Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में एक प्रदर्शन ने खासकर ईसाई समुदाय में काफी विवाद खड़ा कर दिया है. इस प्रदर्शन में ड्रैग क्वीन्स को लियोनार्डो दा विंची की 'लास्ट सपर' की याद दिलाने वाली एक मेज के पीछे पोज देते हुए दिखाया गया था.
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Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में एक प्रदर्शन ने खासकर ईसाई समुदाय में काफी विवाद खड़ा कर दिया है. इस प्रदर्शन में ड्रैग क्वीन्स को लियोनार्डो दा विंची की 'लास्ट सपर' की याद दिलाने वाली एक मेज के पीछे पोज देते हुए दिखाया गया था. इस प्रदर्शन में 18 कलाकारों ने एक लंबी टेबल के पीछे पोज दिया, जो लेओनार्डो दा विंची की 'लास्ट सपर' पेंटिंग में यीशु और उसके बारह प्रेरितों के समान था. इसमें सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाली बात थी एक महिला का बड़ा चांदी का हेडड्रेस जो यीशु की पेंटिंग में दिखाए गए प्रकाश के घेरे जैसा दिखता था.
वायरल हो गया वीडियो
एक अन्य प्रदर्शन में एक व्यक्ति को नीले रंग से रंगा गया था और केवल फूलों और फलों की एक लड़ी से ढका हुआ था. ऐसा लग रहा था कि उसे 'लास्ट सपर' के लिए एक पकवान के रूप में परोसा जा रहा है. परफॉर्मेंस के वीडियो तेजी से वायरल हो गए और सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे कैथोलिकों का अपमान बताया. हालांकि, आयोजकों ने कहा कि प्रदर्शन का उद्देश्य मानव जाति के बीच हिंसा की बेरुखी के बारे में हास्यपूर्ण तरीके से जागरूकता बढ़ाना था.
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'यह अपमानजनक है'
लिबर्टी लॉकडाउन पॉडकास्ट के होस्ट क्लिंट रसेल ने ट्वीट किया, ''यह अपमानजनक है. यीशु और शिष्यों को ड्रैग में पुरुषों से बदलकर अपने कार्यक्रम की शुरुआत करना अस्वीकार्य है. दुनिया भर में 2.4 बिलियन ईसाइयों के साथ, ओलंपिक ने एक स्पष्ट संदेश भेजा है कि उनका स्वागत नहीं है.''
I’m truly speechless. So disrespectful towards many athletes from other nations at the #OlympicGames. pic.twitter.com/5eGdaGKcuF
— Velina Tchakarova (@vtchakarova) July 26, 2024
The 2024 Paris Olympics has gone full Woke dystopian.
The opening ceremony was filled with transgend*r mockery of the Last Supper, the Golden Calf idol, and even the Pale Horse from the Book of Revelation.
The Olympics has made it clear that Christian viewers aren't welcome. pic.twitter.com/LgawyE6YRX
— Kyle Becker (@kylenabecker) July 26, 2024
This is blasphemy of the Last Supper, the First Catholic Mass, and the Blessed Virgin Mary, sacrilegiously depicted here in a blue Baphomet Dress.
I am calling on government and religious leaders worldwide to denounce this attack on the Catholic Faith.
Who will stand with us? pic.twitter.com/dAXKZueVnn
— Joseph D. McBride, Esq. (@McBrideLawNYC) July 26, 2024
This is crazy. Opening your event by replacing Jesus and the disciples at the The Last Supper with men in drag. There are 2.4 billion Christians on earth and apparently the Olympics wanted to declare loudly to all of them, right out of the gate
NOT WELCOME pic.twitter.com/T88AmXbqXL— Clint Russell (@LibertyLockPod) July 26, 2024
AN ABOMINATION
The opening ceremony of the Olympics mocked Jesus by recreating "The Last Supper' with drag queens, a gay Smurf, and a few children sprinkled in there just for fun.
Clearly overt pagan, satanic symbolism.
And they call us conspiracy theorists. pic.twitter.com/ZDHERLl9od
— VINCENT OSHANA (@VincentOshana) July 26, 2024
To all the Christians of the world who are watching the #Paris2024 ceremony and felt insulted by this drag queen parody of the Last Supper, know that it is not France that is speaking but a left-wing minority ready for any provocation. #notinmyname
À tous les chrétiens du monde… pic.twitter.com/GusP2TR63u
— Marion Maréchal (@MarionMarechal) July 26, 2024
'ईसाई धर्म के अपमान से क्रोधित हूं'
शोधकर्ता डॉ एली डेविड ने टिप्पणी की, ''एक यहूदी के रूप में भी मैं यीशु और ईसाई धर्म के इस अपमान से क्रोधित हूं. आप इसे ईसाइयों के रूप में कैसे महसूस करते हैं?" पेरिस ओलंपिक के ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किसी स्टेडियम में नहीं किया गया. पेरिस के अलग-अलग जगहों पर इसका आयोजन हुआ.