भारत को कब मिलेगी UNSC की स्थायी सदस्यता? विदेश मंत्री जयशंकर बोले- कई देश हमें रोकना चाहते हैं
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भारत को कब मिलेगी UNSC की स्थायी सदस्यता? विदेश मंत्री जयशंकर बोले- कई देश हमें रोकना चाहते हैं

S Jaishankar On UNSC:  विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट जरूर मिलेगी. इस बात पर मुझे 100 फीसदी यकीन है. 

S Jaishankar

Australia:   विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा है कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सीट जरूर मिलेगी. जयशंकर ने कहा, "हम वहां पहुंचेंगे.  मुझे 100 फीसदी यकीन है, हालांकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट हासिल कर लेना हमारे लिए आसान नहीं होगी. ऐसे बहुत से देश हैं, जो भारत को स्थाई सीट मिलते नहीं देखना चाहते हैं."

दो दिनों के हिंद महासागर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंचे जयशंकर ने शनिवार (10 फरवरी) को कहा कि अब भारत को एक सशक्त राष्ट्र के तौर पर दुनिया भर में देखा जा रहा है. जब वह दुनिया भर में जाते हैं तो उन्हें बदलाव नजर आता है. अब दुनिया भारत को पिछले 10 सालों के मुकाबले आज विश्वास की नजर से देखती है.

 

जयशंकर ने कहा, ‘‘यह ऊर्जा संकट के बारे में हो सकता है, कई देशों में आज कर्ज की स्थिति है. यह संस्कृति और विरासत के बारे में हो सकता है क्योंकि कोई भी दूसरों की संस्कृति से अभिभूत नहीं होना चाहता. एक तरह से, आज भारत भरोसेमंद है और उसके बारे में अच्छी राय है. ऐसे बहुत से देश हैं जो हमें वहां (यूएनएससी के स्थायी सदस्य के रूप में) देखना चाहते हैं. 

 

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न निकायों में हुए कई चुनावों में भारत ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. साथ ही कहा, "हमने उन चुनावों में उन पांच देशों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया, जो पहले से ही सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं. ‘‘इसतरह, हमें दुनिया का विश्वास हासिल हुआ है.  लेकिन, जैसा कि मैंने कहा है कि हमारे पास यह अवधि है, यह 25 वर्ष की अवधि हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. ये निश्चित रूप से भारत में परिवर्तन के वर्ष होंगे, लेकिन ये विश्व में भारत की स्थिति को भी बदल देंगे.

 

जयशंकर  ने कहा कि भारत एक अधिक बड़ी अर्थव्यवस्था होगा और दुनिया पर और अधिक प्रभाव डालेगा. मंत्री ने कहा, "तो हमारा समय आ रहा है, आप जानते हैं, लेकिन हमें इसके लिए काम करना होगा. भारत को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि घरेलू स्तर पर चीजें सही हों. "हम जिस राह पर बढ़े हैं, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सब कुछ ठीक करें. अब हमें गति बढ़ाने और आगे बढ़ने की जरूरत है और मुझे यकीन है कि अगर ऐसा होता है, तो हम वहां पहुंच जाएंगे. 

 

मंत्री ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एक पुराने ‘क्लब’ की तरह है जिसमें कुछ ऐसे सदस्य हैं जो अपनी पकड़ ढीली नहीं होने देना चाहते और नहीं चाहते कि उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठे. 

 

भारत, सुरक्षा परिषद के विस्तार के लिए वर्षों से किये जा रहे प्रयासों में सबसे आगे रहा है और उसका कहना है कि वह सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में जगह पाने का वास्तविक हकदार है, जो (यूएनएससी) अपने मौजूदा स्वरूप में 21वीं सदी की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता. 

 

वर्तमान में, यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्य हैं - चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका. स्थायी सदस्य के पास ही किसी भी प्रस्ताव पर ‘वीटो’ करने की शक्ति होती है.

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