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मेलबर्न: पेंटागन के अनआइडेंटिफाइड एरियल फेनोमेना (UAP) टास्क फोर्स की ओर से इस महीने के अंत में जारी की जाने वाली एक अनक्लासिफाइड रिपोर्ट के बाद एलियंस (Aliens) के होने और न होने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. डॉक्यूमेंट, 25 जून को आने की उम्मीद है, माना जाता है कि इस दस्तावेज के जरिए इस बात का विस्तार से पता चल सकेगा कि अमेरिकी सरकार UAP या, ज्यादा लोकप्रिय शब्द, UFO के बारे में क्या जानती है.
रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स ने हाल ही में जो खबर पब्लिश की है उसके बारे में दावा किया गया कि वह रिपोर्ट की Findings का Preview है और इसे ऐसे अज्ञात अधिकारियों ने तैयार किया है जो रिपोर्ट के कंटेंट से अवगत हैं. टाइम्स के सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट पिछले दो दशकों में UFO देखे जाने की 120 से अधिक घटनाओं और एलियंस (Aliens) के पृथ्वी पर आने की संभावना के बीच कोई स्पष्ट संपर्क या संबंध प्रदान नहीं करती है. यदि टाइम्स के सूत्रों पर विश्वास किया जाए, तो आकाश में कभी कभार दिखाई देने वाली अस्पष्ट सी चीज को एलियंस का सबूत मान लेने का अभी भी कोई स्पष्ट कारण नहीं है.
सवाल उठता है कि तो क्या एलियंस (Aliens) ब्रह्मांड में कहीं नहीं हैं? और अगर वे हैं, तो क्या हम उन्हें कभी ढूंढ पाएंगे? या हो सकता है कि वे हमसे इतने अलग हों कि किसी भी सार्थक ढंग से उन्हें ‘ढूंढना’ असंभव है? चिनथिया विजया और नूर गिलानी ने इस बारे में पांच विशेषज्ञों से पूछा. पांच में से चार विशेषज्ञों ने कहा कि एलियंस मौजूद हैं. दक्षिणी क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में Astrophysics के प्रोफेसर जोंटी हॉर्नर ने कहा, मुझे लगता है कि इसका जवाब निश्चित रूप से हां होना चाहिए. लेकिन असली सवाल यह है कि क्या एलियंस हमारे इतने करीब हैं कि हम उन्हें खोज पाएं?
प्रोफेसर जोंटी हॉर्नर कहते हैं कि अंतरिक्ष अविश्वसनीय रूप से बड़ा है. पिछले कुछ दशकों में, हमने सीखा है कि ब्रह्मांड के लगभग हर तारे के ग्रह हैं. हमारी आकाशगंगा, मिल्की वे में 400 अरब तारे होने का अनुमान है. यदि उनमें से प्रत्येक के पास 5 ग्रह हैं, तो हमारे पास अकेले हमारी आकाशगंगा में 2 खरब ग्रह होंगे और हम जानते हैं कि आकाशगंगा में जितने ग्रह हैं, उससे कहीं अधिक आकाशगंगाएं ब्रह्मांड में हैं. हम यह तो मानते हैं कि एलियंस होते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इसके सबूत खोजना मुश्किल होगा.
कर्टिन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर स्टीवन टिंगे, जॉन कर्टिन विशिष्ट कहते हैं कि एलियंस हो सकते हैं, लेकिन यह एक साहसिक दावा है. एलियंस से हमारा मतलब हर उस तरह के जीवन से है जो हमारी पृथ्वी के अलावा किसी अन्य स्थान पर मौजूद है. वर्तमान में ‘जीवन’ की परिभाषा पर कोई विस्तृत सहमति नहीं है. यह एक बहुत ही कठिन अवधारणा है. लेकिन अगर हमें पृथ्वी के अलावा कहीं और बैक्टीरिया जैसा कुछ मिला, तो मैं इसे परग्रही जीवन के रूप में वर्गीकृत करूंगा. प्रोफेसर स्टीवन ने कहा, यह विश्वास करना कठिन है कि ‘जीवन’ की उत्पत्ति के लिए आवश्यक परिस्थितियों का मिश्रण केवल पृथ्वी पर हुआ ब्रह्मांड के खरबों अन्य ग्रहों पर नहीं.
ऑस्ट्रेलियाई न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑर्गनाइजेशन के हेलेन मेनार्ड-केसली कहते हैं. मेरी राय है कि यह केवल कुछ समय की बात है जब हम कुछ ऐसा ढूंढ लेंगे जो पृथ्वी के अलावा कहीं और जीव विज्ञान जैसा दिखता हो. ऐसा इसलिए है क्योंकि हम अपने सौर मंडल में तेजी से विभिन्न संभावित क्षेत्र ढूंढ रहे हैं, जहां जीवन के पनपने की परिस्थितियां हो सकती हैं. उदाहरण के लिए, यूरोपा और गेनीमेड (बृहस्पति के बड़े चंद्रमाओं में से दो) के बर्फ के नीचे के महासागरों पर विचार करें. ये ऐसे स्थान हैं जहां तापमान ठीक है, पानी और खनिजों तक भी पहुंच है.
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हेलेन मेनार्ड कहते हैं, हम चीजों को पृथ्वी पर जीवन की परिस्थितियों से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि निश्चित रूप से दूसरे ग्रहों पर जीवन हमारे अपने से बहुत अलग हो सकता है. इसलिए मैं शनि के चंद्रमा टाइटन के और अन्वेषण को लेकर वास्तव में उत्साहित हूं. टाइटन की सतह पर दिलचस्प अणुओं की एक पूरी श्रृंखला है, साथ ही उनके ट्रांसपोर्टेशन के लिए सक्रिय मौसम प्रणाली भी है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए, यह वास्तव में निश्चित लगता है कि हम कहीं न कहीं कुछ सक्रिय जीवन खोज पाएंगे.
स्विनबर्न आईटी यूनिवर्सिटी के रेबेका एलन का कहना है कि एलियन शायद हमारे जैसे नहीं दिखते. अकेले हमारी आकाशगंगा में 100 अरब से अधिक ग्रह मौजूद हैं. इसलिए, संभावना है कि जीवन कहीं और मौजूद है, लेकिन पुष्टि नहीं की गई है. हालांकि, जब हम ‘एलियन’ शब्द सुनते हैं, तो आम तौर पर एक इनसान जैसी छवि दिमाग में आ जाती है लेकिन पृथ्वी पर भी, जीवन का सबसे प्रमुख रूप बहुत पुराना, छोटा और अधिक लचीला है. ये ऐसी जगहों पर पर उत्पन्न होते हैं, जहां जीवन की कोई आशा नहीं होती, जैसे ज्वालामुखीय छेदों के आसपास कीचड़ में. ऐसे में मैं शर्त लगा सकता हूं कि एलियंस जीवन इन ‘चरमपंथियों’ के रूप में मौजूद है.
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