VIDEO: इस आत्मघाती गोल से शुरू हो गई थी क्रोएशिया की उल्टी गिनती
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VIDEO: इस आत्मघाती गोल से शुरू हो गई थी क्रोएशिया की उल्टी गिनती

क्रोएशिया उसी तरह की फुटबॉल खेल रही थी जिस तरह की पूरे विश्व कप में खेलती आ रही थी, लेकिन मारियो मांजुकिक की गलती ने क्रोएशिया की हार की कहानी लिख दी थी. 

मारियो मांजुकिक के आत्मघाती गोल से शुरू हुई क्रोएशिया की हार की कहानी (PIC : Reuters)

मास्को: लगातार तीन मैच अतिरिक्त समय में जीत फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के फाइनल में पहुंची क्रोएशिया पहली बार फाइनल में जाने के मौके को जीत में नहीं बदल सकी. चार मैचों में एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करने वाली क्रोएशिया रविवार (15 जुलाई) को कहीं न कहीं किस्मत की मारी रही. मैच का पहला गोल फ्रांस के हिस्से आया, लेकिन यह आत्मघाती गोल था जो क्रोएशिया के मारियो मांजुकिक ने किया. यह विश्व कप के फाइनल में हुआ पहला आत्मघाती गोल था जिसने क्रोएशिया को निराश कर दिया. 

  1. 1998 के बाद दूसरा मौका है, जब फ्रांस ने विश्वकप जीता है
  2. क्रोएशिया पहली बार फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा था
  3. फ्रांस ने फाइनल मैच में क्रोएशिया को 4-2 से मात देकर जीता

इसी गोल से क्रोएशिया की उल्टी गिनती शुरू हो गई. हालांकि ईवान पेरीसिक ने उसे बराबरी कर दी थी, लेकिन फ्रांस को 38वें मिनट में मिली पेनल्टी ने कहीं न कहीं यह बता दिया था कि आज का दिन क्रोएशिया का नहीं है. अंत भी यही हुआ. 

रोमांचक था फाइनल मैच
फाइनल मैच में जिस तरह की उम्मीद थी, उसी स्तर की फुटबाल देखी गई. पहली बार फाइनल खेल रही क्रोएशिया किसी भी तरह के दवाब में नहीं थी. वो उसी तरह की फुटबॉल खेल रही थी जिस तरह की पूरे विश्व कप में खेलती आ रही थी, लेकिन मारियो मांजुकिक की गलती ने क्रोएशिया की हार की कहानी लिख दी थी. 

मारियो मांजुकिक के आत्मघाती गोल ने बिगाड़ा खेल
हालांकि, फ्रांस पहले हाफ की समाप्ति तक 2-1 से आगे थी. इसमें सही मायने में क्रोएशिया की गलती थी. 18वें मिनट में ऐसा पल आया जो अभी तक विश्व कप के फाइनल में कभी नहीं आया और जिसने क्रोएशियाई टीम तथा प्रशंसकों को निराश कर दिया. फ्रांस को फ्री किक मिली जिसे एंटोनी ग्रीजमैन ने लिया. ग्रीजमैन की किक को क्लीयर करने के प्रयास में क्रोएशिया के माकियो मांजुकिक आत्मघाती गोल कर बैठे. उन्होंने अपने हेडर के जरिये गेंद को बाहर भेजना चाहा, लेकिन गेंद सीधे नेट में गई और फ्रांस बिना प्रयास के 1-0 से आगे हो गई. यह विश्व कप के फाइनल में किया गया पहला आत्मघाती गोल है. 

पहले हाफ में जबरदस्त खेलने वाली क्रोएशिया दूसरे हाफ में फ्रांस द्वारा किए गए दो गोलों के सामने बिखर गई और पहले खिताब से चूक गई. क्रोएशिया ने बेशक हार झेली हो लेकिन वह दुनियाभर के फुटबाल प्रेमियों का दिल जीतने में सफल रही है. 

फीफा वर्ल्ड कप 2018 टूर्नामेंट 12 आत्मघाती गोल शामिल हैं. बता दें कि फ्रांस दूसरी बार 2006 में विश्व कप का फाइनल खेली थी जहां इटली ने उसे खिताब से महरूम रख दिया था, लेकिन तीसरी बार फ्रांस खिताब जीतने में सफल रही.

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