पहली चुनावी बहस में हिलेरी ने ट्रंप को बचाव की मुद्रा में ला खड़ा किया
Advertisement

पहली चुनावी बहस में हिलेरी ने ट्रंप को बचाव की मुद्रा में ला खड़ा किया

हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप ने लाखों मतदाताओं के समक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपनी पहली बहस में आज नस्लवाद एवं आतंक के मुद्दों और मिज़ाज को लेकर एक दूसरे का मुकाबला किया। मीडिया ने डेमोकेट्रिक उम्मीदवार को इस चुनावी बहस का विजेता घोषित कर दिया।

पहली चुनावी बहस में हिलेरी ने ट्रंप को बचाव की मुद्रा में ला खड़ा किया

हैम्पस्टीड (अमेरिका) : हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप ने लाखों मतदाताओं के समक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपनी पहली बहस में आज नस्लवाद एवं आतंक के मुद्दों और मिज़ाज को लेकर एक दूसरे का मुकाबला किया। मीडिया ने डेमोकेट्रिक उम्मीदवार को इस चुनावी बहस का विजेता घोषित कर दिया।

90 मिनट तक चली इस बहस में 68 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी एवं 70 वर्षीय रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप आठ नवंबर को होने वाले मतदान से पहले पहली बार यहां मंच पर एक साथ आए और उन्होंने तीखी, जबरदस्त बहस की। ये दोनों पिछले कई महीनों से अलग अलग प्रचार मुहिमों में एक दूसरे पर निशाना साधते आए हैं। इस बहस में इन दोनों का उद्देश्य उन मतदाताओं को रिझाना था जिन्होंने अभी तक यह फैसला नहीं किया है कि उनका वोट किसे जाएगा।

सीएनएन-ओआरसी चुनाव सर्वेक्षण ने हिलेरी को तीन बहस में प्रथम में स्पष्ट विजेता घोषित किया है। इसने 62 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं के साथ हिलेरी को रियलिटी टीवी कलाकार ट्रंप पर बढ़त बनाते दिखाया है। ट्रंप के पक्ष में सिर्फ 27 फीसदी वोट बताया गया है।

यह बहस उस समय निजी हो गई, जब विवादास्पद रियल एस्टेट कारोबारी ने हाल में निमोनिया से उबरी पूर्व विदेश मंत्री के ‘स्टैमिना’ पर प्रश्न खड़े किए, लेकिन हिलेरी इस अपमान पर मुस्कुराती दिखाई दी और उन्होंने इस तरीके से ट्रंप पर निशाना साधा कि ट्रंप रक्षात्मक मुद्रा में आते दिखाई दिए।

ट्रंप ने कहा कि यदि हिलेरी अपने उन 33,000 ई मेलों को जारी कर देती हैं जो उन्होंने ओबामा प्रशासन के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री पद का कार्यभार संभालने के दौरान डिलीट किए थे, तो वह भी अपने टैक्स रिटर्न जारी कर देंगे।

जब ट्रंप पर अपने टैक्स रिटर्न जारी नहीं करने को लेकर निशाना साधा गया, तो उन्होंने कहा, ‘जैसे ही वे (हिलेरी) ये ईमेल जारी करेंगी, मैं वह जारी कर दूंगा।’ हैम्पस्टीड में होफस्ट्रा यूनिवर्सिटी में आयोजित पहली बहस में पहली बार आमने सामने आने पर दोनों नेताओं ने नस्ल, करों और सुरक्षा के मद्दों पर बहस की और अपने आप को देश का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पेश किया। राष्ट्रपति पद के चुनाव से पूर्व कुल तीन बहसें होनी है। 

हिलेरी ने ट्रंप पर ‘महिला विरोधी’ होने का आरोप लगाया और उनके इन आरोपों को चुनौती दी कि उनके पास कमांडर इन चीफ बनने की कुव्वत नहीं है। ट्रंप ने कहा, ‘उनके पास कुव्वत नहीं है। देश का राष्ट्रपति बनने के लिए आपके पास काफी कुव्वत होनी चाहिए।’ हिलेरी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘जब वह 112 देशों की यात्रा करेंगे और एक शांति समझौते, संघर्ष विराम पर वार्ता करेंगे या कांग्रेस की समिति के सामने 11 घंटों तक चर्चा करेंगे, तब वह मुझसे कुव्वत के बारे में बात कर सकते हैं।’ 

उन्होंने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी ने बराक ओबामा के बारे में जो ‘नस्ली झूठ’ बोला है कि उनके पास अमेरिका की जन्मजात नागरिकता नहीं है, उसने अमेरिका के राष्ट्रपति को ‘परेशान और नाराज’ किया है। उन्होंने ओबामा को गरिमामयी व्यक्ति बताया। हिलेरी ने ‘नस्ली व्यवहार’ करने के ट्रंप के पुराने रिकार्ड की आलोचना की और कहा, ‘जन्म संबंधी झूठ बहुत दुखदायी था।’ पहली बार शीर्ष पद के चुनाव में खड़े हो रहे ट्रंप ने कहा कि हिलेरी के पास अनुभव है लेकिन यह ‘बुरा अनुभव’ है।

ट्रंप ने हिलेरी को कई बार बाधित किया और वह उत्तेजित नजर आए जबकि हिलेरी शांतचित्त दिखाई दीं। इस अवसर पर हिलेरी ने रिपब्लिकन लाल पैंट सूट पहना था जबकि ट्रंप ने डेमोक्रेटिक नीली टाई बांधी थी। ट्रंप ने आरोप लगाया कि उनकी प्रतिद्वंद्वी की देश के समक्ष सबसे बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती आईएस को हराने की कोई योजना नहीं है।

ट्रंप ने कहा, ‘हिलेरी आईएसआईएस को नष्ट करने की बात कर रही हैं। हम आईएसआईएस को बाहर करेंगे।’ राष्ट्रपति ओबामा और हिलेरी जिस तरह से इराक से निकले उन्होंने एक शून्य पैदा कर दिया क्योंकि वे बाहर आ गए। उन्हें अंदर नहीं जाना चाहिए था, लेकिन यदि वे एक बार अंदर चले गए, तो जिस तरह वे बाहर आए वह एक तबाही थी और आईएसआईएस का गठन हुआ।’ 

हिलेरी ने कहा, ‘मैंने आईएसआईएस को हराने की योजना पेश की है। मुझे लगता है कि हमें आईएसआईएस और उसके आतंकवादियों को रोकने के लिए हमारी तकनीकी कंपनियों के साथ मिलकर अधिक काम करना होगा ताकि वे कट्टता फैलाने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर पाएं।’ उन्होंने कहा कि ट्रंप ने इराक संबंधी अपनी नीति पलट दी है क्योंकि उन्होंने शुरूआत में इराक में युद्ध का समर्थन किया था लेकिन ट्रंप ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया।

Trending news