पीवी सिंधु वर्ल्ड चैम्पियन को हरा कर ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में
Advertisement

पीवी सिंधु वर्ल्ड चैम्पियन को हरा कर ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में

पी वी सिंधु ने 2016 की चैम्पियन जापान की नोजोमी ओकुहारा को तीन गेम में हराकर दस लाख डालर ईनामी राशि की ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया.

 सिंधु नोकुहारा से ग्लासगो में विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में हार चुकी हैं. (फाइल फोटो)

बर्मिघम : ओलंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधु ने 2016 की चैम्पियन जापान की नोजोमी ओकुहारा को तीन गेम में हराकर दस लाख डालर ईनामी राशि की ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. सिंधु और ओकुहारा के बीच यह मुकाबला भी हमेशा की तरह रोमांचक रहा.  इसमें तनाव, संयम और आक्रामकता सब कुछ देखने को मिला. सिंधु ने एक घंटे 24 मिनट तक चला मुकाबला 20-22, 21-18, 21-18 से जीता.

  1. सिंधु ने वर्ल्ड चैम्पियन ओकुहारा को हराया
  2. एक घंटा 24 मिनट तक चला मुकाबला
  3. 20-22, 21-18, 21-18 से जीतीं सिंधु

सिंधु ने दुनिया की छठे नंबर की खिलाड़ी ओकुहारा पर पांचवीं जीत दर्ज की. नोकुहारा ने ही ग्लासगो में विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में सिंधु को हराया था. सातवीं वरीयता प्राप्त ओकुहारा की हर चुनौती का सिंधु ने डटकर सामना किया.

पहले गेम में ओकुहारा के रेफरल पर नाकाम रहने के बाद सिंधु ने 6-4 से बढत बना ली. बेसइलाइन पर फैसला लेने में सिंधु की गलती से स्कोर बराबर हो गया. सिंधु ने जल्दी ही 11-10 की बढत बना ली. दोनों का मुकाबला 19-19 से बराबरी पर चल रहा था. इसके बाद स्कोर 20-20 हुआ लेकिन ओकुहारा ने शानदार वापसी करके पहला गेम जीत लिया. 

चैम्पियंस ट्रॉफी : 23 जून को एक बार फिर होंगे भारत और पाकिस्तान आमने सामने

दूसरे गेम में भी यही रोमांच बरकरार रहा और कभी सिंधु तो कभी ओकुहारा हावी होती दिखी. एक समय स्कोर 18-18 से बराबर था. लेकिन सिंधु ने सही समय पर बेहतरीन खेल दिखाते हुए दूसरा गेम जीता.

निर्णायक गेम में ओकुहारा ने 4-1 की शुरूआती बढत बना ली. सिंधु ने 6-6 से बराबरी की और एक समय स्कोर 8-8 हो गया. ब्रेक के बाद ओकुहारा ने 14-11 की बढत बना ली और सिंधु की दो सहज गलतियों पर ओकुहारा की बढत 16-12 की हो गई. इसके बाद सिंधु ने शानदार आक्रामक खेल दिखाते हुए उसे कोर्ट के सभी तरफ दौड़ाया और यह गेम तथा मैच जीत लिया. 

प्रीक्वार्टरफाइनल में जिंडापोल को हराया
इससे पहले सिंधु ने एक घंटे सात मिनट तक चले मुकाबले में निश्चोन जिंडापोल को 21-13, 13-21, 21-18 से हराया. 2013 की चैम्पियन इंतानोन रेचानोक के पहले दौर में बाहर होने के बाद जिंडापोल पर बड़ी जिम्मेदारी थी. उसने बेहतरीन खेल भी दिखाया लेकिन सिंधु हमेशा एक कदम आगे ही रही. 

क्या विनोद राय की नाराजगी है BCCI पदाधिकारियों के अधिकार छिनने की वजह

इस मैच से पहले सिंधु का जिंडापोल खिलाफ रिकार्ड 2-1 का था. उसने अपनी प्रतिद्वंद्वी को कोर्ट के चारों ओर दौड़ाया. पहले गेम में शुरुआती छह अंक तक दोनों बराबरी पर थे लेकिन बाद में सिंधु ने 7-3 की बढत बना ली. उसने बैकहैंड पर शानदार रिटर्न लगाकर बढत 8-3 की कर ली और ब्रेक तक बरकरार रखा. ब्रेक के बाद उसकी बढत 15-7 की हो गई. थाई खिलाड़ी भी दोहरे अंक तक पहुंची लेकिन लय कायम नहीं रख सकी और सिंधु ने पहला गेम जीत लिया. दूसरे गेम में जिंडापोल ने शानदार वापसी की और आक्रामक खेल दिखाते हुए 7-3 की बढत बना ली. सिंधु का शाट वाइड चला गया जिसके बाद थाई खिलाड़ी ने 11-3 से बढत कायम कर ली.

निडास ट्रॉफी: लड़ाई-झगड़ा, नागिन डांस, रोमांच का कॉकटेल रहा श्रीलंका-बांग्लादेश मैच
 
जिंडापोल ने कलाई का जबर्दस्त खेल दिखाते हुए 14-10 की बढत बनाई. सिंधु ने लगातार तीन अंक लेकर स्कोर 13-17 कर दिया. दो शाट वाइड जाने से सिंधु ने जिंडापोल को सात अंक लेने का मौका दिया और उसने दूसरा गेम जीतकर मैच को अगले गेम तक खींचा. तीसरे गेम में सिंधु ने लय हासिल करके बेहतर प्रदर्शन किया और मुकाबला अपने नाम कर लिया.
(इनपुट भाषा)

Trending news