दक्षिण अफ्रीका के ‘कांस्टिट्यूशनल हिल’ में मनायी गयी गांधी जयंती
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दक्षिण अफ्रीका के ‘कांस्टिट्यूशनल हिल’ में मनायी गयी गांधी जयंती

महात्मा गांधी का 146वां जन्मदिन दक्षिण अफ्रीका के ऐतिहासिक ‘कांस्टिट्यूशनल हिल’ में शुक्रवार को मनाया गया। गांधीजी और बाद में रंग-भेद विरोधी आंदोलन के नेता नेल्सन मंडेला को यहां कैद करके रखा गया था।

जोहानिसबर्ग : महात्मा गांधी का 146वां जन्मदिन दक्षिण अफ्रीका के ऐतिहासिक ‘कांस्टिट्यूशनल हिल’ में शुक्रवार को मनाया गया। गांधीजी और बाद में रंग-भेद विरोधी आंदोलन के नेता नेल्सन मंडेला को यहां कैद करके रखा गया था।

भारतीय उच्चायुक्त रूची घनश्याम दक्षिण अफ्रीका के ऐतिहासिक ‘कांस्टिट्यूशनल हिल’ में बड़ी संख्या में लोगों के साथ पहुंची और उनकी प्रतिमा पर फूलमाला चढ़ायी। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने वर्ष 2012 में इस प्रतिमा का अनावरण किया था। दक्षिण अफ्रीकी स्वतंत्रता के दो सेनानियों के पोते-पोतियों ने बताया कि गांधी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास के दौरान उनके दादाओं ने किस प्रकार वर्तमान भेद-भाव की नीति के खिलाफ दक्षिण अफ्रीकी लोगों को एकजुट करने में गांधी के प्रयासों में मदद की थी।

सईदा कचालिया ने बताया कि कैसे उनके दादा इस्माइल कचालिया किस प्रकार दक्षिण अफ्रीका में संघर्ष जारी रखने के संबंध में सलाह लेने के लिए गांधी से सलाह लेने भारत गए थे। इस्लामिक इंस्टीट्यूशन, लखनऊ से स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद कचालिया को मौलवी के नाम से जाना जाता है।

सईदा ने बताया, ‘वह डॉक्टर यूसुफ दादू (दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता) के साथ गए और गांधी जी ने उनसे कहा कि वे इतने युवा हैं कि वह सोच नहीं पा रहे हैं कि वे संघर्ष को आगे कैसे ले जाएंगे। उन्होंने दोनों से अगले दिन आने को कहा, तब उन्होंने कहा कि कोशिश करो और देखो कि क्या पा सकते हो।’ दोनों महान स्वतंत्रता सेनानी बने और मृत्यु तक रंगभेद के खिलाफ लड़ते रहे।

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