अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) ने कहा था कि अगर उन्होंने शाम तक इस्तीफा नहीं दिया तो उनके खिलाफ 15 फरवरी को संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा.
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केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने अपनी सत्तारूढ़ पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के साथ चल रहे गतिरोध को खत्म करते हुए गुरुवार (15 फरवरी) को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया. एएनसी उन्हें पद से हटाने के लिए विपक्षी पार्टी के साथ मिलकर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही थी. जुमा का यह इस्तीफा सोमवार (12 फरवरी) को तड़के एएनसी के राष्ट्रीय नेतृत्व की एक मैराथन बैठक के तीन दिन बाद आया है. इसी बैठक में जुमा से इस्तीफा मांगने का निर्णय लिया गया था. हालांकि उन्होंने तब पद से इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था.
जुमा ने राष्ट्रीय प्रसारण में कहा, “ मैं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं.” इसके साथ ही जुमा का नौ साल का कार्यकाल दूसरे और अंतिम कार्यकाल से नौ महीने पहले खत्म हो गया. उनका कार्यकाल साल 2019 के आम चुनाव के साथ खत्म होना था. जुमा अब भी एएनसी द्वारा उनकी जगह साइरिल रामाफोसा को राष्ट्रपति बनाए जाने फैसले को ‘गलत’ बता रहे हैं. एएनसी ने दो महीने पहले रामाफोसा का चयन नए राष्ट्रपति के रूप में किया था.
जुमा ने किया था इस्तीफे से इनकार
जुमा (75) ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में कहा था कि पार्टी ने इसका कोई कारण नहीं बताया है कि उन्हें इस्तीफा क्यों देना चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘‘यह मेरे साथ ठीक नहीं हुआ है कि इस मुद्दे को उठाया गया है. किसी ने मुझे कारण नहीं बताया है. यह कोई नहीं बता रहा है कि मैंने क्या किया है.’’ जुमा ने कहा, “ मैं अपने संगठन के नेतृत्व के फैसले से असहमत हूं लेकिन मैं हमेशा इस संगठन का अनुशासित सदस्य रहा हूं.” उन्होंने इस संगठन में अपनी सेवा बरकरार रखने का वचन दिया है. जुमा इस पार्टी में एक किशोर के रूप में अल्पसंख्यक श्वेत रंगभेद सरकार के खिलाफ निर्वासन से लड़ने के लिए शामिल हुए थे.
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जुमा ने कहा, महाभियोग से नहीं डरता
संसद में अपनी पार्टी द्वारा कार्रवाई के जरिए हटाए जाने की संभावना पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “मैं किसी अविश्वास प्रस्ताव या महाभियोग से नहीं डरता हूं. ये सारे तरीके इस खूबसूरत देश के लोगों के लिए अपने राष्ट्रपति को हटाने का एक वैध तंत्र है.” गौरतलब है कि जुमा के खिलाफ पहले भी विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव रखा है, लेकिन जुमा की सरकार को उससे कोई फर्क नहीं पड़ा. ऐसी संभावना है कि उप राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा अंतरिम राष्ट्रपति तब तक के लिए बनेंगे जब तक नए राष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया संसदीय तरीके से पूरी नहीं हो जाती है.
साइरिल रामाफोसा को चुना जाएगा दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रपति
एएनसी के कोषाध्यक्ष पॉल माशातिले ने बुधवार (14 फरवरी) को बताया था, ‘‘हमने मुख्य सचेतक से कहा कि कल (15 फरवरी) संसद में अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी ताकि राष्ट्रपति जुमा को हटाया जा सके.’’ उन्होंने कहा कि साइरिल रामाफोसा को दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रपति चुना जाएगा.
जुमा को दिया गया था अल्टीमेटम
माशातिले ने यह भी कहा था कि जुमा को अल्टीमेटम दिया गया है कि वह 14 फरवरी का शाम तक इस्तीफा दे दें, नहीं तो 15 फरवरी को अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. सत्तारूढ़ अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के महासचिव ऐस मागाशुले ने मंगलवार (13 फरवरी) को कहा था कि राष्ट्रपति ने ‘‘इस्तीफा देने पर सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है.’’ अगर जुमा ने सत्ता से चिपकने की कोशिश की तो उनके खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है.