pollution free Diwali #saynotocrackers #pollutionfree pic.twitter.com/l1sotpKizM
— yuvraj singh (@YUVSTRONG12) October 8, 2017
युवराज का यह संदेश बेहद अच्छा है, इसलिए सभी का फर्ज है कि उनकी इस अपील का मान रखें, लेकिन शायद कई लोगों को युवराज का यह संदेश पसंद नहीं आया. युवराज के इस वीडियो के बाद लोगों ने इस पर कई तरह के कमेंट किए. कुछ लोगों ने युवराज के इस संदेश की तारीफ की है तो वहीं कुछ लोग उनकी आलोचना भी कर रहे हैं.
आलोचना करने वाले लोगों का कहना है कि जब आप वर्ल्ड कप सेरेमनी में पटाखे जलाते हैं, क्या तब पोल्यूशन नहीं दिखाई देता. लोगों ने कहा कि दूसरों को भाषण देने से पहले खुद के अंदर झांक कर देख लें.
माना खाली दिमाग शैतान का घर होता है। लेकिन इतनी भी क्या बेरोजगारी कि कुछ भी बोल दो। टी-20 विश्वकप 2011 में पटाखे फूटने पर तो ज्ञान नही दिया। pic.twitter.com/WXxotBugFR
— Tanay Srivastava (@tanaysri94) October 8, 2017
@YUVSTRONG12 bhaiya,
1. How often do u use public transport??
2. Have u ever requested BCCI/ICC to not use fire crackers during matches.— Piyush Shahi (@Piyushkshahi) October 8, 2017
Use plastic bat's for batting, we no need to cut down many no. Of trees
— Harish kumar (@amaraharish) October 8, 2017
if u want to control pollution then stop using car ,use cycle.
— gaurav pandey (@igaurav1234) October 8, 2017
my point is simple all celebs starts tweeting this stop cracker thing only before diwali as if it is solely responsible for pollution.
— gaurav pandey (@igaurav1234) October 8, 2017
हम भारतीयों ने तो 2011 के विश्वकप जीत पर भी पटाखें फोड़ प्रदूषण फैलाया था, ये ज्ञान तब दे देते तो शायद आज प्रदूषण बहुत कम होता!
— NIKHIL VYAS (@VYASNIKHIL) October 8, 2017
डिअर युवी आप अपने घर को बंद करके दिवाली मनाये,सबको दिवाली पर ही पोलुशन नज़र आता है हर मैच केबाद जो पटाखे जलते है उससे क्या ऑक्सीजन निकलती है
— Ravinder Singhal (@ravi4602) October 8, 2017
Lets play cricket with plastic bet and ball many trees cut for wooden bat and many animals for leather ball shame on u
— Mayank sethi (@mayankforbjp) October 9, 2017
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर बैन लगा दिया है. कोर्ट ने अपने अहम फैसले में आदेश दिया है कि 1 नवंबर 2017 तक दिल्ली-एनसीआर में पटाखे नहीं बिकेंगे. कोर्ट ने कहा कि 12 सितंबर का पुराना आदेश 1 नवंबर से लागू होगा. कोर्ट ने कहा कि 1 नवंबर के बाद कुछ शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर में पटाखे बेचे जा सकेंगे.
इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि दिल्ली-एनसीआर में पटाखे चलाने पर कोई बैन नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पटाखों की बिक्री 1 नवंबर, 2017 से दोबारा शुरू हो सकेगी. इस फैसले से सुप्रीम कोर्ट देखना चाहता है कि पटाखों के कारण प्रदूषण पर कितना असर पड़ता है.
कोर्ट ने पिछले वर्ष 11 नवंबर को एक आदेश में ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के भीतर पटाखों की थोक और खुदरा बिक्री की अनुमति देने वाले’ सभी लाइसेंस निलंबित कर दिये थे. बाद में 12 सितंबर, 2017 को कोर्ट ने इस प्रतिबंध को अस्थाई रूप से हटा दिया और पटाखों की बिक्री को अनुमति दे दी. पुराने आदेश की पुन:बहाली के संबंध में सुनवाई के दौरान केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पीठ से कहा था कि वह इस आवेदन का समर्थन करता है.