Claudine Gay: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष ने क्यों दिया इस्तीफा, इजरायल-हमास युद्ध से क्या है कनेक्शन?
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Claudine Gay: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष ने क्यों दिया इस्तीफा, इजरायल-हमास युद्ध से क्या है कनेक्शन?

Harvard University: दो डेमोक्रेट सहित 70 से अधिक सांसदों ने क्लॉडाइन गे के इस्तीफे की मांग की थी.  हालांकि गे को समर्थन भी मिला, 700 से अधिक हार्वर्ड फैकल्टी मेंबर्स ने उनके सपोर्ट में एक पत्र पर साइन किए थे

Claudine Gay: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष ने क्यों दिया इस्तीफा, इजरायल-हमास युद्ध से क्या है कनेक्शन?

Claudine Gay Resigns:  हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष क्लॉडाइन गे ने इस्तीफा दे दिया है. वह साहित्यिक चोरी और इज़राइल-हमास संघर्ष के बीच यहूदी विरोधी भावना व्यक्त करने आरोपों का सामना कर रही थीं. उन पर अपना पद छोड़ने का दवाब लगातार बढ़ रहा था.

बीबीस की रिपोर्ट के मुताबिक अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए एक पत्र में उन्होंने कहा कि उनका जाना विश्वविद्यालय के 'सर्वोत्तम हित' में है. उन्होंने लिखा, 'यह कोई ऐसा निर्णय नहीं है जिस पर मैं आसानी से पहुंच गई। वास्तव में, यह शब्दों से परे मुश्किल रहा.'  उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफे से हार्वर्ड को 'किसी व्यक्ति के बजाय संस्थान पर ध्यान केंद्रित करने' की अनुमति मिल जाएगी.

6 महीने तक संभाला पद
गे ने छह महीने तक अध्यक्ष के रूप में काम किया. वह यूनिवर्सिटी का नेतृत्व करने वाली पहली अश्वेत व्यक्ति और दूसरी महिला थीं। उनका कार्यकाल 388 साल रहा जो कि यूनिवर्सिटी के इतिहास में सबसे छोटा था।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर लगे था यह आरोप
बता दें हार्वर्ड अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में से एक है, जिन पर अक्टूबर में इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद अपने यहूदी छात्रों की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगा है. यहूदी ग्रुप्स का दावा है कि गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका में यहूदी विरोधी घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है.

गे की टिप्पणी पर मचा हंगामा
पिछले महीने कांग्रेस की तनावपूर्ण सुनवाई के दौरान डॉ. गे ने कहा कि यहूदियों की हत्या के आह्वान घृणित थे. हालांकि उन्होंने कहा कि यह संदर्भ पर निर्भर करेगा कि क्या ऐसी टिप्पणियां बदमाशी और उत्पीड़न के संबंध में हार्वर्ड की आचार संहिता का उल्लंघन होंगी या नहीं.

गे कि उस टिप्पणी पर व्यापक प्रतिक्रिया हुई और बाद में उन्होंने यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट न्यूज पेपर को दिए एक इंटरव्यू में इस पर माफी मांगी. उन्होंने कहा, 'जब शब्द संकट और दर्द को बढ़ाते हैं, तो मुझे नहीं पता कि आप पछतावे के अलावा कुछ भी कैसे महसूस कर सकते हैं.'

गे के इस्तीफे के लिए चला अभियान
दो डेमोक्रेट सहित 70 से अधिक सांसदों ने उनके इस्तीफे की मांग की थी. हार्वर्ड के कई पूर्व छात्रों और दानदाताओं ने भी उनके इस्तीफे की मांग की. दूसरी तरफ उन्हें समर्थन भी हासिल हुआ, 700 से अधिक हार्वर्ड फैकल्टी मेंबर्स ने गे के समर्थन में एक पत्र पर साइन किए थे जिसके बाद उनकी नौकरी सुरक्षित लग रही थी.

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