बॉलीवुड के सीनियर एक्टर्स में से एक नसीरुद्दीन शाह ने हाल में एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि देश में जैसा माहौल चल रहा है उसे देखकर उन्हें डर लगता है.
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नई दिल्ली: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने नसीरुद्दीन शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि 'नसीरुद्दीन शाह ने जो अब बोला है, यही बात पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना बहुत पहले बोल चुके हैं. इमरान खान ने आगे कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना को पता था कि भारत में मुस्लिमों को बराबर नहीं समझा जाता. इसलिए उन्होंने एक नए देश पाकिस्तान के रूप में मांग की थी. जहां पर सभी मुस्लिम बराबरी हक से रह साथ रह सकें. इमरान खान ने यह बात पाकिस्तान में एक कार्यक्रम के दौरान कही. इमरान खान ने कहा कि वह नरेंद्र मोदी सरकार को ‘‘दिखाएंगे’’ कि ‘‘अल्पसंख्यकों से कैसे व्यवहार करते हैं?’’
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान का यह बयान बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की भारत में भीड़ द्वारा की जाने हिंसा को लेकर टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच आया है. नसीरुद्दीन शाह भारत में भीड़ द्वारा पीट पीटकर मार डालने के मामलों को लेकर अपनी टिप्पणी के कारण विवादों में आ गए हैं.
खान ने पंजाब सरकार की 100 दिन की उपलब्धियों को रेखांकित करने के लिए लाहौर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को उनके उचित अधिकार मिले. उन्होंने कहा कि यह देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का भी दृष्टिकोण था. आपको बता दें कि अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का हाल ही में दिया बयान तूल पकड़ता जा रहा है.
विरोध के चलते कई उनका कई कार्यक्रम रद्द हो गया है. तो वहीं अब बॉलीवुड से ही उनके विरोध में आवाजें उठने लगी हैं. गौरतलब है कि बॉलीवुड के सीनियर एक्टर्स में से एक नसीरुद्दीन शाह ने हाल में एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि देश में जैसा माहौल चल रहा है उसे देखकर उन्हें डर लगता है कि कल को उनके बच्चों को किसी गली में घेर कर न पूछ लिया जाए कि तुम हिंदू हो या मुस्लिम.
हिंदू-मुस्लिम मामले पर बोलते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि ये एक जहर की तरह जो जहर की तरह फैल रहा है. इस जिन्न को बोतल में बंद करने की जरूरत है. नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में बुलंदशहर हुई घटना की जिक्र करते हुए कहा कि गाय की मौत को एक पुलिसवाले की मौत से ज्यादा अहमियत दी जाती है.
मुझे फ्रिक होती है अपनी औलाद के बारे में सोच कर क्योंकि उनका कोई मजहब ही नहीं है. मजहबी तालीम मुझे मिली थी और रत्ना (नसीरुद्दीन शाह की वाइफ) को थोड़ी-बहुत मिली थी लेकिन हमने अपने बच्चों को मजहबी तालीम बिलकुल भी नहीं दी है. क्योंकि मेरा मानना है कि अच्छाई और बुराई का मजहब से कोई लेना-देना नहीं है. हां अच्छाई और बुराई के बारे में मैंने उन्हें जरूर बताया है.
डर नहीं लगता गुस्सा आता है : नसीरुद्दीन
नसीरुद्दीन शाह ने आगे बात करते हुए अपना डर बयां किया कि मुझे फ्रिक होती है अपने बच्चों की अगर कल को उन्हें एक भीड़ ने घेर लिया कि तुम हिंदू हो या मुसलमान तो उनके पास तो कोई जवाब ही नहीं होगा. इस बात की फ्रिक होती है कि हालात इतनी जल्दी तो मुझे सुधरते नहीं नजर आ रहे. इन बातों से मुझे डर नहीं लगता गुस्सा आता है. और मुझे लगता है हर सही सोच वाले इंसान को गुस्सा आना चाहिए, डर नहीं लगना चाहिए. हमारा घर है हमें कोई कैस निकाल सकता है यहां से?
नसीरुद्दीन शाह की वाइफ हैं हिंदू
बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने बॉलीवुड की बेहतरीन अदाकारा रत्ना पाठक से शादी की है. नसीर जहां मुस्लिम हैं वहीं रत्ना हिंदू है. दोनों ही फिल्म जगत की जानी-मानी हस्तियां हैं. नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक के दो बेटे हैं और वो दोनों भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं.