चीन में नियमों के पालन की बात आती है तो किसी धर्म के लिए कोई रियायत नहीं होती. ऐसा ही नजारा पिछले दिनों तब देखने को मिला, शिनजियांग प्रांत में राह चलती मुस्लिम महिलाओं के कपड़े प्रशासन की महिला कार्यकर्ताओं ने काट कर छोटे कर दिए.
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बीजिंग : चीन की सरकार दुनिया में अपनी सख्त नीतियों के लिए हमेशा जानी जाती रही है. जब वहां नियमों के पालन की बात आती है तो किसी धर्म के लिए कोई रियायत नहीं होती. ऐसा ही नजारा पिछले दिनों तब देखने को मिला, शिनजियांग प्रांत में राह चलती मुस्लिम महिलाओं के कपड़े प्रशासन की महिला कार्यकर्ताओं ने काट कर छोटे कर दिए. चीन में ये इलाका मुस्लिम बहुल इलाका है. यहां के लोगों की अक्सर पुलिस और प्रशासन से उनके धार्मिक कार्यों में हस्तक्षेप को लेकर ठनी रहती है. इसके बावजूद चीन यहां कोई भी ढील देने के मूड में नहीं है.
डॉक्यूमेंटिंग अप्रेशन अगेंस्ट मुस्लिम (डीओएएम) संगठन के मुताबिक चीन प्रशासन के द्वारा ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि उन्हें लगता है कि उइगुर मुस्लिम महिलाओं के कपड़े काफी ज्यादा लंबे हैं. इसी मुहिम के तहत पिछले दिनों कई महिलाओं के कपड़े सड़क पर ही काट कर छोटे कर दिए गए.
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महिलाओं के इस तरह कपड़े काटे जाने की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इनमें देखा जा सकता है कि जिन महिलाओं के कपड़े छोटे किए जा रहे हैं, उनके कपड़े कमर से नीचे तक के थे. इस इलाके को पूर्व तुर्किस्तान के नाम से भी जानते हैं. इस पर चीन का नियंत्रण है. चीन के अपने इस प्रांत में मुस्लिमों पर लगातार सख्ती दिखाता रहा है. उसका मानना है कि यहां के लोग आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं. यहां तक कि रमजान के दिनों में भी चीन प्रशासन यहां किसी भी तरह के धार्मिक आयोजनों को करने की छूट नहीं देता.
Forced Assimilation: Chinese authorities in #EastTurkestan are cutting dresses of Uyghur Muslim women because they are too long. #Uyghurs #Islam #China pic.twitter.com/nACkRHP6pC
— DOAM (@doamuslims) July 13, 2018
कुछ दिनों पहले चीन ने अपने स्कूल में बच्चों के लिए भी एक फरमान जारी किया था. इस आदेश के मुताबिक बच्चों के किसी भी तरह के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी गई थी. चीन सरकार ने प्रांत में इस्लामी कट्टरपंथ पर लगाम लगाने के अभियान के तहत उइगर मुस्लिमों को ‘असामान्य’ रूप से लंबी दाढ़ी रखने और सार्वजनिक स्थानों पर नकाब लगाने से रोक दिया था.