दुनिया में सिर्फ चार फीसदी समुद्र संरक्षित हैं, जैवविविधता के लिये जरूरी है संरक्षण
Advertisement
trendingNow1274084

दुनिया में सिर्फ चार फीसदी समुद्र संरक्षित हैं, जैवविविधता के लिये जरूरी है संरक्षण

संरक्षित समुद्री क्षेत्र बढ़ाने के वैश्विक प्रयासों के बावजूद फिलहाल सिर्फ चार फीसदी समुद्र संरक्षित क्षेत्र (एमपीए) के दायरे में आते हैं।

दुनिया में सिर्फ चार फीसदी समुद्र संरक्षित हैं, जैवविविधता के लिये जरूरी है संरक्षण

टोरंटो : संरक्षित समुद्री क्षेत्र बढ़ाने के वैश्विक प्रयासों के बावजूद फिलहाल सिर्फ चार फीसदी समुद्र संरक्षित क्षेत्र (एमपीए) के दायरे में आते हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया इंस्टीट्यूट फॉर ओशन एंड फिशरीज के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि सर्वाधिक बुनियादी वैश्विक लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए भी समुद्र के बड़े हिस्सों को अब भी संरक्षित करना बाकी है।

उल्लेखनीय है कि 2010 में जापान के नागोया में तकरीबन 200 देशों के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन किया था और जैवविविधता की तेजी से क्षति पर अंकुश लगाने के लिए ‘संयुक्त राष्ट्र आइची लक्ष्य’ स्वीकार किया। इस सम्मेलन में देशों ने 2020 तक समुद्र के कम से कम 10 फीसदी हिस्से के संरक्षण के प्रति संकल्पबद्धता जताई।

अध्ययन की शीर्ष लेखक लिजा बूनजाइर ने कहा, 'लक्ष्य महज 10 फीसदी संरक्षण से बहुत ज्यादा की मांग करते हैं। संरक्षित इलाकों का प्रबंधन प्रभावी और समतामूलक रूप से करने की जरूरत है जो पर्यावरणीय रूप से प्रतिनिधिमूलक हो और बेहतरीन ढंग से जुड़ा हो। इससे यह सुनिश्चित होगा कि एमपीए तय लक्ष्य से कहीं ज्यादा योगदान करेंगे और जैवविविधता संरक्षण के लक्ष्य को पूरा करेंगे।

Trending news