साहित्य के क्षेत्र में इस साल नहीं दिया जाएगा नोबेल पुरस्कार, सेक्स स्कैंडल में फंसी है संस्था
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साहित्य के क्षेत्र में इस साल नहीं दिया जाएगा नोबेल पुरस्कार, सेक्स स्कैंडल में फंसी है संस्था

स्वीडिश अकादमी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘अकादमी की छवि को हुई क्षति और इसके प्रति लोगों में विश्वास की कमी को देखते हुए यह निर्णय किया गया.’ 

अकादमी ने कहा कि 2018 का पुरस्कार 2019 में दिया जाएगा.

कोपेनहेगन: स्वीडिश अकादमी ने कहा है कि इस साल साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा. यौन उत्पीड़न के आरोपों और अन्य मुद्दों के कारण संगठन की छवि को हुए नुकसान को देखते हुए यह फैसला किया गया. अकादमी ने कहा कि 2018 का पुरस्कार 2019 में दिया जाएगा. स्टॉकहोम में आयोजित संगठन की साप्ताहिक बैठक में यह फैसला किया गया. इसके पीछे दलील दी गयी है कि यौन उत्पीड़न एवं वित्तीय अपराध के मामलों के सामने आने के बाद अकादमी विजेता के चयन की स्थिति में नहीं है.

स्वीडिश अकादमी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘अकादमी की छवि को हुई क्षति और इसके प्रति लोगों में विश्वास की कमी को देखते हुए यह निर्णय किया गया.’ 

नोबेल पुरस्कार के पदकों के बारे में कुछ जानें
नोबेल पुरस्कार के रूप में मिलने वाला हर पदक करीब 175 ग्राम का और 18 कैरेट के ग्रीन गोल्ड (सोने और चांदी की मिश्र धातु) से बना होता है जिा पर 24 कैरेट सोने का पानी चढ़ा होता है. इस पदक को निशान से बचाने के लिए अंतिम रूप देते समय बहुत सूक्ष्म प्रक्रिया से गुजरना होता है. भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, चिकित्सा और साहित्य के क्षेत्र में दिये जाने वाले पदक को स्वीडिश कलाकार एरिक लिंडबर्ग ने डिजायन किया जबकि शांति पुरस्कार के पदक को नार्वे के गस्ताव विगेलैंड ने डिजायन किया.

अर्थशास्त्र के क्षेत्र के ‘स्वेरिजस रिक्सबैंक’ पुरस्कार का पदक गनवोर स्वेनसन लुंडविस्ट ने डिजायन किया. नार्वे नोबेल समिति के पदक पर अल्फ्रेड नोबेल को अन्य पदकों से अलग तरह से दिखाया गया है. लेकिन इन पर उत्कीर्ण शब्द एक से हैं जो लैटिन भाषा में है और इसका मतलब है, मानव जाति की शांति और भाईचारे के लिए. 

इनपुट एजेंसी से भी 

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