लीबिया: चुनाव आयोग पर हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत, IS ने ली हमले की जिम्मेदारी
Advertisement

लीबिया: चुनाव आयोग पर हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत, IS ने ली हमले की जिम्मेदारी

लीबिया की राजधानी त्रिपोली में चुनाव आयोग के कार्यालय पर हुए हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राष्ट्रीय चुनाव आयोग के मुख्यालय से गोलियों की आवाज सुनाई दी.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

बेनगाजी: लीबिया की राजधानी त्रिपोली में चुनाव आयोग के कार्यालय पर हुए हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई. चश्मदीदों का कहना है कि उन्होंने कार्यालय से गहरा काला धुआं निकलते देखा और गोलीबारी की आवाज सुनी. इस्मालिमक स्टेट जिहादी समूह की दुष्प्रचार एजेंसी अमाक ने दावा किया है कि इस हमले को इस्लामिक स्टेट ने अंजाम दिया है. अमाक ने दावा किया, “दो आत्मघाती हमलावरों ने त्रिपोली में उच्च चुनाव आयोग के मुख्यालय पर हमला किया.” यहां की अंतरराष्ट्रीय समर्थित गवर्नमेंट ऑफ नेशनल अकॉर्ड ( जीएनए ) ने कहा कि वह ‘कायरतापूर्ण आत्मघाती हमले के परिणामों’ से निपट रही है.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय चुनाव आयोग के मुख्यालय से काला धुआं निकलते हुए देखा और गोलियों की आवाज सुनी. लीबिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने इस ‘ आतंकी हमले ’ की निंदा की है और इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारवालों के प्रति संवेदना प्रकट की है. संयुक्त राष्ट्र मिशन ने ट्वीटर पर कहा , ‘‘ इस तरह के हमले लीबिया को राष्ट्रीय एकता मजबूत करने की प्रक्रिया में आगे बढ़ने से रोक नहीं सकते हैं.’’ 

संयुक्त राष्ट्र को उम्मीद है कि लीबिया में इस साल चुनाव आयोजित होंगे. साल 2011 में तानाशाह मोहम्मद कज्जाफी के पद से हटने के बाद से यह देश ऊहापोह की स्थिति से गुजर रहा है. नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर अधिकारी ने बताया ‘‘हमले में कुछ लोग मारे गए और कुछ घायल हुए हैं.’’ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राष्ट्रीय चुनाव आयोग के मुख्यालय से गोलियों की आवाज सुनाई दी और धुआं निकलता देखा गया.

लीबिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीन लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी दी है. गौरतलब है कि तानाशाह मोअम्मर कज्जाफी को 2011 में पद से बेदखल किए जाने के बाद से देश में अशांति है. उनके 42 साल के कार्यकाल के दौरान चुनाव प्रतिबंधित था. हालांकि, उन्हें पद से बेदखल किए जाने के बाद 2012 और 2014 में चुनाव कराए गए. 

इनपुट भाषा से भी 

Trending news