युवराज सिंह यो यो फिटनेस टेस्ट हर हाल में पास करना चाहते हैं, पहले वह इस टेस्ट में असफल हो चुके है. लेकिन क्या वह रणजी मैचों की कीमत पर यह टेस्ट पास करेंगे?
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नई दिल्ली: टीम से बाहर चल रहे दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह ने रणजी ट्रॉफी में न खेलने की जगह नेशनल क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण को तवज्जो दी ही. बीसीसीआई के एक गुट को उनका यह निर्णय पसंद नहीं आया. युवराज सिंह पंजाब के पांच रणजी मैचों में से चार में अनुपस्थित रहे. एक मैच में उन्होंने विदर्भ के खिलाफ 20 और 42 रनों की पारियां खेलीं. बीसीसीआई के कुछ सदस्य युवराज की एनसीए में उपस्थिति पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि युवराज को अभी कोई चोट भी नहीं लगी है. ऐसे में रणजी में न खेलकर एनसीए में उनकी उपस्थिति संशय पैदा करती है.
गौरतलब है कि युवराज सिंह यो यो फिटनेस टेस्ट हर हाल में पास करना चाहते हैं, पहले वह इस टेस्ट में असफल हो चुके है. लेकिन क्या वह रणजी मैचों की कीमत पर यह टेस्ट पास करेंगे?
इसके पीछे एक वजह युवराज का संन्यास लेना भी मानी जा रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवराज भी नेहरा की तरह अपने होम ग्राउंड से लेना चाहते हैं. जिस तरह सिर्फ एक मैच के लिए नेहरा ने टी-20 में एंट्री ली और अपने होम ग्राउंड से संन्यास ले लिया. अब भारत-श्रीलंका के बीच दूसरा वनडे मैच मोहाली में खेला जाएगा. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि युवराज भी टीम में एंट्री कर के अपने होम ग्राउंड से संन्यास लेने की सोच रहे हों. हालांकि, इस मामले में कोई भी अधिकारिक बयान नहीं आने के कारण हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं.
जिस Yo-Yo Test से युवराज परेशान, उसे नेहरा ने क्यों बताया आसान
युवराज सिंह टीम इंडिया में हर हाल में वापसी करना चाहते हैं साथ ही वह आईपीएल ऑक्शन में मौजूद रहना चाहते हैं, ताकि उनके विकल्प खुले रहें. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि, ''हालांकि युवराज के बारे में कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है कि वह रिहेबिलेशन कर रहे हैं. लेकिन बोर्ड को यह पता चला है कि वह विशेष फिटनेस ट्रेनिंग ले रहे हैं ताकि वह यो यो टेस्ट पास कर सकें.''
टीम इंडिया में जगह के लिए सबको पास करना होगा यह टेस्ट
अब यह युवराज को तय करना है कि क्या वह रणजी को बेहद हल्के में ले रहे हैं? क्या इसका अर्थ निकाला जाए कि यदि युवराज सिंह 16.1 (भारतीय टीम द्वारा तय सेट मानक) हासिल कर लेते हैं तो बिना रन बनाए टीम में उनका चयन हो जाए. क्या श्रीलंका के साथ होने वाली वन डे सीरीज में उन्हें चुन लिया जाएगा. इस सारे मामले पर युवराज की टिप्पणी नहीं मिल पाई है.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पंजाब टीम प्रबंधन के हवाले से बताया, ''युवराज को इंडियन टीम प्रबंधन की ओर से फिटनेस टेस्ट के लिए कहा गया है. जबकि चयनकर्ता हमेशा ही रणजी ट्रॉफी को अहमियत देते हैं. आप ईशांत को देखिए, वह टीम इंडिया का हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें कोलकाता टेस्ट से एक दिन पहले रिलीज कर दिया गया ताकि वह महाराष्ट्र के खिलाफ मैच खेल सकें.''