अमेरिका ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हम पाकिस्तान की नई सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं.
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नई दिल्ली: पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती अभी जारी है. हालांकि, आम चुनावों में इतिहास रचते हुए इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ जीत के काफी करीब है. उनकी पार्टी 110 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. अंतिम परिणाम आने से पहले ही उन्होंने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश की जनता का शुक्रिया अद किया. पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने देश के नाम संबोधन में कहा कि वह नए तरह का पाकिस्तान बनाएंगे. इस बीच उन्होंने देश में शांति और समृद्धि लाने के लिए भारत, चीन और अमेरिका के साथ मिलकर काम करने की बात कही.
इस बीच इमरान खान को सबसे पहले अमेरिका का साथ मिला है. अमेरिका ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हम पाकिस्तान की नई सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं. डेली पाकिस्तान डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक US स्टेट डिपार्टमेंट ने एक बयान जारी कर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका दक्षिण एशिया में सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए नई सरकार के साथ काम करने के अवसरों की तलाश करेगा.
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केजरीवाल स्टाइल में नजर आए
आपको बता दें कि 65 वर्षीय इमरान खान गुरुवार को संबोधन के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के स्टाइल में राजनीति करने की बात करते नजर आए. उन्होंने कहा कि वह पीएम हाउस में नहीं रहेंगे. जितने भी गवर्नर हाउस हैं उन्हें जनता के लिए खोला जाएगा. वहां से जो पैसा आएगा उसका इस्तेमाल विकास के कामों के लिए होगा. वह एकदम सादगी से शासन चलाएंगे. पहले के राजनेताओं की तरह राजसी शासन नहीं करेंगे. इमरान खान ने कहा कि मेरी रियासत में कुत्ता भी मरेगा तो मैं जिम्मेदार होऊंगा. मैं आपकी तरह का एक शहरी हूं, अगर मेरे पास जिम्मेदारी ज्यादा है तो इसका मतलब ये नहीं कि मैं आसमान पर चढ़ जाऊंगा. मैं आपके सामने ये शपथ लेता हूं. आपको अलग तरह का सिस्टम लाकर दिखाऊंगा.
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कश्मीर के बारे में क्या बोले इमरान?
भारत के साथ रिश्ते पर इमरान खान ने कहा कि आप एक कदम हमारी तरफ आएंगे तो हम आपकी तरफ दो कदम आएंगे. मैं चाहूंगा कि ये दोनों देशों और एशिया के लिए जरूरी है. हमारे मुद्दे बातचीत से हल हों और हमारे बीच दोस्ती हो. अगर हम दोनों देशों में गरीबी कम करना चाहते हैं तो हमारे एक दूसरे से व्यापारिक रिश्ते हों. लेकिन बदकिस्तमी ये है कि हमारे मुद्दों में कश्मीर है. वहां जो हालात हैं, जो कश्मीर के लोगों के साथ मानवाधिकार उल्लंघन हो रहा है, वह ठीक नहीं है. कश्मीरी लोगों ने बहुत परेशानी झेली है. हमें कश्मीर के मुद्दे को हल करने की कोशिश करनी चाहिए. ब्लेमगेम करने से कुछ नहीं होगा. हम समझते है कि बलूचिस्तान में जो रहा है वह भारत की वजह से हो रहा है. इमरान खान ने कहा कि मुझे थोड़ा अफसोस हुआ कि हिंदुस्तान के मीडिया ने मुझे बॉलीवुड फिल्म के विलेन के रूप में दिखाया है. मीडिया ने बताया कि अगर पाकिस्तान में इमरान खान आ गया तो गलत हो जाएगा.
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विदेश नीति को बताया सबसे बड़ी चुनौती
उन्होंने कहा कि किसी मुल्क को शांति की जरूरत है तो वो हमें है. हम अपने रिश्ते चीन के साथ मजबूत करेंगे. हम इसके जरिए निवेश को बढ़ावा देंगे. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम अपने यहां भी गरीबी दूर करेंगे चीन की तरह. इस दुनिया के इंसानों ने सबसे ज्यादा तकलीफ अफगानिस्तान के लोगों ने उठाई है. अगर वहां अमन होगा तो हमारे यहां भी अमन होगा. हमारी कोशिश होगी कि वहां अमन लाया जाए. हमारी कोशिश होगी कि हमारे ओपन बोर्डर हों. अमेरिका के साथ भी हमारे रिश्ते अच्छे हो क्योंकि अफगानिस्तान में अमेरिका है. हम ये रिश्ता चाहते हैं जिससे कि दोनों देशों को फायदा हो. ईरान हमारा हमसाया है उसके साथ हमारे रिश्ते अच्छे रहेंगे. सऊदी अरब के साथ भी हम अच्छे रिश्ते चाहते हैं.
बता दें कि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने शुक्रवार को 270 सीटों में से 251 सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं. इसमें इमरान खान की पार्टी पीटीआई को 110 सीटों पर बढ़त मिली है. वहीं नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन 63 सीटों पर आगे चल रही है. इसके अलावा पीपीपी 42 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.