पाकिस्तान स्थित पंजाब के ननकाना साहिब जिले में खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन कर रहे आतंकी संगठनों के हाथ में जो बैनर थे उसपर 2020 में जनमत संग्रह की मांग की गई थी.
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नई दिल्ली: एकबार फिर से खालिस्तानी आतंकी संगठन सक्रिय हो रहे हैं. पिछले दिनों इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया था कि खालिस्तान समर्थक आतंकी भारत में बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि खालिस्तानी आतंकी संगठन ने UAE में अपना नया बेस बनाया है. दूसरी तरफ पाकिस्तान भी खालिस्तानी आतंकी संगठन को परोक्ष रूप से मदद कर रहा है.
पाकिस्तान स्थित पंजाब के ननकाना साहिब जिले में खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन कर रहे आतंकी संगठनों के हाथ में जो बैनर थे उसपर 2020 में जनमत संग्रह की मांग की गई थी. इससे पहले भी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में इस तरह के प्रदर्शन होते रहे हैं, जिससे साफ होता है कि खालिस्तानी आतंकी संगठनों को समर्थन देकर पाकिस्तान भारत में अशांति फैलाने की खतरनाक साजिश रच रहा है.
पिछले दिनों जांच एजेंसी NIA की रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान खालिस्तान समर्थकों को मदद कर रहा है. सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI खालिस्तान समर्थकों को कई तरह से मदद कर रहा है. साथ ही यह भी आश्वासन दे रहा है कि वह अगर भारत के खिलाफ किसी वारदात को अंजाम देते हैं तो वे उनकी पूरी मदद करेंगे.
पंजाब में खालिस्तानी आतंकी का बहुत ही हिंसक इतिहास रहा है. खालिस्तान आतंकी संगठन पंजाबी भाषी भारतीयों के लिए अलग राज्य 'खालिस्तान' की मांग करता आ रहा है. यह मांग 1980 के दशक में तेज हो गया था. जनरैल सिंह भिंडरावाला के नेतृत्व में यह आंदोलन हिंसक हो गया था. 1983 में DIG अवतार सिंह अटवाल की हत्या कर भिंडरावाला ने स्वर्ण मंदिर पर कब्जा कर लिया था. आखिरकार, भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' के जरिए भिंडरावाला को मार गिराया और स्वर्ण मंदिर से खालिस्तानी आतंकियों का खात्म कर दिया गया.
पाकिस्तान भारत को अशांत करने के लिए आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा की भी मदद कर रहा है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा ने नेपाल में अपना बेस बना लिया है. सूत्रों का कहना है कि इस काम में पाकिस्तान हाई कमीशन लश्कर की मदद कर रहा है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकियों की बहाली में भी मदद कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि आईएसआई ने एनजीओ बनाया है, जिसकी मदद से लश्कर सहित अन्य आतंकी संगठनों के लिए आतंकवादी बनाने के लिए युवाओं का सलेक्शन किया जाता है.