Paris Olympics 2024 Ashwini Ponnappa vs Prakash Padukone: पेरिस ओलंपिक में भारत की बैडमिंटन टीम ने सबसे ज्यादा निराश किया. इस इवेंट में टीम को एक भी मेडल नहीं मिला. लक्ष्य सेन मेंस सिंगल्स के ब्रॉन्ज मेडल मैच में हार गए.
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Paris Olympics 2024 Ashwini Ponnappa vs Prakash Padukone: पेरिस ओलंपिक में भारत की बैडमिंटन टीम ने सबसे ज्यादा निराश किया. इस इवेंट में टीम को एक भी मेडल नहीं मिला. लक्ष्य सेन मेंस सिंगल्स के ब्रॉन्ज मेडल मैच में हार गए. वह पहला गेम जीतने के बाद बाकी बचे दोनों गेम में परास्त हो गए. इस तरह बैडमिंटन में कम से कम एक मेडल का सपना टूट गया. इसके बाद कोच प्रकाश पादुकोण काफी निराश हुए और उन्हें कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया. पादुकोण ने कहा कि खिलाड़ियों को दबाव झेलना सीखना चाहिए और उन्हें मिले समर्थन के बाद नतीजे देने शुरू करने का समय आ गया है. उनके इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है.
अश्विनी पोनप्पा ने 'गुरु' के कमेंट पर किया पलटवार
ओलंपिक में शामिल रही भारतीय शटलर अश्विनी पोनप्पा इस टिप्पणी से खुश नहीं हैं. अश्विनी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ''ये देखकर काफी निराशा हुई. अगर कोई खिलाड़ी जीतता है, तो हर कोई उसका श्रेय लेने के लिए कूद पड़ता है और अगर वो हार जाता है तो क्या ये सिर्फ खिलाड़ी की गलती है?'' अश्विन पोनप्पा का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा और वह मेडल नहीं जीत पाईं.
'कोचों को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाता?'
अश्विनी ने आगे कहा ''कोचों को तैयारी में कमी और खिलाड़ी को तैयार ना करने के लिए जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाता? वे जीत का श्रेय लेने वाले पहले व्यक्ति होते हैं. क्यों नहीं अपनी हार की जिम्मेदारी भी लेते? आखिरकार जीतने के लिए टीम की कोशिश लगती है और हारना भी टीम की जिम्मेदारी है. आप अचानक खिलाड़ी पर सारा दोष नहीं डाल सकते.''
Ashwini Ponnappa’s two cents on yesterday’s statement where Padukone sir indirectly gave a stern message to Lakshya and the other athletes. pic.twitter.com/3aDYw0loJT
— Valmoth (@valmoth1) August 6, 2024
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चीन जैसी व्यवस्था चाहते हैं प्रकाश पादुकोण
पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन प्रकाश पादुकोण ने कहा कि भारत को अपने खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे दबाव वाली स्थितियों से निपट सकें. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि चीन की तरह एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जहां वे एक खिलाड़ी पर निर्भर न रहें और लगातार खिलाड़ी तैयार करते रहें. उन्होंने कहा, ''हम सिर्फ एक खिलाड़ी होने से संतुष्ट नहीं रह सकते. हमें अगली पंक्ति, शायद तीसरी पंक्ति पर भी ध्यान देने की जरूरत है. जैसे क्रिकेट में करते हैं. आपके पास मुख्य टीम है, फिर 'ए' टीम, फिर अंडर-19 टीम, अंडर-17 टीम. इसलिए हमें ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है. बहुत सारी प्रतिभा है, इसमें कोई शक नहीं है लेकिन एक संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है.''
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'खिलाड़ियों को जिम्मेदारी लेना सीखना होगा'
प्रकाश पादुकोण ने कहा, ''खिलाड़ियों की ओर से थोड़ा सा प्रयास जरूरी है. थोड़ी अधिक जिम्मेदारी, थोड़ी अधिक जवाबदेही की आवश्यकता है. एक बार जब आपको सबकुछ दिया जाता है, तो आपको भी जवाबदेह होना पड़ता है. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को जिम्मेदारी लेना सीखना होगा.'' लक्ष्य सेन पहले गेम की बढ़त और दूसरे गेम में 8-3 की बढ़त के बाद भी 21-13 16-21 11-21 से हार गए.
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लक्ष्य सेन को करना होगा काफी काम
प्रकाश पादुकोण ने कहा कि अल्मोड़ा के 22 वर्षीय खिलाड़ी लक्ष्य को मानसिक प्रशिक्षण और खेल में सुधार दोनों की जरूरत है. उन्होंने कहा, ''लक्ष्य को थोड़ा काम करने की जरूरत है, जब वह हवा के साथ खेल रहे होते हैं. हर किसी को समस्या होती है लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें दूसरों की तुलना में अधिक समस्या है. मानसिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ थोड़ा सा अभ्यास और थोड़ा बेहतर नियंत्रण पर भी उन्हें कोर्ट पर काम करने की जरूरत है."