फ्लोरिडा हाईस्कूल गोलीबारी की घटना के बाद पीड़ितों ने देश में बंदूक कानूनों को सख्त करने की मांग की.
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मियामी: फ्लोरिडा हाईस्कूल गोलीबारी की घटना के बाद पीड़ितों ने देश में बंदूक कानूनों को सख्त करने की मांग की. फोर्ट लॉडरडेल में शनिवार (17 फरवरी) को एक श्रद्धांजलि रैली में पीड़ितों ने मतदाताओं से इस कदम का विरोध करने वाले सांसदों को पद से हटाने का भी आग्रह किया है. पार्कलैंड के मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल (जहां 14 फरवरी को गोलीबारी की घटना हुई थी) की एक वरिष्ठ छात्रा एमा गोंजालेज ने मांग की कि स्कूलों में गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए देश के सांसदों को ठोस कदम उठाने चाहिए.
ऑडिटोरियम में छुपकर एमा ने बचाई थी अपनी जान
रैली में एमा ने कहा कि दोस्तों के साथ सप्ताहांत की योजनाएं बनाना एक स्वचालित या अर्धआधुनिक हथियार खरीदने से कठिन क्यों है. हमें इसे समझना होगा और इसे दूर करने के प्रयास करने होंगे. गौरतलब है कि गोलीबारी की घटना के दौरान एमा ने ऑडिटोरियम में छुपकर अपनी जान बचाई थी.
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नेताओं और सांसदों के खिलाफ लगे नारे
एमा ने चुनाव अभियान में चंदा लेने वाले राजनीतिज्ञों के लिए कहा कि ऐसे नेताओं और सांसदों को शर्म आनी चाहिए. इन शब्दों को सुनकर रैली में मौजूद सैकड़ों लोगों ने "शर्म करो, शर्म करो" के नारे लगाए. बता दें कि नेशनल राइफल एसोसिएशन (एनआरए) कई राजनीतिज्ञों को चंदा देती है. मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया था कि नेशनल राइफल एसोसिएशन फाउंडेशन निशानेबाजी के कार्यक्रमों को भी अनुदान देती है.
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निशाने पर रहे राजनीतिज्ञ
एमा ने इस दौरान कहा कि एनआरए द्वारा वित्तपोषित सोने के महलों में रहने वाले और सीनेट सीटों पर बैठे राजनेता कहते हैं कि बंदूकों पर सख्त कानून पर वे कुछ नहीं कर सकते. सख्त कानून से हिंसा को रोका जा सकता है. ज्ञात हो कि फ्लोरिडा के हाईस्कूल में 19 वर्षीय पूर्व छात्र निकोलस क्रूज द्वारा की गई गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हो गई थी. क्रूज की सोमवार(19 फरवरी) को सुनवाई होगी.