हमारी सेना और पुलिस शहीदों की मौत का बदला लेंगे: मिस्र के राष्ट्रपति
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हमारी सेना और पुलिस शहीदों की मौत का बदला लेंगे: मिस्र के राष्ट्रपति

 मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने शुक्रवार को सिनाई प्रायद्वीप की एक मस्जिद पर हुए बर्बर हमले का बदला लेने की प्रतिबद्धता जताई है. 

अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.(Twitter Photo/24 Nov, 2017)

काहिरा: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने शुक्रवार को सिनाई प्रायद्वीप की एक मस्जिद पर हुए बर्बर हमले का बदला लेने की प्रतिबद्धता जताई है. इस हमले में 270 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, अब्देल फतह अल सीसी ने टेलीविजन संबोधन में कहा कि यह देश के इतिहास में अब तक का सबसे भयावह आतंकवादी हमला है.अल सीसी ने कहा कि मिस्र के सुरक्षाबल इन मौतों का बदला लेंगे, क्षेत्र में स्थिरता बहाल करेंगे और इन आतंकवादी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे.

  1. नमाज के दौरान हुआ हमला
  2. इस हमले में  235 लोगों की मौत
  3. अमेरिका ने जताया इस घटना पर  दुख 

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उन्होंने कहा, "यह आतंकवाद से निपटने के लिए किए जा रहे हमारे प्रयत्नों को रोकने का प्रयास था. यह हमारी इच्छाशक्ति को खत्म करने का प्रयास था. "उन्होंने कहा, "हम अपने प्रयास जारी रखेंगे. जैसा कि मैंने कहा, इस हमले से हमारी प्रतिबद्धता बढ़ेगी. हमारी सेना और पुलिस शहीदों की मौत का बदला लेंगे और अगले कुछ दिनों में स्थिरता और सुरक्षा की बहाली करेंगे. "राष्ट्रपति ने देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

  इस घटना के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार मिस्र के सिनाई प्रांत में हुए आतंकवादी हमले पर शोक जताने के लिए राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी से फोन पर बात की और कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय बर्बर आतंकवादी समूहों को बर्दाश्त नहीं करेगा. गौरतलब है कि अशांत उत्तरी सिनाई में आतंकवादियों ने शुक्रवार जुमे की नमाज के दौरान अल-अरिश शहर में स्थित अल-रौदा मस्जिद बम हमला किया जिससे कम से कम 235 नमाजियों की मौत हो गई और 109 अन्य घायल हो गए.

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दोनों नेताओं की फोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा,‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय बर्बर आतंकवादी समूहों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है और उसे आतंकवाद और चरमपंथ को उसके सभी स्वरूपों में हराने के अपने प्रयास तेज करने चाहिए. ’’बातचीत के दौरान ट्रंप ने मिस्र हमले में मारे गये लोगों के प्रति शोक प्रकट किया. व्हाइट हाउस के अनुसार,‘‘ट्रंप ने हमले की निंदा की और दुहराया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका हमेशा मिस्र के साथ खड़ा रहेगा.’’कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदु ने एक बयान में कहा कि वह आतंकवादी हमले से ‘‘सकते और सदमे में हैं.

’’उन्होंने कहा,‘‘कनाडा के सभी लोगों, सोफी और अपनी ओर से मैं  हमला पीड़ितों के मित्रों और परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. हम सभी घायलों के जल्दी और पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की कामना करते हैं. ’’संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने भी इस ‘‘बर्बर और कायराना आतंकवादी हमले’’की निंदा करते हुए अपने बयान में कहा है कि ऐसा करने वालों को और इससे किसी भी रूप में जुड़े लोगों को न्याय की जद में लाया जाना चाहिए. 

इनपुट एजेंसी से भी 

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