भारत ने कुलभूषण जाधव को बिना शर्त कॉन्सुलर एक्सेस देने की मांग की थी.
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नई दिल्ली: पाकिस्तान ने अपनी जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से मिलने के लिए भारतीय उच्चायुक्त को दूसरी बार राजनयिक पहुंच (कॉन्सुलर एक्सेस) दिया है. इसके तहत दो भारतीय अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की. जुलाई की शुरुआत में पाकिस्तान ने ऐलान किया था कि वह कुलभूषण को दूसरा कॉन्सुलर एक्सेस देगा. उसने उनके पिता और पत्नी को भी मिलने के लिए आमंत्रित किया था. हालांकि भारत ने कुलभूषण जाधव को बिना शर्त कॉन्सुलर एक्सेस देने की मांग की थी. पिछले एक साल में दूसरी बार कुलभूषण को काउंसलर एक्सेस दी गई थी. इसके तहत भारतीय अधिकारी कुलभूषण जाधव से मिल रहे हैं.
पाकिस्तान ने सितंबर 2019 में कुलभूषण जाधव को पहली बार कॉन्सुलर एक्सेस दी थी. भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया ने उनसे करीब दो घंटे मुलाकात की थी. उसके बाद विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि जाधव पर पाकिस्तान के झूठे दावों को स्वीकारने का ज्यादा दबाव है.
इसके पहले कुलभूषण जाधव पर अंतराष्ट्रीय कोर्ट का आदेश मानने में पाकिस्तान आनाकानी कर रहा था. उसने दावा किया था कि कुलभूषण जाधव रिव्यू पिटीशन को तैयार नहीं हैं. पाकिस्तान उनको भारतीय वकील मुहैया कराने को भी तैयार नहीं है.
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20 मई को अंतररराष्ट्रीय कोर्ट (ICJ) के आदेशों की पृष्ठभूमि में पाक एक अध्यादेश लाया था. उसके तहत उनको दो महीने के भीतर इस्लामाबाद हाई कोर्ट में अपील करनी थी. 17 जून को जाधव को पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का मौका दिया गया था.
पाकिस्तान ने दावा किया था कि पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव ने अपने सजा के मद्देनजर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से इनकार कर दिया है. इसके बदले उन्होंने दया याचिका की गुजारिश की है. पाकिस्तान ने ये भी दावा किया था कि उसने भारतीय हाई कमीशन से भी बार-बार इस्लामाबाद हाई कोर्ट में इस संबंध में रिव्यू पिटीशन के लिए कहा था.