भारत को लेकर पाकिस्तान के बदले सुर कहा, 'हम भारत के साथ स्थायी शत्रुता में नहीं रहना चाहते हैं'
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भारत को लेकर पाकिस्तान के बदले सुर कहा, 'हम भारत के साथ स्थायी शत्रुता में नहीं रहना चाहते हैं'

भारत पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच इस मुद्दे पर पाकिस्तान का नया रुख सामने आया है, भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने एक कार्यक्रम में गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। इन मुद्दों पर बातचीत होनी चाहिए। साथ ही बासित ने यह भी कहा कि पिछले 70 साल से स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान लगातार युद्ध जैसी स्थिति में नहीं रहना चाहता है।'

फाइल फोटो

नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच इस मुद्दे पर पाकिस्तान का नया रुख सामने आया है, भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने एक कार्यक्रम में गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। इन मुद्दों पर बातचीत होनी चाहिए। साथ ही बासित ने यह भी कहा कि पिछले 70 साल से स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान लगातार युद्ध जैसी स्थिति में नहीं रहना चाहता है।'

बासित ने कहा, ‘पाकिस्तान भारत के साथ स्थायी शत्रुता के साथ नहीं रहना चाहता है. हम सकारात्मक और रचनात्मक रहे, लेकिन ताली बजाने के लिए दो हाथों की जरूरत होती है। दोनों देशों के बीच गंभीर समस्याएं हैं। हम उनसे बच नहीं सकते लेकिन आखिरकार हम उद्देश्यपूर्ण राजनीति में शामिल हो सकते हैं, हम पारस्परिक संतुष्टि के लिए नतीजों को साकार कर सकते हैं और एक अच्छी शुरूआत कर सकते हैं।’

साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए जम्मू कश्मीर दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा है और इसका समाधान ढूंढना उनके बीच विश्वास की खाई को पाट सकता है। बासित ने कहा, ‘हमें संघर्ष प्रबंधन से संघर्ष के समाधान की ओर बढ़ना है और साफ तौर पर ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक कि हम इस उद्देश्य के लिए एक-दूसरे के साथ ईमानदारी और गंभीरता के साथ बातचीत नहीं करें।’

निर्बाध और निरंतर द्विपक्षीय संबंध का आह्वान करते हुए पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि दोनों देशों को अपने मतभेदों को दूर करना चाहिए ताकि सहयोगपूर्ण संबंधों के अचल राह पर बढ़ सकें।

भारत के साथ व्यापक वार्ता के लिए पाकिस्तान के तैयार होने की बात करते हुए बासित ने कहा कि भारत की तरफ से संवाद की इच्छा नदारद है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के पास धर्य है और वह वार्ता बहाल करने के लिए इंतजार करने को तैयार है।

बासित ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमने अपने अस्तित्व के 70 साल बर्बाद किए हैं. समय आ गया है कि हम अपना मन बना लें कि हम क्या करना चाहते हैं. क्या हम यथास्थिति को बरकरार रखना चाहेंगे या हम अपने संबंधों में नयी शुरूआत करना चाहते हैं।’

गौरतलब है कि पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीमा पार से आतंक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस साल जनवरी में पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से काफी दबाव बनाया गया था। पाकिस्तान ने दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा भी दिया, लेकिन सीमा पार से आतंकी गतिविधियां कम नहीं हुईं।

बीते सितंबर में जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना कैंप पर हुए आतंकी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक र पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था।

 

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