पिता के अंतिम संस्कार से लौटे ऋषभ पंत शानदार पारी खेल बने 'विराट', जीत लिया दिल
Advertisement
trendingNow1323718

पिता के अंतिम संस्कार से लौटे ऋषभ पंत शानदार पारी खेल बने 'विराट', जीत लिया दिल

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में दिल्ली डेयरडेविल्स भले ही अपने पहले मैच में हार गई हो, लेकिन टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत ने अपनी शानदार पारी से सबका दिल जीत लिया है. 

पिता के अंतिम संस्कार से लौटे थे ऋषभ पंत ने खेली शानदार पारी (PIC: BCCI)

नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में दिल्ली डेयरडेविल्स भले ही अपने पहले मैच में हार गई हो, लेकिन टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत ने अपनी शानदार पारी से सबका दिल जीत लिया है. 

दिल्ली के लिए युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत सर्वोच्च स्कोरर रहे. उन्होंने 36 गेंदों में चार छक्के और तीन चौके की मदद से 57 रनों की पारी खेली. दिल्ली के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके. पूरी पारी में सिर्फ पंत ही दिल्ली की तरफ से संघर्ष कर सके. 

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में अपने दूसरे मैच में शनिवार को दिल्ली डेयरडेविल्स को 15 रनों से हरा कर अपना खाता खोला. चैलेंजर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 157 रन बनाए थे. दिल्ली की टीम पूरे ओवर खेलने के बाद नौ विकेट के नुकसान पर 142 रन ही बना सकी और अपना पहला मैच हार गई. 

इस मैच में ऋषभ के लिए सबसे बड़ी बात ये रही कि दो दिन पहले ही ऋषभ अपने पिता के अंतिम संस्कार से लौटे थे. बुधवार को उत्तराखंड के रुड़की में कार्डिएक अटैक के कारण उनके पिता राजेंद्र पंत का देहांत हो गया. गुरुवार को 19 साल के पंत अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. इसके अगले ही दिन वह फिर से अपनी टीम के साथ जुड़ गए. 

खबर है कि पंत ने प्रैक्टिस में भी हिस्सा लिया. जबकि ये खबरें आ रही थीं कि पिता की मौत के बाद पंत पहला मैच शायद न खेलें. शनिवार को खेले गए मुकाबले में पंत पूरी तैयारी के साथ उतरे.

हॉफ सेंचुरी से जीता दिल 

ऋषभ पंत को जब बल्लेबाजी का मौका मिला तो उन्होंने पिच पर आते ही अपने इरादे जाहिर कर दिए. पहली ही गेंद पर ऋषभ ने शानदार छक्का जड़ डाला. इसके बाद पंत ने आरसीबी के सभी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. हालांकि, उन्हें दूसरे छोर से किसी बल्लेबाज का साथ नहीं मिल पाया. लेकिन पंत आखिरी ओवर तक डटे रहे. 

सचिन-कोहली भी ऐसे ही जीत चुके हैं देश का दिल

ऋषभ पंत के साथ जो हुआ वैसा ही कुछ सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के साथ भी हुआ था. सचिन और विराट ने भी हिम्मत दिखाते हुए टीम के लिए खेलने का फैसला लिया था. कोहली जब दिल्ली की रणजी टीम का हिस्सा थे तब एक मैच के दौरान उनके पिता का देहांत हो गया था. कोहली पिता के अंतिम संस्कार के बाद मैदान पर उतरे और अपनी टीम के लिए शानदार पारी खेली थी. साल 2006 में अपनी पहली रणजी सीजन में कर्णाटक के खिलाफ मैच के दौरान विराट कोहली के पिता का निधन हो गया था. इसके बावजूद उन्होंने मैच खेला और 90 रन की पारी खेली.

वहीं इंग्लैंड में खेले गए 1999 वर्ल्ड कप के दौरान सचिन के पिता का देहांत हो गया था. सचिन पिता के देहांत के चलते एक मैच नहीं खेल पाए थे लेकिन पिता के अंतिम संस्कार के बाद वह फौरन इंग्लैंड पहुंच गए थे. सचिन ने अगले ही मैच में केन्या के खिलाफ सेंचुरी लगाई थी. देश के लिए खेलना उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान था. शायद यही वजह थी कि वह अपने पिता की मौत के बाद अगले दिन भारत के लिए बल्लेबाजी करने उतरे थे. क्योंकि उनके पिता का ही सपना था कि सचिन देश का नाम रोशन करें. भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर होने के कगार पर थी ऐसे में सचिन ने देश के लिए खेलने का निर्णय लिया और वापस इंग्लैंड आए. केन्या के खिलाफ अगले मुकाबले में सचिन ने पिता की मौत का दर्द झेलने के बावजूद 140 रनों की पारी खेलते हुए भारत को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई.

ऋषभ की इस हिम्मत की हर तरफ चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर उनके जज्बे की खूब सराहना की जा रही है. भले ही वो दिल्ली डेयरडेविल्स को मैच जिताने में नाकाम रहे, लेकिन उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीत लिया.

ट्रेनिंग के दौरान ऋषभ गुरुद्वारे में रहते थे

अपने क्रिकेट के शौक को परवान चढ़ाने के लिए ऋषभ ने बेहद संघर्ष किया है. उनके पिता राजेंद्र पंत ने कुछ समय पहले एक चैनल को इंटरव्यू में बताया था कि ट्रेनिंग के लिए ऋषभ को रुड़की से दिल्ली आना पड़ा था. दिल्ली के सोनेट क्लब के कोच तारक सिन्हा ने क्रिकेटरों के लिए एक  कैंप रखा था और इस कैंप में भाग लेने के लिए ऋषभ रुड़की से दिल्ली आए थे. इस दौरान वे गुरुद्वारे में रहते थे और वहीं लंगर खाते थे. कड़ी मेहनत की बदौलत ऋषभ ने दिल्‍ली की रणजी टीम में जगह बनाई और फिर जूनियर वर्ल्‍डकप के अपने चमकीले प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया में भी स्‍थान बनाने में कामयाब हुए. टी 20 में पंत ने एकमात्र टी20 मैच इंग्‍लैंड के खिलाफ बेंगलुरू में ही खेला था और वे पांच रन बनाकर नाबाद रहे थे.

Trending news