Facebook करेगा ये बड़ा बदलाव, यूजर्स को मिलेंगी सिर्फ काम की ये चीजें
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Facebook करेगा ये बड़ा बदलाव, यूजर्स को मिलेंगी सिर्फ काम की ये चीजें

साल 2018 में बहुत कुछ बदल रहा है. इसमें से एक सबसे चर्चित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबपुक भी इस साल कुछ बदलाव करने की योजना बना रहा है. 

फेसबुक के नए फीचर्स में यूजर्स को सिर्फ काम की चीजें मिलेंगी.

नई दिल्ली: साल 2018 में बहुत कुछ बदल रहा है. इसमें से एक सबसे चर्चित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबपुक भी इस साल कुछ बदलाव करने की योजना बना रहा है. चर्चा है कि फेसबुक जल्द ही नए फीचर शुरू करने वाला है. इन फीचर्स के आने के बाद यूजर्स को सिर्फ काम की चीजें मिलेंगी. फेसबुक अपने उपभोक्ताओं को यूजर्स फ्रेंडली अनुभव देने के लिए जल्द ही बड़े बदलाव करने वाला है. जिसके बाद यूजर्स को फेसबुक बिलकुल नए और बेहतर ढंग से देखने को मिलेगा.

  1. फेसबुक न्यूजफीड में 'रिलिवेंट कंटेंट' की जगह 'मीनिंगफुल' कंटेंट आएगा
  2. फेसबुक की न्यूजफीड में उनके काम का ज्यादा कंटेंट ज्यादा नजर आएगा
  3. फेसबुक के इस नए प्लान के बाद यूजर्स को फेसबुक पर कम समय खर्च कर

क्या होगा बदलाव
इस बदलाव के अंतर्गत फेसबुक की न्यूजफीड में 'रिलिवेंट कंटेंट' की तुलना में ज्यादा 'मीनिंगफुल' कंटेंट नजर आएगा. इस बदलाव के अंतर्गत फेसबुक की न्यूजफीड में उनके काम का ज्यादा कंटेंट ज्यादा नजर आएगा. फेसबुक के इस नए प्लान के बाद यूज़र्स को फेसबुक पर कम समय खर्च कर, ज्यादा मीनिंगफुल और रिलेवेंट कंटेंट मिल सकेगा.

फेक न्यूज पर लगाम की तैयारी
फेसबुक पर लम्बे समय से फेक न्यूज और गलत जानकारी फैलाने के आरोप लगते आए, जिसकी वजह से यूज़र्स पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है. इस कदम के जरिए फेसबुक का प्रयास है, वह यूजर्स तक सटीक और बेहतर कंटेंट पहुंचा सके.

Facebook पर भूलकर भी पोस्‍ट न करें ये चीजें

पूरी बर्थडेट कभी न डालें
बर्थडे के दिन अपनी फेसबुक वॉल पर "हैप्‍पी बर्थडे" मैसेज पढ़कर यूजर्स सबको बेहद खुशी होती है. यही वजह है कि हम में से ज्‍यादातर लोग अपने जन्‍मदिन की तारीख फेसबुक पर जरूर मेंशन करते हैं, लेकिन ऐसा करते वक्‍त हम ये भूल जाते हैं कि हम चोरों को अपने बारे में बेहद निजी जानकरी दे रहे हैं. वैसे यूजर्स को बर्थ डेट मेंशन करने से बचना चाहिए, लेकिन फिर भी अगर आप ऐसा करना ही चाहते हैं तो कम से कम से बर्थ ईयर के बारे में कोई जानकारी न दें. वैसे भी जो आपके सच्‍चे और पक्‍के दोस्‍त होंगे उन्‍हें आपके बर्थडे के बारे में मालूम ही होगा.

रिलेशनशिप स्‍टेटस
चाहे आप रिलेशन में हों या न हों, उसे सार्वजनिक रूप से जाहिर न करने में ही अक्‍लमंदी है. अगर आप अपना स्‍टेटस कमिटेड से सिंगल करते हैं तो उन लोगों को मौका मिल जाता है जो काफी समय से आपके पीछे पड़े हुए थे. इससे उन्‍हें यह भी पता चल जाता है कि अब आप ज्‍यादातर समय अकेले रहते हैं. ऐसे में बेहतर यही रहेगा कि अपने प्रोफाइल में रिलेशनशिप स्‍टेटस को ब्‍लैंक ही छोड़ दिया जाए.

करंट लोकेशन
ऐसे कई लोग हैं जिन्‍हें फेसबुक पर लोकेशन टैग करना बहुत अच्‍छा लगता है ताकि वे बता सकें कि 24 घंटे सातों दिन वे कहां रहते हैं. यानी कि आप खुलेआम इस बात का ऐलान करते फिर रहे हैं कि आप छुट्टियों पर हैं (और आपके घर में कोई नहीं है). इस पर अगर आप ये भी बता दें कि आप कितने दिनों के लिए बाहर गए हैं तो चोरों का काम आसान हो जाता है और वे आसानी से आपके घर पर हाथ साफ करने की साजिश रच लेते हैं. अच्‍छा यह रहेगा कि छुट्टियों से वापिस आने पर आप फोटो अपलोड कर अपने दोस्‍तों को जताएं कि जब वो काम कर रहे थे तब आप घूमने, खाने-पीने और शॉपिंग में बिजी थे.

घर पर अकेले हैं तो रखें खास एहतियात
पेरेंट्स को इस बात का खास ध्‍यान रखना चाहिए कि जब उनके बच्‍चे घर पर अकेले हों तब न तो खुद और न ही बच्‍चे इस बारे में अपने-अपने फेसबुक एकाउंट पर कुछ लिखें. वैसे भी जब आप घर पर अकेले होते हैं तब खुद किसी अजनबी के घर जाकर उसे इस बारे में जानकारी नहीं देते हैं तो फेसबुक पर भी ऐसा न करें. हमें लगता है कि सिर्फ हमारे दोस्‍त ही हमारा स्‍टेटस पढ रहे हैं, लेकिन असल में हमें पता ही नहीं होता है कि कौन-कौन उसे पढ़ रहा है. हो सकता है कि आपके दोस्‍त का एकाउंट हैक हो गया हो या दफ्तर में उसके पीछे खड़े होकर कोई चुपके से आपके स्‍टेटस को पढ़ रहा हो. सबसे अच्‍छा तरीका यही है कि आप फेसबुक पर ऐसा कोई स्‍टेटस अपलोड न करें जिसे आप किसी अजनबी से कभी शेयर नहीं करेंगे.

बच्‍चों की तस्‍वीरें उनके नाम से टैग न करें
कई बार तो हम बच्चों की फोटो को ही अपनी प्रोफाइल पिक्‍चर बना लेते हैं. 10 में से नौ पेरेंट्स ऐसे हैं जो डिलीवरी के बाद अस्‍पताल में रहते हुए ही अपने बच्‍चों का पूरा नाम और डेट तथा टाइम फेसबुक पर पोस्‍ट कर देते हैं. बच्‍चों की फोटो पोस्‍ट करने के साथ ही उन्‍हें और उनके दोस्‍तों को अपने भाई-बहनों, कजिन्‍स और दूसरे रिश्‍तेदारों के साथ टैग कर देते हैं. इस जानकारी का इस्‍तेमाल बदमाश आपके बच्‍चे को बहलाने के लिए कर सकते हैं. आपके बच्‍चों का विश्‍वास जीतने के लिए वे उन्‍हें नाम से बुलाने के साथ ही उनके दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों का नाम भी ले सकते हैं ताकि उन्‍हें यकीन हो जाए कि वो अजनबी नहीं हैं. 

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