चैन की नींद लीजिए, उत्तर कोरिया अब दुनिया के लिए कोई परमाणु खतरा नहीं: ट्रम्प
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चैन की नींद लीजिए, उत्तर कोरिया अब दुनिया के लिए कोई परमाणु खतरा नहीं: ट्रम्प

ट्रंप ने कहा कि किम के साथ मुलाकात रोचक थी और यह अत्यंत सकारात्मक अनुभव था. भविष्य के लिए उत्तर कोरिया के पास काफी संभावना है.

सिंगापुर में मुलाकात के दौरान साथ में टहलते किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रंप. (Reuters/12 June, 2018)

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार (13 जून) को घोषणा की कि किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के बाद उत्तर कोरिया अब अमेरिका के लिए कोई परमाणु खतरा नहीं है. ट्रम्प ने वापस वॉशिंगटन पहुंचते ही ट्वीट किया, ‘‘अभी-अभी पहुंचा हूं, लेकिन मेरे कार्यभार संभालने के दिन के मुकाबले अब हर कोई अधिक सुरक्षित महसूस कर रहा है.’’

  1. 12 जून को सिंगापुर में हुई थी डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग की मुलाकात.
  2. परमाणु निरस्त्रीकरण पर दोनों नेताओं में हुई विस्तृत चर्चा.
  3. कोरियाई प्रायद्वीय को पूरी तरह से परमाणु हथियारों से मुक्त करने पर दोनों सहमत.

उन्होंने यह भी कहा कि किम के साथ मुलाकात रोचक थी और यह अत्यंत सकारात्मक अनुभव था. भविष्य के लिए उत्तर कोरिया के पास काफी संभावना है. ट्रम्प ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अमेरिका के लिए उत्तर कोरिया अब कोई परमाणु खतरा नहीं है. अमेरिकियों और शेष दुनिया को ‘‘आज रात चैन की नींद सोना चाहिए.’’

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते 13 मई को कहा था कि किम जोंग उन के साथ उनकी अभूतपूर्व शिखर वार्ता से दुनिया ‘‘परमाणु आपदा’’ के मुहाने से एक कदम पीछे लौटी है. इसके साथ ही उन्होंने उत्तर कोरिया के नेता का अपने लोगों के उज्ज्वल भविष्य की ओर ‘‘पहला साहसी कदम’’ उठाने के लिए आभार जताया. किम ने 12 मई को सिंगापुर शिखर वार्ता में अमेरिका की ओर से सुरक्षा गारंटी के बदले में ‘‘पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण’’ की दिशा में काम करने का वादा किया था.

अमेरिका ने कहा, उत्तर कोरिया 2020 तक परमाणु हथियारों को खत्म करे
वहीं दूसरी ओर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि वॉशिंगटन चाहता है कि उत्तर कोरिया 2020 तक परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को पूरा करे. डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच सिंगापुर में हुई बैठक के बाद बुधवार (13 मई) को यह बयान आया. उत्तर कोरिया ने बयान में कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण निरस्त्रीकरण की दिशा में काम करने पर सहमति जताई, लेकिन इस दस्तावेज में यह स्पष्ट नहीं था कि प्योंगयांग कब और कैसे ऐसा करेगा.

पोम्पियो ने दक्षिण कोरिया के दौरे पर कहा था कि उत्तर कोरिया के साथ अभी एक बड़ा समझौता होना बाकी है. उन्होंने कहा, "बड़े पैमाने पर निरस्त्रीकरण. हमें उम्मीद है कि इस लक्ष्य को ढाई साल में हासिल किया जा सकता है." अमरीकी विदेश मंत्री का यह बयान सिंगापुर में ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की मुलाकात के एक दिन बाद आया है.

सिंगापुर में दोनों नेताओं (डोनाल्ड ट्रंप, किम जोंग उन) के बीच कोरियाई प्रायद्वीय को पूरी तरह से परमाणु हथियारों से मुक्त करने की दिशा में बढ़ने पर सहमति बनी थी, लेकिन इस समझौते में इस बात का ब्योरा नहीं दिया गया है कि उत्तर कोरिया कब और कैसे अपने हथियार छोड़ेगा, यही वजह है कि इस समझौते की आलोचना भी हो रही है.

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