आईपीएल फाइनल मुकाबले में चेन्नई ने हैदराबाद को 8 विकेट से हरा दिया. इसमें चेन्नई के शेन वाटसन के शानदार 117 रनों का खास योगदान रहा.
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मुंबई : साल 2018 में आईपीएल के सीजन 11 के फाइनल मुकाबले में शेन वाटसन की तूफानी शतक के दम पर चेन्नई ने हैदराबाद को 8 विकेट से हरा कर तीसरी बार आईपीएल खिताब अपने नाम कर लिया. इस मैच का सबसे बड़ा आकर्षण शेन वाटसन के 57 गेंदों पर तूफानी 117 रन रहे. वाटसन ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर 51 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया.
15 ओवर तक चेन्नई ने दो विकेट खोकर 146 रन बना लिए थे. वाटसन 48 गेंदों पर 97 रन बनाकर खेल रहे थे तो रायडू 7गेंदो पर 1 रन बना कर खेल रहे थे. अंतिम 5 ओवर में टीम को 33 रनों की जरूरत थी. वहीं 15वां ओवर राशिद खान ने मेडन ओवर फेंका था.
संदीप शर्मा के ओवर में, जो कि पारी का 13 वां ओवर था, तीन छक्के और दो चौके लगाकर 27 रन ठोंक डाले और अपना निजी स्कोर 45 गेंदों पर 86 रन कर दिया. जबकि टीम का स्कोर 131 रन कर दिया. वहीं इसके अगले ओवर में ब्रेथवेट ने सुरेश रैना को विकेट के पीछे आउट करा दिया. रैना ने 24 गेंद 32 रन बनाए.
शेन वाटसन तेजी से रन बना रहे थे तो रैना दूसरे छोर पर वाटसन को ही मौका देने की कोशिश करते नजर आए. वहीं राशिद खान के ओवर में दोनों ही सावधानी से बल्लेबाजी करते नजर आए. 11वें ओवर की पहली ही गेंद पर शाकिब को वाटसन ने छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया.
10 ओवर तक वाटसन 45 रन बना चुके थे और रैना 22 रनों पर एक छोर संभाले हुए थे. टीम का स्कोर एक विकेट पर 80 रन हो चुका था. 8 ओवर के बाद चेन्नई का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 56 रन हो गया था. शेन वाटसन ने दो चौके और दो छक्के की मदद से 25 गेंदों पर 28 रन बना लिए थे तो सुरेश रैना ने 12 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 15 रन बनाए थे.
पहले पांच ओवर में चेन्नई एक विकेट खोकर केवल 20 रन बना सकी थी लेकिन इसके अगले ओवर में शेन वाटसन ने एक छक्का और एक चौका लगाकर 6 ओवर में एक विकेट पर 35 रन बना लिए थे. शेन वाटसन 19 गेंदों पर 19 रन और सुरेश रैना 6 गेंदों पर 4 रन बनाकर खेल रहे थे. चेन्नई को चौथे ओवर में ही पहला झटका लग गया. चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर संदीप शर्मा ने फाफ डु प्लेसिस का अपनी ही गेंद पर कैच पकड़ कर चेन्नई पर दबाव बढ़ा दिया. फाफ 11 गेंदों पर 10 रन बना सके.
हैदराबाद के 178 रन बनाने के बाद भुवनेश्वर कुमार ने पहला ओवर मेडन डाला. भुवी का ओवर दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मैच जैसा ही था फर्क इतना रहा कि इस बार भुवी को शेन वाटसन का विकेट नहीं मिला. भुवी को जहां गेंद में मूवमेंट मिल रहा था वाटसन वहीं संभालकर खेलने की कोशिश करते नजर आए.
इससे पहले हैदराबाद ने चेन्नई को 179 रनों का लक्ष्य दिया. युसुफ पठान और कार्लोस ब्रेथवेट ने तूफानी बल्लेबाजी की बदौलत हैदराबाद ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट खोकर 178 रन बना लिए थे. युसुफ 25 गेदों पर 45 रन और ब्रेथवेट ने 11 गेंदों पर 21 रन बनाए. हैदराबाद की ओर से कप्तान केन विलियमसन ने 47 रन बनाए.
दूसरा स्ट्रेटिजिक टाइम आउट खत्म होने के बाद जहां युसुफ की बल्लेबाजी के अंदाज में कोई फर्क नहीं पड़ा तो 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर लुंगी एनगिडी ने दीपक हुड्डा (3) को आउट किया. तब तक युसुफ 18 ही गेंदों पर ही 35 रन बना डाले थे. 17 ओवर तक हैदराबाद का स्कोर पांच विकेट के नुकसान पर 144 रन हो गया था.
16वें ओवर की पांचवी गेंद पर ड्वेन ब्रावो ने शाकिब उल हसन को सुरेश रैना के हाथों कैच आउट करा दिया. शाकिब ने केवल 15 गेंदों पर 23 रन बनाए थे. इससे पहले शिखर धवन और कप्तान केन विलियमसन के आउट होने के बाद युसुफ पठान और शाकिब उल हसन ने तेजी से बल्लेबाजी कर रहे थे. दोनों ने मिलकर 15वें ओवर में हैदराबाद का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 126 रन कर दिया था शाकिब जहां 13 गेंदों पर 22 रन बना चुके थे तो वहीं युसुफ 12 गेंदों पर 21 रन बना दिए थे.
12वें ओवर तक हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन ने जैसे ही टीम का स्कोर 100 के पार कराया, करण शर्मा ने उन्हें एमएस धोनी के हाथों स्टंप आउट कर दिया. विलियमसन ने केवल 36 गेंदों पर ही पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 47 रन बनाए. विलियमसन के आउट होने तक 12.1 ओवर में हैदराबाद का स्कोर 101 रन था.
विलियमसन के आउट होने के बाद शाकिब उल हसन 18 रन बनाकर खेल रहे थे और विलियमसन की जगह युसुफ पठान बल्लेबाजी करने आए थे. स्ट्रेटिजिक टाइम आउट के बाद रवींद्र जडेजा ने चेन्नई को दूसरी सफलता दिलाई और शिखर धवन को बोल्ड आउट कर दिया. 25 गेंदों पर 26 रन बनाकर आउट हुए जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल था. 9 ओवर के बाद हैदराबाद का स्कोर दो विकेट पर 70 रन हो गया था.
स्ट्रटिजिक टाइम आउट से पहले तक हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन और शिखर धवन मिलकर हैदराबाद की पारी को तेजी से आगे बढ़ा रहे थे. पहले स्ट्रटिजिक टाइम आउट खत्म होने के बाद हैदराबाद ने 8 ओवर में एक विकेट खोकर 62 रन बना लिए थे.
पावर प्ले में पहले झटके से उबारा
शुरुआती झटके के बाद हैदराबाद ने संभलकर पारी को आगे बढ़ाया. तीसरे ओवर के तक हैदराबाद का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 17 रन था जिसके बाद लुंगी एनगिडी ने पारी का चौथा ओवर मेडन डाला लेकिन उसके बाद कप्तान केन विलियमसन ने हाथ खोले और दीपक चहर के ओवर में एक छक्का और एक चौका लगा दिया. इसके अगले ओवर में शिखर धवन ने एक छक्का लगाया और पावर प्ले खत्म होने यानि छठे ओवर के बाद टीम का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 42 रन था विलियमसन 16 रन (17 गेंद) और शिखर धवन 18 रन (15 गेंद) पर खेल रहे थे.
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद की शुरुआत श्रीवत्स गोस्वामी और शिखर धवन ने की. दूसरे ओवर में ही हैदराबाद को पहला झटका लग गया. श्रीवत्स गोस्वामी केवल 5 गेंदों पर 5 रन बनाकर रनआउट हो गए. उस समय टीम का स्कोर 13 रन था. दो ओवर के बाद टीम का स्कोर एक विकेट पर 14 रन था. क्रीज पर गोस्वामी की जगह विलियमसन आए थे.
इससे पहले चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. वहीं कप्तान केन विलियमसन की टीम हैदराबाद की ताकत उसकी गेंदबाजी है तो वहीं चेन्नई की ताकत उसकी बल्लेबाजी है. ऐसे में टॉस की भूमिका काफी खास रहने वाली थी
चेन्नई ने अपनी टीम में एक बदलाव किया है. अनुभवी हरभजन सिंह के स्थान पर लेग स्पिनर कर्ण शर्मा को अंतिम एकादश में जगह मिली है. वहीं हैदराबाद में चोटिल रिद्धिमान साहा के स्थान पर श्रीवत्स गोस्वामी को और खलीली अहमद के स्थान पर संदीप शर्मा मौका मिला है.
चेन्नई अपने तीसरे आईपीेल खिताब पाने की कोशिश में है तो वहीं हैदराबाद अपना दूसरा आईपीएल खिताब जीतना चाहती है. यह सीजन अब तक के खेले गए सभी आईपीएल सीजन में से सबसे रोमांचकारी रहा है. केवल यही एक ऐसा सीजन हैं जब आईपीएल प्लेऑफ की टीमों में चौथी टीम का फैसला लीग मैच के आखिरी मैच में हुआ था.
इस बार फाइनल भी अंक तालिका में रही टॉप दो टीमों के बीच होना है. दो साल तक प्रतिबंध झेल रही चेन्नई की टीम ने कमाल की वापसी करते हुए टीम को सातवीं बार फाइनल में पहुंचाया. ऐसा कोई सीजन नहीं है कि चेन्नई ने आईपीएल खेला हो और वह प्लेऑफ में नहीं पहुंची हो. वहीं केन विलियमसन की कप्तानी में हैदराबाद ने कमाल का प्रदर्शन किया है. टीम अंक तालिका में टॉप पर रही है. उसने कई लो स्कोरिंग मैच जीते हैं तो जो हारे हैं वे भी नजदीकी मुकाबले ही हारे हैं.
टॉप पर रही है लीग मैचों में हैदराबाद
हैदरबाद की टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है, वहीं चेन्नई की टीम ने भी दो साल के बाद शानदार वापसी करते हुए रिकॉर्ड सातवीं बार फाइनल में प्रवेश किया है. चेन्नई की टीम इकलौती ऐसी टीम है जिसने जब भी वह खेली है तब से हर बार प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रही है. चेन्नई की टीम का भी इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन रहा है. उसने कई नजदीकी मुकाबले जीते हैं.
चेन्नई : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान-विकेटकीपर), शेन वाटसन, फाफ डु प्लेसिस, अंबाती रायडू, सुरेश रैना, ड्वायन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, लुंगी नगिदी, कर्ण शर्मा, दीपक चहर और शार्दूल ठाकुर.
हैदराबाद : केन विलियमसन (कप्तान), शिखर धवन, दीपक हुड्डा, शाकिब अल-हसन, यूसुफ पठान, कार्लोस ब्रैथवेट, श्रीवत्स गोस्वामी (विकेटकीपर), राशिद खान, भुवनेश्वर कुमार, सिद्धार्थ कौल और संदीप शर्मा.